Long Term Side Effects Of Lip Fillers: आज के दौर में खूबसूरती के मायने बदल चुके हैं। सोशल मीडिया और फिल्मी सितारों की ग्लैमरस तस्वीरें देखकर आजकल युवा वर्ग, विशेषकर महिलाएं, अपने होठों को खूबसूरत और फुलर बनाने के लिए कई तरह की कॉस्मेट्रिक सर्जरी का उपयोग करती हैं। होठों को खूबसूरत बनाने के लिए आजकल ज्यादातर महिलाएं और युवतियां लिप फिलर्स का सहारा ले रही हैं। यह प्रक्रिया अस्थायी रूप से होठों की बनावट और आकार को बेहतर बनाती है, लेकिन अगर इसे बार-बार और लंबे समय तक किया जाए, तो इसके गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इस लेख में डॉ विजय सिंघल, सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजी, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट से जानेंगे लिप फिलर्स के लॉन्ग टर्म साइड इफेक्ट्स क्या हो सकते हैं, और इसके पीछे की सच्चाई क्या है।
लिप फिलर्स कैसे किया जाता है? - How are lip fillers done?
लिप फिलर्स एक कॉस्मेटिक प्रक्रिया है जिसमें हायल्यूरोनिक एसिड, कैल्शियम हाइड्रॉक्सिलापेटाइट, या अन्य सिंथेटिक मटीरियल्स को होंठों में इंजेक्ट किया जाता है ताकि उन्हें भरा हुआ और आकर्षक बनाया जा सके। यह प्रक्रिया कुछ ही मिनटों में पूरी हो जाती है और इसका असर 6 महीने से 2 साल तक रहता है। यह प्रक्रिया आमतौर पर सुरक्षित मानी जाती है। लेकिन बार-बार यह प्रक्रिया करवाने से कुछ मामलों में यह गंभीर समस्याएं भी शुरु हो सकती हैं।
लिप फिलर्स के लंबे समय तक इस्तेमाल से होने वाले संभावित साइड इफेक्ट्स - Long Term Side Effects Of Lip Fillers in Hindi
आकार में बदलाव
जब किसी महिला या व्यक्ति के होठों पर लिप फिलर्स बार बार इंजेक्शन के रूप में दिए जाते हैं तो इससे होठों की बनावट में असामान्य बदलाव भी आ सकते हैं। कई बार एक तरफ के होंठ अधिक उभरे हुए दिख सकते हैं जबकि दूसरी ओर पतले।
टिशू डैमेज (Tissue Damage)
गलत जगह पर या अधिक मात्रा में फिलर इंजेक्शन से त्वचा के नीचे की नसें डैमेज हो सकती हैं, जिससे नेक्रोसिस यानी टिश्यू मरने जैसी स्थिति भी आ सकती है।
गांठें या कठोरता (Lumps and Nodules)
लंबे समय तक फिलर्स के कारण होठों के अंदर कठोर गांठें बनने का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे में जब गांठे बनती है तो महिला या पुरुष को असहजता बनी रहती हैं और यह देखने में भी खराब लगते हैं।
होठों की त्वचा में ढीलापन (Skin Sagging)
फिलर्स के बार-बार इस्तेमाल से होठों की त्वचा की स्वाभाविक कसावट कम होने लगती है। जब कोई व्यक्ति फिलर्स का इस्तेमाल बंद करता है, तो होंठ ढीले और उम्र से अधिक बड़े दिख सकते हैं।
संवेदनशीलता में कमी (Loss of Sensation)
लंबे समय तक लिप फिलर्स का इस्तेमाल होठों की नर्वस प्रणाली को प्रभावित कर सकता है, जिससे संवेदनशीलता में कमी हो सकती है। यह भोजन करते समय या चुंबन जैसे सामान्य कार्यों में परेशानी का कारण बन सकता है।
फिलर माइग्रेशन (Filler Migration)
यह तब होता है जब इंजेक्ट किया गया फिलर अपनी जगह से खिसककर दूसरी जगह चला जाता है। इससे होठों के आसपास की स्किन सूजन या उभारदार दिख सकती है।
क्या लिप फिलर्स से बचा जा सकता है?
अगर आप लिप फिलर करवाना चाहती हैं तो सबसे पहले किसी अनुभवी और प्रमाणित त्वचा विशेषज्ञ या प्लास्टिक सर्जन से सलाह लें। हर व्यक्ति की त्वचा, शरीर की प्रतिक्रिया और एलर्जी अलग-अलग होती है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि यह प्रक्रिया आपके लिए कितनी सुरक्षित है।
इसे भी पढ़ें: लिप फिलर्स कितने समय तक टिकते हैं? डॉक्टर से जानें Lip Fillers से जुड़े ऐसे 5 सवालों के जवाब
लिप फिलर्स आकर्षक हो सकते हैं लेकिन इनका लंबे समय तक नुकसान देखने को मिल सकता है। यदि आप इस प्रक्रिया को अपनाने की सोच रहे हैं तो पूरी जानकारी और विशेषज्ञ की सलाह लेना अत्यंत जरूरी है।
FAQ
क्या लिप फिलर्स पूरी तरह सुरक्षित हैं?
एक बार कराए गए लिप फिलर्स विशेषज्ञ की निगरानी में आमतौर पर सुरक्षित होते हैं, लेकिन बार-बार करवाने पर इससे त्वचा ढीली, असमान या टिशू डैमेज जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।क्या लिप फिलर्स के बाद होंठों में दर्द होता है?
हां, प्रक्रिया के बाद हल्की सूजन और दर्द हो सकता है, जो कुछ दिनों में ठीक हो जाता है। लेकिन अगर दर्द लंबे समय तक रहे, तो डॉक्टर से संपर्क करें।क्या लिप फिलर्स हटाए जा सकते हैं?
हां, अगर फिलर से कोई समस्या होती है, तो हायल्यूरोनिक एसिड बेस्ड फिलर्स को एक विशेष इंजेक्शन (हायल्यूरोनिडेज) से हटाया जा सकता है। हालांकि, अन्य प्रकार के फिलर्स को हटाना मुश्किल हो सकता है।