कोरोना वायरस संक्रमण के दुनियाभर में बढ़ते मामलों के बीच एक नई बीमारी ने दस्तक दे दी है। पूरी दुनिया में इस नई बीमारी को लेकर तमाम शोध और अध्ययन भी किये जा रहे हैं। दरअसल इजराइल में एक ऐसी बीमारी के बारे में पता लगा है जिसका नाम फ्लोरोना (Florona) है। फ्लोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद इजराइल के स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गयी है। दरअसल इजराइल में एक गर्भवती महिला में दो वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है जिसे अस्पताल में बच्चे के जन्म के लिए भर्ती किया गया था। जिसके बाद जांच में महिला को 2 वायरस यानी कोरोना और फ्लू के संक्रमण का पता चला। इसे फ्लोरोना का नाम दिया गया है। आइये विस्तार से जानते है फ्लोरोना संक्रमण के बारे में।
क्या है फ्लोरोना संक्रमण? (What Is Florona?)
फ्लोरोना एक तरह की ऐसी समस्या है जिसमें मरीज को दो वायरस का संक्रमण हो जाता है। जानकारी के अनुसार इसे कोरोना और इन्फ्लूएंजा का का दोहरा संक्रमण माना गया है। पूरी दुनिया में इस नयी समस्या को लेकर अध्ययन और शोध जारी है। दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच फ्लोरोना की पुष्टि हुई है। लखनऊ स्थित गोमती हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ अमित कुमार सिंह के मुताबिक फ्लोरोना के बारे में मौजूद जानकारी ये कहती है कि ये कोरोनावायरस या कोविड 19 और इन्फ्लूएंजा का एकसाथ संक्रमण है। चूंकि इस वक्त इन्फ्लूएंजा का संक्रमण तेजी से बढ़ा है इसलिए लोगों में कोरोना और फ्लू एकसाथ होने का खतरा है। हालांकि भारत में अभी तक इस बीमारी की पुष्टि नहीं हुई है। इन दोनों वायरस से संक्रमित होने के बाद इंसान को संक्रमण की वजह से होने वाली समस्याओं का खतरा दो गुना हो जाता है।
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फ्लोरोना के लक्षण (Florona Symptoms)
डॉक्टर्स यह चिंता व्यक्त कर रहे हैं कि फ्लोरोना जिसे कोरोना और फ्लू का डबल अटैक माना जा रहा है, अगर तेजी से फैला तो यह मरीजों के लिए काफी खतरनाक हो सकता है। इस बीमारी की वजह से मरीजों में निमोनिया और मायोकार्डिटिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं और इसकी वजह से इंसान की मौत भी हो सकती है। मौजूदा जानकारी के मुताबिक इस दोहरे संक्रमण के कई लक्षण बहुत गंभीर हो सकते हैं। फ्लोरोना से संक्रमित होने वाले व्यक्ति में कोरोना और इन्फ्लूएंजा के लक्षण एकसाथ दिखाई देते हैं। विश्व स्वास्थ्य संफ्थान के अनुसार एक व्यक्ति को एक ही समय में दोनों संक्रमणों से लड़ना पड़ सकता है और मरीजों में इन दोनों बीमारियों के गंभीर लक्षण दिखाई दे सकते हैं। फ्लोरोना की समस्या से ग्रसित व्यक्ति में ये लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
- गले में खराश।
- गंभीर खांसी।
- नाक बहना।
- तेज बुखार।
- सांस लेने में परेशानी।
- फ्लू के लक्षण।
- स्वाद और गंध की हानि।
फ्लोरोना के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग दिख सकते हैं। हर व्यक्ति में उसकी शारीरिक स्थिति के हिसाब से इस बीमारी के लक्षण देखने को मिलते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि समय पर उचित इलाज न होने के कारण मरीज की मौत भी संक्रमण के डबल अटैक से हो सकती है। चूंकि कोविड और इन्फ्लूएंजा दोनों ही बीमारियां श्वसन प्रणाली को प्रभावित करती हैं इसलिए फ्लोरोना में भी श्वसन प्रणाली से जुड़ी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
कैसे फैलता है ये संक्रमण? (How Florona Spread?)
फ्लोरोना की बीमारी में मरीज को इन्फ्लूएंजा और कोरोना दोनों का एकसाथ संक्रमण हो जाता है। चूंकि यह वायरस के जरिए फैलने वाली बीमारी है इसलिए यह खांसने, बोलने छींकने आदि से फैल सकती है। इस वायरस के एरोसोल कण हवा में फैल सकते हैं। यह माना जा रहा है कि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से इस बीमारी के फैलने का खतरा सबसे ज्यादा है। सर्दी के मौसम में इन्फ्लूएंजा के फैलने का खतरा बढ़ गया है और ऐसे मौसम में फ्लोरोना भी बढ़ सकता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक इस समस्या में मरीज को लक्षण 2 से 10 दिन के भीतर दिखाई देते हैं।
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