Habits To Lose Weight With PCOS In Hindi: जिन महिलाओं को पीसीओएस (PCOS) यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की समस्या रहती है, उनके साथ वजन बढ़ने की समस्या काफी देखने को मिलती है। इस स्थिति से पीड़ित ज्यादातर महिलाओं में मोटापा देखने को मिलता है। इसका एक बड़ा कारण खराब जीवनशैली है। पीसीओएस भी खराब खानपान और जीवनशैली के कारण होने वाली स्थिति है, जो महिलाओं में देखने को मिलती है। इस स्थिति में महिलाओं के शरीर में हार्मोनल असंतुलन की समस्या हो जाती है। लंबे समय में यह लगातार खराब जीवनशैली वजन बढ़ाने में योगदान देती है। लेकिन जब पीसीओएस से पीड़ित महिलाएं इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाती हैं, तो इलाज के साथ उन्हें यह भी सलाह दी जाती है कि वे स्वस्थ जीवनशैली को फॉलो करें और वजन भी कंट्रोल करें। लेकिन ज्यादातर महिलाओं के साथ यह समस्या देखने को मिलती है कि वे कोशिश तो बहुत करती हैं, लेकिन वजन नहीं घटा पाती हैं। बहुत सी महिलाएं परेशान होकर डॉक्टर से यह सवाल भी पूछती हैं कि आखिर पीसीओएस के साथ वजन कैसे घटाएं?
हार्मोनल एंड गट हेल्थ डायटीशियन मनप्रीत कालरा की मानें, तो अपने आहार, एक्सरसाइज रुटीन और जीवनशैली में कुछ मामूली बदलाव करने से पीसीओएस के साथ भी आसानी से वजन घटाया जा सकता है। इसके अलावा, कुछ छोटी-छोटी स्वस्थ आदतों को जीवनशैली में शामिल करने से भी तेजी से वजन घटाने में काफी मदद मिल सकती है। अपनी एक इंस्टाग्राम पोस्ट में उन्होंने पीसीओएस के साथ वजन घटाने के लिए जीवनशैली से जुड़ी 5 अच्छी आदतें शेयर की हैं, जिन्हें आपको अपनी जीवनशैली का हिस्सा जरूर बनाना चाहिए। इस लेख में हम आपको इनके बारे में विस्तार से बता रहे हैं....
पीसीओएस के साथ वजन घटाने के लिए 5 अच्छी आदतें- Habits To Lose Weight With PCOS In Hindi
1. प्रोटीन से भरपूर से ब्रेकफास्ट करें
इससे इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करने में मदद मिलती है और शरीर की अतिरिक्त ग्लूकोज को मेटाबॉलाइज करने की क्षमता में सुधार होता है।
2. कॉफी की जगह चेस्टबेरी टी या स्पियरमिंट टी पिएं
कैफीन कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) को बढ़ा सकता है, जिससे पीसीओडी के लक्षणों जैसे थकान, चिंता आदि को खराब कर सकता है।
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3. गहरी सांस लेने के 3 राउंड का अभ्यास करें
4 सेकंड के लिए सांस लें, 4 सेकंड के लिए रोकें और 4 सेकंड के लिए सांस छोड़ें। यह तनाव और कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर को कम करने में मदद करता है।
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4. भोजन के बाद 10 मिनट की सैर
इससे ब्लड शुगर में स्पाइक को रोकने और कंट्रोल रखने में मदद मिलेगी। यह इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करने में मदद करता है।
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5. बैलेंस्ड डाइट लें
इंसुलिन रेजिस्टेंस में सुधार के लिए अपने भोजन को संतुलित करें। 1/4 प्रोटीन, 1/4 कार्ब और बाकी सब्जियों डाइट में शामिल करें।
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