Hormonal Tests For Males in Hindi: कई बार तमाम कोशिशों के बाद भी स्वास्थ्य समस्याएं या बीमारियों का पता बिना टेस्ट के नहीं लग पाता है। इसलिए लंबे समय तक किसी भी बीमारी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कई बार इलाज में देरी करने से समस्या और भी गंभीर हो सकती है। खासकर पुरुषों में भी कई बार कुछ समस्याएं हार्मोनल इंबैलेंस के कारण भी हो सकती हैं। इसलिए अलग-अलग समस्याओं में आपको अलग-अलग हार्मोनल टेस्ट कराने चाहिए। अगर आपको भी हार्मोन्स से जुड़ी किसी प्रकार की समस्या है तो ऐसे में डॉक्टर की सलाह के बाद टेस्ट जरूर कराएं। आइये डाइटिशियन मनप्रीत कालरा से जानते हैं पुरुषों को कौन सी समस्या में कौन से हार्मोनल टेस्ट कराने चाहिए।
हेयर फॉल - डीएचटी टेस्ट
अगर आप हेयर फॉल की समस्या से परेशान हैं और तमाम कोशिशों के बाद भी अगर बाल टूटने और झड़ने की सटीक वजह नहीं पता चल रही है, तो ऐसे में आपको डीएचटी टेस्ट कराना चाहिए। DHT एक प्रकार का हार्मोन है, जो ब्लड में पाया जाता है। यह टेस्ट ब्लड के जरिए खून में मौजूद डीएचटी का पता लगाकर हेयर लॉस का पता लगाता है।
बेली फैट - होमा इंसुलिन रेजिस्टेंस टेस्ट
अगर आप बेली फैट से परेशान हैं तो ऐसे में होमा इंसुलिन रेजिस्टेंस टेस्ट करा सकते हैं। इस टेस्ट को कराने से शरीर में फैट की मात्रा का पता आसानी से लगाया जा सकता है। इससे शरीर में बनने वाले इंसुलिन का भी पता लगाया जा सकता है। होमा इंसुलिन रेजिस्टेंस टेस्ट का पता लगाकर न केवल इंसुलिन रेजिस्टेंस को नियंत्रित रखा जा सकता है, बल्कि वेट लॉस भी आसानी से किया जा सकता है।
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ब्रेस्ट के आस-पास फैट जमने पर कराएं एस्ट्राडियॉल टेस्ट
अगर आपके ब्रेस्ट के आस-पास फैट का जमाव है तो ऐसे में एस्ट्राडियॉल टेस्ट कराना जरूरी होता है। एस्ट्राडियॉल टेस्ट कराने से एस्ट्राडियॉल हार्मोन के लेवल का पता लगता है, जिसका इलाज करके महिलाओं के ब्रेस्ट के आस-पास का फैट कम किया जा सकता है।
लो लिबिडो - टेस्टेस्टेरॉन हार्मोन
अगर आपका लिबिडो कम है तो इसके लिए टेस्टेस्टेरॉन हार्मोन की जांच कराना सही विकल्प है। पुरुषों का टेस्टेस्टेरॉन हार्मोन का हेल्दी लेवल 300 से 1000 तक माना जाता है।
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थकान - कोर्टिसोल हार्मोन
अगर आप थकान महसूस कर रहे हैं तो ऐसे में कोर्टिसोल हार्मोन की जांच करानी चाहिए। इससे थकान के पीछे का कारण पता लग सकता है। कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने पर थकान हो सकती है।