आजकल लोग फिजिकल से लेकर मेंटल तक दोनों तरह की हेल्थ का ख्याल रखते हैं। यही वजह है कि लोग स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी समस्याओं को लेकर जागरूक हैं। बात जब मेंटल हेल्थ की होती है, तो आप सभी ने कभी न कभी डोपामाइन का नाम जरूर सुना होगा। मगर क्या आप जानते हैं कि डोपामाइन आखिर क्या होता है और इसकी कमी से शरीर पर कैसा असर हो सकता है? अगर नहीं, तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको इन्हीं सवाल के जवाब देंगे। इस बारे में सर्जन डॉ. विवेक गोगिया ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में डॉ. विवेक ने बॉडी में डोपामाइन की कमी के कारण दिखने वाले 4 लक्षणों पर बात की है। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
डोपामाइन क्या है?
डोपामाइन दिमाग में मौजूद एक हार्मोन है, जो कि एक न्यूरोट्रांसमीटर की तरह काम करता है। यह हमारे दिमाग की कई कामों को करने के लिए मदद करता है। डोपामाइन मूवमेंट, स्मृति, अटेंशन, मूड, मोटिवेशन और कई अन्य कार्यों में मदद करता है। यही कारण है कि शरीर में पर्याप्त मात्रा के अंदर डोपामाइन का होना बहुत जरूरी होता है। इस हार्मोन की कमी से व्यक्ति को दिमाग से जुड़ी कोई समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है।
डोपामाइन की कमी के 4 लक्षण कौन-से हैं?
फोन का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल
ज्यादातर लोग सुबह उठते ही सबसे पहले फोन उठाते हैं। इसके अलावा, वह हर कुछ मिनट में बिना किसी काम के अपना फोन चलाते रहते हैं या फिर बिना किसी नोटिफिकेशन के फोन चेक करते हैं, तो ऐसा आपके शरीर में डोपामाइन की कमी के कारण हो सकता है। यही कारण है कि आपको दिमाग में डोपामाइन हार्मोन बढ़ाने की जरूरत है।
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मोटिवेशन की कमी
किसी भी काम को अच्छी तरह और खुशी से करने के लिए मोटिवेशन की जरूरत होती है। अगर आप हर काम में बोर हो रहे हैं, कुछ भी करने या हिलने का मन नहीं कर रहा है, तो ऐसा डोपामाइन की कमी के चलते हो सकता है।
हर वक्त मनोरंजन की चाहत
अगर आप हर काम को बोरिंग महसूस कर रहे हैं और आपका दिमाग नए-नए मनोरंजन खोज रहा है, तो ऐसा डोपामाइन की कमी के कारण हो सकता है। इस स्थिति में लोग शांति से नहीं बैठ पाते हैं, उन्हें लाइफ में कुछ न कुछ ड्रामा चाहिए होता है।
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फोकस करने में परेशानी
अगर आप किसी भी काम या बात में फोकस नहीं कर पा रहे हैं, तो यह समस्या डोपामाइन की कमी के कारण हो सकती है। ऐसे में आपके लिए शरीर में डोपामाइन हार्मोन की मात्रा को बैलेंस करना बहुत जरूरी हो जाता है।
डोपामाइन की मात्रा बढ़ाने के लिए क्या करें?
अगर आप शरीर में डोपामाइन की मात्रा को नेचुरली बढ़ाना चाहते हैं, तो डाइट में कुछ जरूरी बदलाव कर सकते हैं। इस स्थिति में आप बादाम, फल, सब्जियां, दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स, चॉकलेट, नॉन-वेज और कॉफी आदि चीजों का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, आप अपने दिमाग को आराम देकर और स्लीप शेड्यूल को सुधार कर भी डोपामाइन हार्मोन को बढ़ा सकते हैं।
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शरीर में डोपामाइन की सही मात्रा का होना बहुत जरूरी होता है। इस तरह आप खुद को ब्रेन से जुड़ी कई छोटी-बड़ी समस्याओं से बचा सकते हैं। यह हार्मोन आपकी मेन्टल हेल्थ को अच्छा बनाए रखने में मददगार साबित होता है।