लिवर की खराबी के कारण हो सकता है पीलिया, जानें गर्मी के मौसम में पीलिया से कैसे करें बचाव

इस समय वैश्‍व‍िक महामारी के साथ और भी कई बीमार‍ियां बढ़ रही हैं जैसे पीलिया या जॉन्‍ड‍िस ज‍िसका सीधा संबंध ल‍िवर से है
  • SHARE
  • FOLLOW
लिवर की खराबी के कारण हो सकता है पीलिया, जानें गर्मी के मौसम में पीलिया से कैसे करें बचाव

जॉन्‍ड‍िस या पील‍िया का ल‍िवर से क्‍या संबंध है? इस समय पूरा व‍िश्‍व वैश्‍व‍िक महामारी कोव‍िड का सामना कर रहा है पर ऐसा नहीं है कि बाक‍ि रोगों ने अपनी पकड़ कमजोर कर ली है। बाक‍ि रोग भी तेजी से फैल रहे हैं ज‍िनमें से एक है पील‍िया या जॉन्‍ड‍िस। ये बीमारी गर्मी के द‍िनों में ज्‍यादा देखने को म‍िलती है। जॉन्‍ड‍िस या पीलिया का सीधा संबंध ल‍िवर से है। अगर आपका ल‍िवर कमजोर है तो आपको पील‍िया होने की आशंका बढ़ जाती है वहीं अगर आपको पील‍िया है तो आपके ल‍िवर पर इसका असर देखने को म‍िलता है इसल‍िए दोनों का आपस में संबंध है। अगर आपको पील‍िया से बचना है तो ल‍िवर को स्‍वस्‍थ्‍य रखना जरूरी है। पील‍िया होने पर बुखार आता है, आपको भूख कम लगती है, त्‍वचा और आंखें पीली हो जाती हैं और थकान महसूस होती है। पील‍िया या जॉन्‍ड‍िस के लक्षण, इलाज और ल‍िवर से उसका संबंध जानने के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की। 

jaundice symptoms

पीलिया के लक्षण क्‍या हैं? (Symptoms of Jaundice)

अगर आपको जॉन्‍ड‍िस या पील‍िया हुआ है तो इन लक्षणों से आप बीमारी का पता लगा सकते हैं और लक्षण अगर मैच कर रहे हैं तो एक बार डॉक्‍टर से सलाह जरूर लें।

  • पील‍िया या जॉन्‍ड‍िस होने पर बुखार आता है।  
  • जॉन्‍ड‍िस होने पर त्‍वचा और आंखों का रंग पीला पड़ जाता है।
  • इसके अलावा पेट में दर्द और सूजन भी होती है।
  • कुछ लोगों को स्‍टूल में खून भी आ जाता है।
  • पील‍िया से पीड़‍ित मरीज को थकान महसूस होती है।
  • पील‍िया में भूख लगना बंद होती है।  

पील‍िया और ल‍िवर का क्‍या संबंध है? (Why Liver is connected to Jaundice)

liver and jaundice connection

ल‍िवर हमारे पेट की दायीं ओर और पसल‍ियों के नीचे होता है। ल‍िवर हमारे मेटाबॉल‍िज्‍म को ठीक रखता है। ये खाना और पोषक तत्‍व पचाता है। पील‍िया या जॉन्‍ड‍िस होने पर ल‍िवर पर इफेक्‍ट पड़ता है और कमजोर ल‍िवर है तो पील‍िया होने की आशंका बढ़ जाती है इसल‍िए दोनों का आपस में संबंध है। ल‍िवर ग्‍लूकोज को स्‍टोर करके रखने का काम करता है। जब हमें एनर्जी की जरूरत होती है ये ग्‍लूकोज र‍िलीज करता है। ल‍िवर में मौजूद बाइल एक ल‍िक्‍व‍िड है जो शरीर की गंदगी को बाहर करता है और छोटी आंत में फैट को पचाने में मदद करता है। ये शरीर को कई बीमार‍ियों से बचाता है। ल‍िवर की खास‍ियत है क‍ि इसकी कोश‍िकाएं बीमारी से इफेक्‍ट होने के बाद भी काम करती रहती हैं क्‍योंक‍ि वे खुद दोबारा बनना शुरू हो जाती हैं। लेक‍िन इसका ये मतलब नहीं है क‍ि हम ल‍िवर का ध्‍यान न रखें, उसे स्‍वस्‍थ रखना जरूरी है। ल‍िवर में अगर ज्‍यादा नुकसान होगा तो आंत या पेट से खून न‍िकल सकता है और मरीज कोमा में जा सकता है इसल‍िए इस बीमारी को हल्‍के में न लें।  

