Doctor Verified

बच्चों में रंग, आकार, स्वाद जैसे सेंस डेवलप करने के लिए जरूरी हैं सेंसरी गेम्स, जानें इनके बारे में

सेंसरी प्ले की मदद से बच्चों का बेहतर शारीरिक और मानसिक विकास होता है, जिससे इंद्रियां एक्टिव होती है, जागरुकता बढ़ती है और मोटर कौशल का विकास होता है।
  • SHARE
  • FOLLOW
बच्चों में रंग, आकार, स्वाद जैसे सेंस डेवलप करने के लिए जरूरी हैं सेंसरी गेम्स, जानें इनके बारे में


What Are The Benefits Of Sensory Play For Toddlers: बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य और विकास के लिए जरूरी है कि वे लोगों से मिले और अलग-अलग खेलों को अपने रूटीन में शामिल करें। आज के समय में छोटे बच्चे अधिकतर मोबाइल फोन या टीवी के सामने लगे रहते हैं, जिसके कारण उनका मानसिक और शारीरिक विकास धीमा हो जाता है। इसलिए बच्चों के लिए सेंसरी प्ले बहुत जरूरी है। सेंसरी प्ले, ऐसी गतिविधियां है, जो बच्चे की इंद्रियों जैसे स्पर्श, स्वाद, गंध, दृष्टि और श्रवण को बढ़ावा देता है। यह बच्चे के विकास के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि इससे बच्चों में जागरुकता, बढ़िया मोटर कौशल, भाषा विकास, संज्ञानात्मक विकास आदि चीजों में सुधार होता है। पीडीअट्रिशन डॉ. सांची रस्तोगी से जानते हैं बच्चों के लिए सेंसरी प्ले के फायदे क्या हैं?

बच्चों के लिए सेंसरी प्ले के फायदे

1. सेंसरी प्रोसेसिंग

सेंसरी प्ले 5 इंद्रियों, छुने, देखने, स्मेल, आवाज और कभी-कभी स्वाद को एक्टिव करता है, जिससे बच्चों को सेंसरी जानकारी को समझने और उस पर प्रतिक्रिया करने की क्षमता विकसित करने में मदद मिलती है। यह संपर्क उनके सेंसरी प्रोसेसिंग कौशल को मजबूत करता है, जिससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।

इसे भी पढ़ें: बच्चों के खाना न खाने का कारण हो सकती हैं पेरेंट्स की ये 5 गलतियां, जानें उन्हें खाना खिलाने का सही तरीका

2. सीखना

संवेदी खेल के जरिए, बच्चे कई तरह की चीजों के बारे में पता लगाते हैं और उनके साथ खेलते हैं, जिससे उनमें उन चीजों को जानने के बारे में जिज्ञासा, रचनात्मकता और समस्या-समाधान कौशल विकसित होते हैं। इस तरह का खेल नई अवधारणाओं को सीखने की नींव रखता है और स्वतंत्र रूप से बच्चों की सोचने की क्षमता को बढ़ाता है।

3. विकास

सेंसरी प्ले संज्ञानात्मक, सामाजिक और मोटर कौशल विकास को बढ़ावा देता है। ऐसी गतिविधियां जिनमें छांटना, डालना या बनाना शामिल है, जो ठीक और सकल मोटर कौशल विकसित करने में मदद करती हैं, जबकि खेल के दौरान साथियों के साथ बातचीत सामाजिक कौशल और संचार में सुधार करती है।

Sensory Play

4. सेल्फ रेगुलेशन

संवेदी खेल में शामिल होने से बच्चों पर शांत प्रभाव पड़ सकता है, जिससे उन्हें अपनी भावनाओं और प्रतिक्रियाओं को कंट्रोल करना सीखने में मदद मिलती है। यह बच्चों में सेल्फ रेगुलेशन को बढ़ावा देता है, जो तनाव और व्यवहार को प्रबंधित करने के लिए बहुत जरूरी है।

इसे भी पढ़ें: वायु प्रदूषण से खतरे में है बच्चों का स्वास्थ्य, माता-पिता जानें कैसे करें बचाव

5. ध्यान अवधि और फोकस में सुधार

संवेदी खेल गतिविधियां बच्चों को ध्यान केंद्रित करने और व्यस्त रहने के लिए बढ़ावा देते हैं, जिससे उनका ध्यान और फोकस बढ़ता है। संवेदी-समृद्ध गतिविधियों में भाग लेने से, बच्चे सीखते हैं कि कैसे ध्यान बनाए रखना है और कामों को कैसे पूरा करना है, ये कौशल भविष्य की शिक्षा के लिए जरूरी हैं।

 

 

 

View this post on Instagram

A post shared by Dr.Sanchi Rastogi (@the_kidsdoctor)

एक बच्चे की दैनिक दिनचर्या में सेंसरी प्ले को शामिल करना उनके विकास को बढ़ावा देता है और उन्हें बेहतर तरीके से विकसित होने के साथ-साथ सामाजिक बातचीत का भी बढ़ावा देता है।

Image Credit: Freepik 

Read Next

जन्म के बाद शिशु के शरीर पर जमा चिकनी सफेद पर्त किसलिए होती है? डॉक्टर से जानें ये क्यों जरूरी है

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version