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Knee Arthroscopy: आर्थ्रोस्कोपी क्या है और जोड़ों की समस्या में इसकी जरूरत कब पड़ती है? डॉक्‍टर से जानें

Knee Arthroscopy: घुटने की सर्जरी की एक प्रक्र‍िया को आर्थ्रोस्कोपी के नाम से जाना जाता है। गठ‍िया रोग या घुटने की तकलीफ इससे दूर होती है। 
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Knee Arthroscopy: आर्थ्रोस्कोपी क्या है और जोड़ों की समस्या में इसकी जरूरत कब पड़ती है? डॉक्‍टर से जानें


Knee Arthroscopy: हड्ड‍ियों से जुड़ी क‍िसी भी समस्‍या के कारण चलने-बैठने में तकलीफ होती है। गठ‍िया रोग होने पर या हड्ड‍ियां कमजोर होने पर घुटने में तेज दर्द उठता है। ज‍िन लोगों को घुटने के ह‍िस्‍से में गंभीर चोट आती है, उन्‍हें भी घुटने की तकलीफ हो सकती है। जब फ‍िज‍ियोथेरेपी और दवाओं से घुटने की तकलीफ दूर नहीं होती, तो आर्थ्रोस्कोपी का सहारा ल‍िया जाता है। यह एक सर्ज‍िकल प्रक्र‍िया है। यह सर्जरी तब क‍ी जाती है, जब घुटने को क‍िसी कारण से क्षत‍ि पहुंची हो या हड्डी की क‍िसी बीमारी के कारण घुटने की तकलीफ लगातार बढ़ रही हो। आगे जानेंगे आर्थ्रोस्कोपी सर्जरी की प्रक्र‍िया, कीमत और अन्‍य जरूरी जानकारी। इस व‍िषय पर बेहतर जानकरी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।   

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घुटने की आर्थ्रोस्कोपी सर्जरी क्‍या है?- What is Knee Arthroscopy

घुटने की आर्थ्रोस्कोपी एक तरह की सर्ज‍िकल प्रक्र‍िया है ज‍िसमें घुटने के अंदर के भाग को छोटे कैमरे की मदद से देखकर ठीक क‍िया जाता है। इस सर्जरी में लगभग 1 से 2 घंटों का समय लगता है। इसके बाद मरीज को 1 से 2 द‍िनों तक अस्‍पताल में देख-रेख के ल‍िए रखा जाता है। सर्जरी के बाद घाव में इन्‍फेक्‍शन न हो, इसके ल‍िए साफ-सफाई और सही ढंग से ड्रेस‍िंग करवाने की जरूरत होती है। आर्थ्रोस्कोपी के बाद मरीज को ठीक होने में 1 से डेढ़ महीने का समय लग सकता है। 

घुटने की आर्थ्रोस्कोपी कैसे क‍ी जाती है?- Knee Arthroscopy Procedure  

आर्थ्रोस्कोपी से पहले डॉक्‍टर, मरीज का शारीर‍िक परीक्षण करते हैं। इससे यह पता चलता है क‍ि घुटने में क‍ितना दर्द, सूजन, कठोरता या रेडनेस है। इसके बाद सूजन के स्‍तर की जांच करने के ल‍िए ब्‍लड टेस्‍ट क‍िया जाता है। घुटने की स्‍थ‍ित‍ि जानने के ल‍िए एमआरआई कराने की जरूरत भी होती है। घुटने की आर्थ्रोस्कोपी के ल‍िए मरीज को पहले एनेस्‍थीस‍िया द‍िया जाता है। इसके बाद घुटने में कुछ जगहों पर चीरा लगाया जाता है। इसके बाद एक छोटे कैमरा को घुटने के अंदरूनी ह‍िस्‍से में डाला जाता है। जब डॉक्‍टर स्‍क्रीन पर घुटने की समस्‍या का कारण समझ लेते हैं, तो उसे ठीक करके दोबारा चीरा लगा द‍िया जाता है। इस पूरी प्रक्र‍िया को आर्थ्रोस्कोपी का नाम द‍िया गया है।

आर्थ्रोस्कोपी सर्जरी की कीमत क्या है?- Knee Arthroscopy Cost 

घुटने की आर्थ्रोस्कोपी कराने की कीमत 1 से 2 लाख रूपए है। यह न‍िर्भर करता है क‍ि आप क‍िस हॉस्‍प‍िटल में इलाज करवा रहे हैं। सभी हॉस्‍प‍िटल अपनी सर्व‍िस के मुताब‍िक दाम लेते हैं।    

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आर्थ्रोस्कोपी के नुकसान भी हैं?- Knee Arthroscopy Side Effects

हर चीज के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। घुटने की आर्थ्रोस्कोपी सर्जरी जहां एक तरफ घुटने की समस्‍या को दूर करती है, तो वहीं दूसर तरफ इस सर्जरी को कराने से कुछ नुकसान होने की संभावना भी रहती है। जैसे- 

  • घुटने के जोड़ में संक्रमण। 
  • घुटने की रक्त वाहिकाओं में चोट लगना। 
  • एनेस्थीसिया के कारण एलर्जी होना।  
  • चीरा लगने से संक्रमण होना। 

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