पूजा करते समय घरों और मंदिरों में अगरबत्ती जलाई जाती है। इसकी खुशबू इंसान का ध्यान पूजा में लगाती है और मन के साथ-साथ घर में भी सकारात्मक ऊर्जा भर देती है। बता दें कि धार्मिक मान्यताओं के हिसाब से कभी-भी एक अगरबत्ती नहीं जलाई जाती है। इसे हमेशा ही 2 या इससे ज्यादा के जोड़े में जलाया जाता है। यही कारण है कि अगरबत्ती का धुंआ भी ज्यादा हो जाता है। अगरबत्ती घर से नकारात्मक ऊर्जा को कम करती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकती है? अगर नहीं, तो आइए इस बारे में सर्जन डॉ. विवेक गोगिया की इंस्टाग्राम वीडियो से जानते हैं। बता दें कि अगरबत्तियां सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है, इसका पता नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन में प्रकाशित एक रिसर्च से भी चलता है। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
अगरबत्ती सेहत के लिए हानिकारक क्यों है?
अगरबत्ती सेहत के लिए हानिकारक होती है, क्योंकि इसमें नुकसानदायक केमिकल्स पाए जाते हैं। इन केमिकल्स में एल्केन कंपाउंड होता है, जो शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है। स्टडी की मानें, तो अगरबत्ती बनाने में हर्बल और लकड़ी का पाउडर, सुगंध सामग्री, चिपकने वाला पाउडर और बांस की लकड़ी शामिल होती है। इसके जलने पर धुंआ निकलता है। इस धुंए में पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) गैस होती है। साथ ही, वोलेटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड (वीओसी) भी पाए जाते हैं। बता दें कि 1 अगरबत्ती जलाने से निकलने वाले हानिकारक कण औसतन 45 मिलीग्राम/ग्राम होते हैं। यह सिगरेट से निकलने वाले कणों से ज्यादा है।
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अगरबत्ती का केमिकल हानिकारक होता है
अगरबत्ती में प्रयोग होने वाले केमिकल्स धुंए के साथ आपके फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर आप लंबे समय तक धुएं के संपर्क में रहते हैं, तो हाइड्रोकार्बन फेफड़ों में जमता जाता है। ये हानिकारक केमिकल फेफड़े की झिल्लियों में संक्रमण पैदा कर सकता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि अगरबत्ती की धुआं दिमाग को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इससे व्यक्ति सिरदर्द, डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसे रोगों का शिकार हो सकता है।
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अगरबत्ती जलाने से कौन-सी समस्याएं हो सकती हैं?
जैस हमने आपको बताया कि अगरबत्ती के धुएं में कार्बन, सल्फर, नाइट्रोजन ऑक्साइड और अन्य पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक वाष्पशील यौगिक (Polycyclic Aromatic Volatile Compounds) होते हैं। इनसे कैंसर होने का खतरा बढ़ता है। इसके साथ ही, अगरबत्ती जलाने से वायु प्रदूषण बढ़ता है। अगरबत्ती के धुएं से सिरदर्द, सांस संबंधी समस्याएं, स्किन संबंधी सेंसिटिविटी और एलर्जी जैसी परेशानियां हो सकती हैं। अगरबत्ती के धुएं से दिल और फेफड़ों को नुकसान पहुंच सकता है।
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जैसा कि हमने आपको बताया कि अगरबत्ती जलाने से शरीर को कई समस्याएं हो सकती हैं। अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि पूजा में अगरबत्ती न जलाएं? तो इसका जवाब है कि अगरबत्ती को जला रहे हैं, तो पूजा घर में छोटे बच्चों को न जाने दें। इसके अलावा, घर में 2 से ज्यादा अगरबत्ती न जलाएं। आप चाहें, तो अगरबत्ती को जलाकर बालकनी में भी लगा सकते हैं। इसे ज्यादा देर घर में न रहने दें।