आज से ठीक 2 साल पहले 31 दिसंबर 2019 को चीन के वुहान शहर में 'वुहान म्यूनिसिपल हेल्थ कमीशन' ने एक रिपोर्ट जारी की और बताया कि उनके यहां कई लोग एक खास तरह के निमोनिया का शिकार हो रहे हैं। तब किसी को नहीं पता था कि निमोनिया जैसी लगने वाली ये असामान्य बीमारी 21वीं सदी के इतिहास में एक वैश्विक महामारी के रूप में दर्ज होगी। 1 जनवरी 2020 को ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच के लिए एक टीम गठित की और 4 जनवरी 2020 को दुनिया को बताया कि वुहान में एक नए किस्म का निमोनिया सामने आया है, जिससे कई लोग बीमार हो रहे हैं। 13 जनवरी 2020 को जब चीन से बाहर थाईलैंड में इस बीमारी का पहला मामला सामने आया, तब इस आशंका को बल मिला कि ये नई बीमारी सामान्य निमोनिया नहीं, बल्कि कोई संक्रामक बीमारी है। 14 जनवरी 2020 को WHO ने माना कि ये खास निमोनिया इंसानों से इंसानों में फैलने वाला है और SARS, MERS ग्रुप का वायरस इसका जिम्मेदार है, जिसे कोरोना वायरस (Coronavirus) कहते हैं। इसके बाद कई लेवल की जांच हुई। एक तरफ चीन और दुनियाभर के कई स्वास्थ्य संगठन व वैज्ञानिक इस नई बीमारी के बारे में ज्यादा से ज्यादा पता लगाने प्रयास करते रहे और दूसरी तरफ ये बीमारी वुहान से बाहर चीन के कई हिस्सों में और चीन से बाहर कुछ देशों में फैल गई।
11 फरवरी 2020 को WHO ने पहली बार इस बीमारी को इसका अपना नाम दिया "कोविड-19 (COVID-19)"। गुजरते समय के साथ जब तक ये पता लगाया गया कि कोविड-19 नामक बीमारी अत्यंत संक्रामक है जानलेवा है, तब तक कई देश इसकी जद में आ चुके थे। इन स्थितियों को देखते हुए 11 मार्च 2020 को WHO ने इस बीमारी को वैश्विक महामारी (Global Pandemic) घोषित कर दिया। और यहीं से बढ़ता हुआ ये सिलसिला आज ठीक 2 साल 31 दिसंबर 2021 को ओमिक्रोन (Omicron) के रूप में दुनिया को एक बार फिर डरा रहा है।
कैसे रहे दुनिया के लिए पिछले 2 साल?
पिछले 2 सालों में दुनिया में बहुत कुछ बदला है- जीने का तरीका, सोचने का तरीका, काम करने का तरीका, सफर करने का तरीका, पब्लिक प्लेसेज पर घूमने का तरीका, अस्पतालों में इलाज का तरीका, रेस्टोरेंट्स में खाने का तरीका- और भी बहुत कुछ, बदला है और बदलता ही जा रहा है। इनमें से कुछ बदलाव अब हमेशा हमारे साथ रहने वाले हैं, तो कुछ धीरे-धीरे खत्म हो जाएंगे। दुनिया की हर महामारी की तरह इस महामारी का भी एक दिन अंत होना तो तय है, मगर इस बीच हम कितनी जिंदगियों को खो चुके हैं और कितनों को खोएंगे, इस बारे में सोचकर ही महामारी को खत्म करने के प्रयास किए जा सकते हैं। हो सकता है कि पिछले कुछ समय में आपने खुद को खबरों से दूर कर लिया हो और आंकड़ों ने आपको डराना बंद कर दिया हो, लेकिन आपको जानना चाहिए कि एक व्यक्ति से शुरू हुई ये बीमारी 2 साल के अंदर लगभग 54.5 लाख लोगों की जिंदगियां लील चुकी है। सिर्फ भारत में ही इस बीमारी के कारण 4 लाख 81 हजार लोगों की मृत्यु हुई है। ये आंकड़े मैं आपको डराने के लिए नहीं लिख रहा हूं, बल्कि इसलिए लिख रहा हूं कि अगर हम अब भी गलतियों से सीखकर आगे नहीं बढ़े और महामारी को रोकने का सामूहिक प्रयास नहीं किया गया, तो स्थिति कितनी गंभीर होगी, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है।
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टॉप स्टोरीज़
साल 2022 से क्या हैं उम्मीदें
साल 2022 की शुरुआत हो रही है। मौजूदा स्थिति यह है कि इस समय दुनिया के लगभग सभी देश कोरोना वायरस महामारी की पहली, दूसरी, तीसरी और कहीं-कहीं तो चौथी लहर का सामना कर रहे हैं। हमारा देश भारत भी कोरोना की तथाकथित तीसरी लहर के मुहाने पर है। अब तक दुनिया ने इस महामारी को रोकने का जो चिकित्सीय उपाय खोजा है वो है टीकाकारण (Vaccination)। यही कारण है कि पिछले एक साल में ज्यादातर देशों ने टीकाकरण पर जोर दिया है। भारत ने भी 100 करोड़ से ज्यादा लोगों का टीकाकरण हो चुका है। ourworldindata के आंकड़ों के अनुसार भारत की 60% से ज्यादा आबादी को पहली डोज और 40% से ज्यादा आबादी को दोनों डोज वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं। लेकिन कोरोना वायरस का नए वैरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) के कुछ मामले ऐसे देखे गए हैं, जिनमें दोनों वैक्सीन ले चुके लोग भी संक्रमित हो रहे हैं। लेकिन अच्छी बात ये है कि वैक्सीन ले चुके लोग कुछ दिनों में ही अपने आप या सामान्य दवा-इलाज के बाद ठीक भी हो रहे हैं। इसलिए वैक्सीन इस महामारी को रोकने का एक कारगर उपाय है और जो सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार जो लोग वैक्सीन लेने के योग्य हैं, उन्हें वैक्सीन जरूर लेना चाहिए। भारत में कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज भी कुछ विशेष लोगों को लगाने की प्रक्रिया साल 2022 से शुरू हो रही है। संभव है सामान्य लोगों को भी आने वाले समय में बूस्टर डोज दिए जाएं। लेकिन सिर्फ वैक्सीन लगवा लेना ही इस महामारी को नहीं रोकेगा। जब तक ये महामारी पूरी तरह न खत्म हो जाए, तब तक हमें इसके प्रसार को रोकने के उपायों पर बल देना जरूरी है।
कैसे होगा कोविड महामारी का अंत?