इसे भी पढ़ें- पीलिया होने पर नहीं है घबराने की जरूरत, आयुर्वेदिक एक्स्पर्ट से जानिए क्या है उपचार

पील‍िया से बचने के ल‍िए ल‍िवर को हेल्दी कैसे रखें? (How to keep Liver healthy to fight against Jaundice)

jaundice in summers

पील‍िया होने पर आपको हल्‍का भोजन लेना है, आराम करना है। इससे पील‍िया हफ्ते भर या एक महीने में ठीक हो जाएगा। बीमारी का अंतराल इस बात पर न‍िर्भर करता है क‍ि आपकी इम्‍यूनिटी क‍ितनी मजबूत है। इसके साथ ही आपको अपने ल‍िवर को भी हेल्‍दी रखना है। लापरवाही बरतने पर स्‍थ‍ित‍ि गंभीर हो सकती है। चल‍िए जानते हैं पील‍िया से बचने के ल‍िए ल‍िवर को हेल्‍दी रखने के कुछ ट‍िप्‍स

  • आपको पील‍िया से बचना है तो ल‍िवर को फैटी होने से बचाना है उसके ल‍िए आपको मोटापे से बचना होगा, इससे फैटी ल‍िवर, हेपेटाइट‍िस, सिरोस‍िस जैसी बीमार‍ियां भी हो सकती हैं। 
  • हम जो कुछ खाते हैं उसमें मौजूद फैट हमारे शरीर में जमा हो जाता है ज‍िसमें व‍िटाम‍िन मौजूद होते हैं, अगर आप व‍िटाम‍िन ई, डी, ए, के का सेवन ज्‍यादा करेंगे तो लि‍वर इफेक्‍ट होगा इसल‍िए ज्‍यादा व‍िटाम‍िन लेने से बचें। 
  • कोई भी बीमारी होने पर दवाएं खुद से न लें, इससे ल‍िवर पर असर पड़ सकता है। दवाएं ल‍िवर के जरिए शरीर से बाहर न‍िकलती है इसल‍िए उनका साइड इफेक्‍ट ल‍िवर पर पड़ सकता है। 
  • हेपेटाइट‍िस ए, सी, डी, ई से भी ल‍िवर खराब हो सकता है इसल‍िए आपको वैक्‍सीन लगवानी है और दूष‍ित पानी से दूर रहना है साथ ही अपनी चीजों को क‍िसी के साथ शेयर नहीं करना है इससे बीमारि‍यां फैलती हैं। 
  • अध‍िक मात्रा में एल्‍कॉहोल लेने से ल‍िवर प्रभाव‍ित होता है और पील‍िया हो सकता है इसल‍िए इसका सेवन न करें। एल्‍कॉहोल से टॉक्‍स‍िकेशन होता है और वो ल‍िवर को खराब कर सकता है। 

इसे भी पढ़ें- पीलिया (जॉन्डिस) क्या है? जानें कारण, लक्षण और उपचार

गर्म‍ियों में पील‍िया से बचाव कैसे करें? (How to keep ourself safe from Jaundice in Summers)

