Medical Conditions That Can Cause High Cholesterol In Hindi: कोलेस्ट्रॉल दो तरह के होते हैं। बैड कोलेस्ट्रॉल और गुड कोलेस्ट्रॉल। कोलेस्ट्रॉल हमारी बॉडी के लिए अहम तत्व है। हमारा शरीर कोलेस्ट्रॉल को सेल्स बिल्ड करने में मदद करता है। यह कई हार्मोन जैसे टेस्टेस्टेरोन और एस्ट्रेजोन को प्रोड्यूस करता है। इसके अलावा, यह बाइल एसिड के उत्पादन को बढ़ावा देकर पाचन प्रक्रिया में मदद भी करता है। लेकिन, अगर शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल के बजाय बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाए, तो इससे स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है। बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर आर्टरीज में प्लाक जमने लगता है, जिससे ब्लड फ्लो बाधित होता है। यह कंडीशन कार्डियोवास्कुलर समस्याएं खड़ी कर सकता है। हालांकि, बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने के पीछे हमारी लाइफस्टाइल और खानपान की बुरी आदतें जिम्मेदार होती हैं। लेकिन, मेडिकल कंडीशंस में भी बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है। आइए, जानते हैं कि उन बीमारियों के बारे में, जिससे बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है। मैक्स हॉस्पिटल में Senior director-Cardiology डॉ. वैभव मिश्रा से बात की।
मेडिकल कंडीशन जिनकी वजह से बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है- Medical Conditions That Can Cause High Cholesterol In Hindi
किडनी डिजीज
अगर किसी को लंबे समय से किडनी डिजीज है, तो ऐसे में शरीर की कोलेस्ट्रॉल को रेगुलेट करने की एबिलिटी प्रभावित होने लगती है। इससे डिस्लिपिडेमिया की समस्या हो जाती है। यह ब्लड में मौजूद लिपिड में असंतुलन पैदा कर देता है। इस तरह की असमानता के कारण शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है और बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है।
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डायबिटीज
आपको शायद यह जानकर हैरानी हो कि डायबिटीज टाइप 1 और टाइप 2, दोनों स्थिति में हमारे शरीर का कोलेस्ट्रॉल स्तर प्रभावित होने लगता है। डायबिटीज के मरीजों में अक्सर बैड कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होता है और गुड कोलेस्ट्रॉल कम होता है। इसे डायबिटिक डिस्लिपिडेमिया के नाम से जाना जाता है। बहरहाल, यह आप जानते ही होंगे कि डायबिटीज अपने आप में एक गंभीर समस्या है, जिसकी वजह से किडनी डैमेज, ब्लड फ्लो का बधित होना जैसी कई परेशानियां हो सकती हैं।
हाइपोथायरायडिज्म
हाइपोथायरायडिज्म यानी थायराइड हार्मोन के प्रोडक्शन में कमी आना। इस तरह की स्थिति में भी मरीज के शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि थायराइड हार्मोन कोलेस्ट्रॉल मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करता है। जब हमारे शरीर में पर्याप्त मात्रा में थायराइड हार्मोन नहीं बन पाता है, तो लिवर की कोलेस्ट्रॉल, विशेष रूप से एलडीएल (कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन) को प्रोसेस करने की क्षमता प्रभावित हो जाती है। कुल मिलाकर, कहने की बात ये है कि हाइपोथायरायडिज्म के कारण कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है।
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लिवर डिजीज
लिवर हमारे शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। यह कोलेस्ट्रॉल को न सिर्फ प्रोसेस करता है, बल्कि रिमूव भी करता है। जब लिवर सही तरह से काम नहीं करता है, तो ऐसे में बॉडी के कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। जाहिर है यह स्थिति बिल्कुल सही नहीं है। ऐसे में कई बार कोलेस्ट्रॉल ब्लड के अंदर पहुंच जाता है। यह हेल्थ में नई समस्याएं खड़ी कर सकता है।
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FAQ
कोलेस्ट्रॉल किसकी वजह से बढ़ता है?
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे वजन बढ़ना, लाइफस्टाइल खराब होना, अनहेल्दी डाइट फॉलो करना आदि। एक्सरसाइज की कमी भी कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाने का काम करती है।कौन सा फल रातों-रात कोलेस्ट्रॉल कम कर सकता है?
आमतौर पर ऐसा कोई फल नहीं होता है, जो रातों रात कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटा दे। यह एक प्रक्रिया होती है, जिसमें डाइट चेंजेस, फिजिकल एक्टिविटी जैसी तमाम चीजें मायने रखती हैं। हां, आप नींबू, संतरा और अंगूर जैसे फलों को अपनी डाइट में शामिल कर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटा सकते हैं।गुड़ खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है क्या?
आमतौर पर गुड़ खाने से कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता है। विशेषज्ञों की मानें, तो गुड़ में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत कम होती है। यह पाचन क्षमता में सुधार करता है।
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