
माइग्रेन के लिए सबसे बड़ा कारण भागदौड़ भरी जिंदगी को माना जाता है, लेकिन नए शोध के अनुसार कुछ विटामिन की कमी से भी बच्चों, किशोरों व वयस्कों में माइग्रेन रोग हो सकता है।
माइग्रेन, एक ऐसी बीमारी जिसके मरीज दुनियाभर में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हमारे देश में भी इसकी तादाद बढ़ती जा रही है। माइग्रेन में रोगी को बेचैन कर देने वाला दर्द होता है। इसका सबसे बड़ा कारण भागदौड़ भरी जिंदगी को माना जाता है लेकिन नए शोध के मुताबिक कुछ विटामिन की कमी से भी बच्चों, किशोरों व वयस्कों में माइग्रेन रोग हो सकता है। इसलिए अगर आपमें माइग्रेन के लक्षण दिखे, तो विटामिन की जांच करा लें।
शोधकर्ताओं के निष्कर्ष में इस बात का खुलासा हुआ है कि माइग्रेन से पीड़ित अधिकांश किशोरों व वयस्कों में विटामिन डी, राइबोफ्लेबिन तथा कोइंजाम क्यू10 की कमी पाई गई। लड़कों की तुलना में लड़कियों में कोइंजाइम क्यू10 की कमी की संभावना होती है, जबकि पुरुषों में विटामिन डी की कमी की संभावना अधिक होती है।
अमेरिका स्थित सिनसिनाती चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल मेडिकल सेंटर में मुख्य शोधकर्ता सुजेन हगलर के अनुसार, "इस बात पर अभी और अध्ययन करने की जरूरत है कि माइग्रेन की अवस्था में विटामिन के सेवन से आराम पहुंचता है या नहीं।" इससे पहले के अध्ययन में यह साबित हो चुका है कि शरीर में कुछ विटामिनों की कमी से माइग्रेन रोग हो सकता है। निष्कर्ष अमेरिका के सैन डिएगो में हाल में अमेरिकन हेडेक सोसायटी के वैज्ञानिकों की सालाना 58वीं बैठक के दौरान प्रस्तुत किया गया।
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