
Joint Pain in Winter: सर्दियों के दिनो में ठंड बढ़ने के कारण मांसपेशियों में ऐंठन महसूस होती है। कुछ लोगों को ये लक्षण केवल सर्दियों में नजर आता है। चलने में दर्द और अकड़न का कारण विटामिन डी की कमी भी हो सकती है। शीत लहर और कोहरे से ढके दिनों में सूरज की रौशनी नहीं मिल पाती। इस कारण से लोगों को जोड़ों में तेज दर्द उठता है। अगर आपकी हड्डियां कमजोर हैं, तो ये दर्द आपको और भी ज्यादा परेशान कर सकता है। शरीर में रक्त प्रवाह बिगड़ जाने के कारण भी घुटनों में दर्द की समस्या होती है। दर्द के साथ-साथ घुटनों में सूजन और दर्द (Joint Swelling and Pain) भी उठ सकता है। जोड़ों के दर्द का इलाज ढूंढ रहे हैं, तो सोयाबीन तेल की मदद ले सकते हैं। इस तेल की मालिश करने से घुटनों का दर्द काफी हद तक ठीक हो जाता है। आगे जानते हैं जोड़ों की मालिश करने का सही तरीका।
जोड़ों के लिए क्यों फायदेमंद है सोयाबीन तेल की मालिश?
सोयाबीन ऑयल, वनस्पति तेल है। इसे सोयाबीन के बीजों से निकाला जाता है। इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं। इन गुणों के कारण सर्दियों में जोड़ों के दर्द (Joint Pain) से छुटकारा दिलाने में सोयाबीन तेल फायदेमंद है। जिन लोगों को जोड़ों में सूजन की समस्या है, उन्हें भी सोयाबीन तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। अर्थराइटिस में होने वाले दर्द को दूर करने के लिए सोयाबीन तेल की मालिश (Soyabean Oil Massage) से दर्द से राहत मिलती है। हड्डी के स्वास्थ्य (Bone Health) के लिए सोयाबीन तेल की मालिश फायदेमंद मानी जाती है। सोयाबीन तेल में आइसोफ्लेफॉन केमिकल कंपाउंड होता है। इससे ऑक्सीडेटिव संतुलन को बनाए रखने में मदद मिलती है जिससे ऑस्टियोपोरोसिस से बच सकते हैं।
सोयाबीन तेल की मालिश जोड़ों पर कैसे करें?
- सोयाबीन तेल को हल्का गुनगुना कर लें और जोड़ों की मालिश करें, इससे दर्द में काफी राहत मिलेगी।
- 2 से 3 चम्मच सोयाबीन तेल में 2 कलियां लहसुन की डालें और उसे हल्का गर्म करें।
- फिर ठंडा होने के बाद जोड़ों और पैरों पर इस तेल की मालिश करें।
- तेल की मालिश करते समय, त्वचा को रगड़ने से बचें। ऐसा करने से त्वचा लाल हो जाती है।
- सोयाबीन तेल की मालिश रात को सोते समय करेंगे, तो ज्यादा फायदेमंद होगा।
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कितनी देर मालिश करना चाहिए?
सभी की त्वचा अलग होती है इसलिए ये कह पाना मुश्किल है कि आपको कितनी देर मालिश करनी चाहिए। हालांकि मालिश तब तक करें, जब तक त्वचा तेल को एब्सॉर्ब न कर लें। मालिश की शुरुआत पैरों से कर रहे हैं, तो नीचे से ऊपर की ओर बढ़ें। पहले पैरों के तलवे, उंगली, फिर पिंडी, जांघ और उसके बाद घुटने, पेट, कमर कंधे पर मालिश करें। इससे रक्तप्रवाह ऊपर की ओर होता है और इसे मालिश का सही तरीका माना जाता है।
सर्दियों में घुटनों का दर्द सताए, तो ऊपर बताए तरीके से सोयाबीन तेल की मालिश करें।