Doctor Verified

स्मोकिंग करने वाले साल में एक बार जरूर कराएं ये मेडिकल टेस्ट, सही समय पर लगेगा गंभीर बीमारियों का पता

Mandatory Health Checkups And Tests For Smokers: स्मोकिंग कराने वाले लोगों नियमित कुछ टेस्ट कराने चाहिए। जानिए डॉक्टर से उन टेस्ट के बारे में। 
  • SHARE
  • FOLLOW
स्मोकिंग करने वाले साल में एक बार जरूर कराएं ये मेडिकल टेस्ट, सही समय पर लगेगा गंभीर बीमारियों का पता


Mandatory Health Checkups And Tests For Smokers: स्मोकिंग शरीर के लिए हानिकारक होती है। इससे शरीर को कई बार अंदरूनी तौर पर नुकसान पहुंचता है। स्मोकिंग करने से दांत संबंधी समस्याएं, ब्रोंकाइटिस, भूख न लगना, उच्च कोलेस्ट्रॉल, झुर्रीदार त्वचा, अनफर्टिलिटी और रक्त का थक्का जमना जैसी परेशानियां हो सकती हैं। कई बार स्मोकिंग करने से निमोनिया और फेफड़ों संबंधित बीमारियां भी हो जाती हैं। इन बीमारियों से बचने के लिए नियमित तौर पर कुछ मेडिकल टेस्ट कराना जरूरी होता है। इन टेस्ट को कराने से शरीर की अंदरूनी हालत के बारे में पता चलता है और कौन सी बीमारियां होने का खतरा हैं, इस बारे में भी जान पाते हैं। समय से पहले बीमारी का पता लगने से इसका इलाज ठीक तरह से होता है। स्मोकिंग से लंग कैंसर होने का खतरा रहता है। इस बारे में हेल्थक्यूब की सीईओ रूनम मेहता ने हमसे बात करते हुए बताया कि कई बार लंग कैंसर में काफी आम लक्षण नजर आते हैं। इस कारण कई बार लोग इसे हल्के में लेते हैं। इस लापरवाही की वजह से कई बार लंग कैंसर का दूसरी और तीसरी स्टेज पर पता चलता है और तब तक शरीर को कई तरह के नुकसान हो चुके होते हैं। कुछ एक्स-रे या टेस्ट करवाकर समय रहते बीमारी का पहले पता लगाया जा सकता है। स्मोकिंग करने वालों को कौन से टेस्ट करवाने चाहिए। इस बारे में जानकारी के लिए हमने बात की पोर्टिया मेडिकल के प्रेसिडेंट डॉक्टर विशाल सहगल से। उन्होंने कहा,''फेफड़ों के कैंसर और हृदय रोग के लिए धूम्रपान एक प्रमुख कारक है। लगातार धूम्रपान करने वालों और लंबे समय से धूम्रपान करने वालों को नियमित रूप से ईसीजी करानी चाहिए। आइए जानते हैं अन्य टेस्ट के बारे में डॉक्टर विशाल सहगल से।

स्पाइरोमेट्री या पीएफटी टेस्ट (Spirometry or PFT test)

स्मोकिंग करने वाले लोगों को फेफड़ों के बारे में जानने के लिए यह टेस्ट कराना चाहिए। इस टेस्ट में श्वसन संबंधी बीमारियों के बारे में भी पता चलता है। इस टेस्ट को उन लोगों को कराने से बचना चाहिए, जो हार्ट और चेस्ट की सर्जरी हुई है। 

चेस्ट का एक्स-रे (Chest X-ray)

स्मोकिंग करने वालों लोगों को चेस्ट के साथ हार्ट संबंधित टेस्ट भी कराने चाहिए। चेस्ट का यह एक्स-रे कराने से लंग और हार्ट के बारे में जानकारी मिलेगी। इस एक्स-रे से यह भी पता चलेगा कि कहीं लंग और हार्ट में स्मोकिंग करने से कोई नुकसान, तो नहीं हुआ है।

test

इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ECG or EKG)

यह टेस्ट स्मोकिंग करने वालों के लिए बहुत जरूरी होता है क्योंकि इससे हृदय संबंधी समस्याओं की सटीक जानकारी मिलती हैं। इस टेस्ट को कराने से हार्ट रेट का भी पता चलता है, जो यह भी पता चलता है कि हार्ट कितना काम करता है।

इसे भी पढ़ें- डेंगू बुखार कितने दिनों तक रहता है? जल्दी रिकवरी के लिए अपनाएं ये टिप्स

डायबिटीज टेस्ट (Diabetes)

स्मोकिंग करने वाले लोगों को डायबिटीज का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है। कई बार लगातार स्मोकिंग करने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। ब्लड शुगर का पता लगाने के लिए डायबिटीज का टेस्ट कराया जा सकता है। यह टेस्ट रक्त में शुगर की मात्रा का पता लगाता है।

विटामिन डी ब्लड टेस्ट (Vitamin D Blood Test)

विटामिन डी शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। इस टेस्ट को कराने से लंग फंक्शन के बारे में पता चलता है। स्मोकिंग करने वालों में लगातार विटामिन डी की कमी से लंग इंफेक्शन, लंग कैंसर और हड्डियों से संबंधित बीमारी हो सकती हैं। 

निकोटीन टेस्ट ( Nicotine test)

स्मोकिंग करने वाले लोगों को रक्त में निकोटिन की मात्रा जांचने के लिए यह टेस्ट करवाना चाहिए। इस टेस्ट को करने के लिए ब्लड या मूत्र का सैंपल लिया जा  सकता है। 

स्मोकिंग करने वालों को डॉक्टर के द्वारा बताए गए टेस्ट करवाने चाहिए। ये सभी टेस्ट डॉक्टर की निगरानी में कराएं।

All Image Credit- Freepik

Read Next

हर रात एक ही समय पर सोना क्यों फायदेमंद माना जाता है? जानें इस बारे में

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version