janudice treatment

  • 1. गर्मी के द‍िनों में लोग घर में कई बर्तनों में पानी जमा करके रखते हैं पर आपको सारे बर्तन खाली रखने हैं। क‍िसी वैसल या बाल्‍टी में पानी भरकर न रखें। अगर आपको पानी स्‍टोर करना है तो उसे ढककर रखें और उसी द‍िन यूज कर लें। कई द‍िनों तक पानी रखने से वो संक्रम‍ित हो जाता है और जॉन्‍ड‍िस होता है। 
  • 2. गर्मी के द‍िनों में अगर आपको जॉन्‍ड‍िस से सुरक्ष‍ित रहना है तो बाहर खाने की गलती न करें खासकर ठेलों से कुछ न खाएं। दूष‍ित पानी के अलावा दूष‍ित खाने से भी आपको पील‍िया हो सकता है। इससे लिवर में संक्रमण हो सकता है इसल‍िए सावधान रहें। 
  • 3. मौसम बदलने के साथ पील‍िया तेजी से फैलता है इसल‍िए आपको जॉन्‍ड‍िस से बचने के ल‍िए हेपेटाइट‍िस की वैक्‍सीन जरूर लगवा लेनी चाह‍िए। सभी सरकारी और निजी अस्‍पतालों में वैक्‍सीन लगाई जाती है। जॉन्‍ड‍िस की वैकसीन नहीं है पर हेपेटाइट‍िस ई से पील‍िया हो सकता है इसल‍िए वैक्‍सीन लगवा लें। 
  • 4. गर्मी के मौसम में पील‍िया से बचना है तो तला-भुना कम खाएं, इससे कोलेस्‍ट्रॉल कंट्रोल होगा और ल‍िवर फैटी नहीं होगा और जॉन्‍ड‍िस होने के चांस कम रहेंगे। 
  • 5. गर्मी के द‍िनों में फ्रेश खाना खाने से आप कई बीमार‍ियों से बच सकते हैं ज‍िनमें से एक है जॉन्‍ड‍िस। हमेशा फ्रेश पका हुआ भोजन ही खाएं और बाहर जा रहे हैं तो मि‍नरल वॉटर का ही इस्‍तेमाल करें। 
  • 6. आपको साफ-सफाई का भी ध्‍यान रखना है, बॉथरूम जाने से पहले और बाद में हाथों को अच्‍छी तरह साबुन और पानी से साफ करके रखें, कुछ खाने से पहले भी हाथों को साफ रखें। 

ल‍िवर को हेल्‍दी रखने वाली डाइट (Healthy diet for healthy Liver)

अगर आपको जॉन्‍ड‍िस या पील‍िया से बचना है तो ल‍िवर को हेल्‍दी रखना होगा। ल‍िवर को हेल्‍दी रखने के ल‍िए आपको ऐसी सभी चीजों से परहेज करना है जो ज्‍यादा तली-भुनी या तेज मसाले और तेल में बनी हों। आप घर पर बना खाना जैसे दाल, रोटी, सब्‍जी, चावल खाएं। आप दाल और सब्‍जी में हल्‍दी डालकर खाएं। अगर आप ल‍िवर को स्‍वस्‍थ्‍य रखना चाहते हैं तो आपको बी-कॉम्‍प्‍लेक्‍स, व‍िटाम‍िन सी, व‍िटाम‍िन ई युक्‍त भोजन खाना चाहिए। व‍िटाम‍िन सी को डाइट में शाम‍िल करने के ल‍िए आप संतरा, ब्रोकली, कीवी, श‍िमला म‍िर्च, पालक, पपीता, स्‍ट्रॉबेरी, गोभी, नींबू आद‍ि खा सकते हैं। 

अगर आप इन ट‍िप्‍स को फॉलो करेंगे तो आपका ल‍िवर भी हेल्‍दी रहेगा और आपको गर्मी के द‍िनों में पील‍िया जैसी बीमार‍ियों का सामना भी नहीं करना पड़ेगा। वैश्‍व‍िक महामारी के समय हम सबको हेल्‍दी ट‍िप्‍स को फॉलो करना है ताक‍ि बाक‍ि बीमार‍ियां शरीर में घर न बना लें। 

Read more on Other Diseases in Hindi 

Read Next

थायराइड रोगियों को क्यों रहता है 'हाशिमोटो' रोग का खतरा? जानें इस बीमारी का कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

Disclaimer