बार-बार हाथ धोना, खाने और चेहरा छूने से पहले हाथों को सैनिटाइज करना, मास्क पहनना और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर अन्य लोगों से दूरी बनाकर चलना, बड़ी संख्या में कहीं इकट्ठा न होना- यही कुछ तरीके हैं, जिसने इस बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है। लेकिन देखा जा रहा है कि हर लहर के बाद जब स्थिति कुछ सामान्य होने लगती है, तो लोग असावधान हो जाते हैं। ऐसा सिर्फ हमारे यहां ही नहीं है, दुनिया के ज्यादातर देशों में कोरोना वायरस की लहर थमने के बाद नागरिक और सरकारी तंत्र जिस तरह से ढीलापन दिखाते आ रहे हैं, उससे परेशानी कम होने के बजाय बढ़ती जाने की आशंका ज्यादा है। ग्लोबल विलेज बन चुकी इस दुनिया का कोई भी देश तब तक इस महामारी से सुरक्षित नहीं है, जब तक एक भी व्यक्ति इससे संक्रमित है। इसीलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन कई बार इस बात पर बल दे चुका है कि महामारी से लड़ने में सारे देशों को सामूहिक प्रयास करने की जरूरत है।
साल 2022 को लेकर WHO ने जगाई आशा की किरण
As we mark the second anniversary of the #COVID19 pandemic, Dr @mvankerkhove shares her hope to end this crisis in the new year.
Let's #ACTogether �� pic.twitter.com/WoJ8BvPryc — World Health Organization (WHO) (@WHO) December 31, 2021
आने वाले नए साल की तरफ दुनिया उम्मीद की नजरों से मुंह बाए देख रही है। सबके मन में यही सवाल है कि ये सब कब रुकेगा, कब हम पूरी तरह आश्वस्त होंगे कि महामारी खत्म हो चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से कोरोना वायरस के 2 साल पूरे होने पर एक खास वीडियो जारी किया गया है, जिसमें WHO की कोविड-19 टेक्निकल लीड डॉ. मारिया वान करख़ोव बता रही हैं कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ऑफ कंसर्न, ओमिक्रोन को लेकर चिंता जायज है, लेकिन साल 2022 को लेकर वो नई आशाओं से भरी हुई हैं। अगर गलतियां की गईं तो इस वायरस के नए गंभीर वैरिएंट्स भी सामने आ सकते हैं, लेकिन अगर हम सभी पूरी सतर्कता और सावधानी के साथ इसे फैलने से रोकें, तो जल्द ही महामारी का अंत हो सकता है। उन्होंने कहा कि आप अपनी और अपनों की सुरक्षा तो तय करें ही करें, लेकिन औरों की सुरक्षा का भी ध्यान रखें। यही एक तरीका है इस माहामारी को रोकने का।
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ओनलीमायहेल्थ भी अपनी पूरी टीम के साथ इस प्रयास में लगा हुआ है कि आप तक सेहत और स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी सही समय पर पहुंचती रहे। आपको घर बैठे डॉक्टर्स और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा सेहतमंद जिंदगी जीने के लिए सुझाए गए उपाय जानने को मिलते रहें। आप स्वस्थ रहें और सकुशल रहें। साल 2022 के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं। उम्मीद है आने वाले कुछ समय में ही हम इस हेडलाइन के साथ एक खबर छापें - "कोरोना वायरस महामारी का हुआ अंत, आज दुनिया में पहली बार कोविड-19 के एक्टिव मामलों की संख्या हुई शून्य"
नोट- लेख में लिखे गए आंकड़े और तथ्य WHO की आधिकारिक वेबसाइट, Worldometer और ourworldindata से लिए गए हैं।