आजकल बच्चों को बाहर खलने की बजाय ऑनलाइन गेम खेलना ज्यादा पसंद आता है। छोटी उम्र से ही वह मैदान और दोस्तों के साथ खेलने की बजाय घर पर बैठकर ऑनलाइन गेम खेलना पसंद करते हैं। ऐसे में उनका शारीरिक और मानिसक विकास अच्छे से नहीं हो पाता है। साथ ही बच्चों का दिमाग चीजों को अच्छे से सीखने में भी सक्षम नहीं हो पाता है। इसके अलावा कोरोना काल में बच्चों को पढ़ाई भी ऑनलाइन ही हो रही है। ऐसे में उनके लिए बेहद जरूरी है कि वह कुछ ऐसी गतिविधियां करें, जिससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास अच्छे से हो सके। इसके लिए माता-पिता अपने बच्चे के साथ कई तरह के मेमोरी गेम्स खेल सकते हैं। इस खेल को दिमागी कसरत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। इससे बच्चों में स्किल, ब्रेन एक्टिविटी, याददाश्त और पढ़ाई में भी अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलती है। इसके लिए आप बच्चे को कई तरह के इंटरैक्टिव मेमोरी गेम्स खेलने के लिए प्रोत्साहित कर सकते है। आइए आपको मेमोरी गेम्स के फायदे और कुछ खास मेमोरी गेम्स के बारे में विस्तार से बताते हैं।
बच्चों के लिए मेमोरी गेम्स के फायदे
1. सोचने की क्षमता का विकास
मेमोरी गेम्स की मदद से बच्चे के सोचने की कला का विकास होता है। मतलब उनमें सूचनाओं को इकट्ठा करने, निर्णय लेने, नए विचार, प्रश्न पूछने, चीजों को समझने और व्यवस्थित करने की क्षमता का विकास होता है। इससे बच्चे की याद रखने की क्षमता और जानने की जिज्ञासा पैदा होती है। मेमोरी गेम्स की सहायता से बच्चे का गणितीय कौशल और पढ़ने-लिखने की समझ का भी विकास होता है।
2. बेस्ट ब्रेन एक्सरसाइज
शारीरिक गतिविधियों के साथ मस्तिष्क की कसरत भी जरूरी होती है। मेमोरी गेम्स की मदद से बच्चे में ध्यान केंद्रित करने, आत्मविश्वास और विज़ुअलाइज़ेशन पावर बढ़ सकता है। इससे बच्चे के संचार कौशल का भी विकास होता है। वह अपनी बात कहना और समझाना भी सीखते है। साथ ही अलग तरीके से सोचने की कला का भी विकास होता है।
Image Credit- Freepik
3. समस्या सुलझाने की शक्ति का विकास
मेमोरी मैचिंग गेम की मदद से बच्चे में समस्या सुलझाने, सामाजिक कौशल, धैर्य और टीम वर्क जैसी स्किल्स का भी विकास होता है। जैसे अगर आप बच्चे को रूबिक क्यूब खेलने देते है, तो बच्चे का दिमाग बिल्कुल एकाग्रता और कौशल के साथ उस क्यूब को सुलझाने में लग जाता है। इससे उनकी देखने और उसे तुरंत समझने की शक्ति भी विकसित होती है। ये चीजें उनकी पढ़ाई में भी मदद करती है, जिससे वह किसी भी विषय के सवालों को हल करने से घबराएंगे नहीं।
इसे भी पढ़ें- मानसिक रूप से मजबूत बच्चे होते हैं ज्यादा कामयाब, जाने बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के 7 तरीके
4. देखने की क्षमता का विकास
मेमोरी गेम्स की मदद से बच्चों में प्रतीकों, अक्षरों, रंगों, आकृतियों, पैटर्न और आकार को समझने पाते हैं। इस गेम में वह विभिन्न वस्तुओं को सेट करने, समझने, मूल्यांकन करने और समझाने की क्षमता का भी विकास होता है। याद रखने वाले खेलों से देखने की शक्ति अधिक विकसित होती है। इससे बच्चे की भाषा और शब्दावली भी बेहतर होती है क्योंकि अक्सर बच्चों को किताबें पढ़ना पसंद नहीं होता है। ऐसे में इन खेलों की मदद से बच्चे कुछ नया और मजेदार भी सीख लेते हैं।
बच्चों के साथ खेले ये गेम्स
1. मेमोरी मैच गेम
इस गेम में कार्ड्स पर कई तरह के जानवर बने होते हैं और बच्चों को एक तरह के जानवरों के कार्ड्स को एक जगह पर रखना होता है। जब आप कार्ड खेलने के लिए तैयार हो, तो बच्चों को बुलाकर उन्हें जल्दी से एक तरह के जानवरों के कार्ड्स को एक जगह पर रखने के लिए कह सकते हैं। इससे उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना का भी विकास होता है।
Image Credit- Parentlane
2. पार्टनर मैच गेम
एक अन्य गेम पार्टनर गमैच गेम है, जिसमें आप ढेर सारे बच्चों के बीच खेल सकते हैं। इसमें आप बच्चों को अपनी आंखे बंद करने को कहें और पार्टनर कार्ड को योग मैट या किसी जगह छिपा दें। फिर बच्चों को समान कार्ड का मिलान दूसरे बच्चे के कार्ड से करने को कहें मतलब बच्चे को आप ऐसे समझा सकते हैं कि उनके जैसा कार्ड और जिस बच्चे के पास वह उनका पार्टनर है। इससे उनमें एकाग्रता और टीम वर्क का भी विकास होता है।
3. हाईडिंग बॉक्स गेम
इसे शिक्षक स्कूल में बच्चों को खेलने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। इसमें छोटे-छोटे बॉक्स को एक नियत स्थान पर रखें और उनके नीचे जानवरों के खिलौने छुपा दें। फिर बच्चों से कहें कि वह याद रखें कि कौन-से बॉक्स के नीचे कौन-सा जानवर याद रखें। फिर उन्हें थोड़ी देर बाद बताने को कहें कि कौन-सा जानवर किस बॉक्स के नीचे है। फिर सही जवाब देने पर आप उन्हें गिफ्ट भी दें और बॉक्स को एक नियत स्थान पर रखें।