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बच्चों में कंपकंपी के दौरे होना हो सकता है Shuddering Attacks का संकेत, डॉक्टर से जानें इस बीमारी के बारे में

कई बार बच्चे अचानक से कुछ देर के लिए कांपने लगते हैं। इस स्थिति में पेरेंट्स बहुत डर जाते हैं। ऐसे में आइए डॉक्टर से जानते हैं कि बच्चों में कंपकंपी की समस्या क्या आम बात है?
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बच्चों में कंपकंपी के दौरे होना हो सकता है Shuddering Attacks का संकेत, डॉक्टर से जानें इस बीमारी के बारे में

कई बार पेरेंट्स बच्चों को अचानक से कुछ देर के लिए लगातार कांपते हुए देखते हैं। सर्दियों के मौसम में नए माता-पिता को ऐसा लग सकता है कि बच्चा ठंड लगने की वजह से कांप रहा है। हालांकि, ऐसा कुछ भी नहीं होता है। बता दें कि अगर आपका बच्चा अचानक से कुछ सेकेंड्स के लिए कांपने लगता है, तो यह सर्दी नहीं बल्कि शूडरिंग अटैक का लक्षण हो सकता है। इस स्थिति में बच्चे का सिर, गर्दन या यूं कहें की अपर बॉडी बिना रुके कांपने लगती है। इसके साथ ही, बच्चे अपने चेहरे को टाइट कर लेते हैं। बता दें कि बच्चों में शूडरिंग अटैक की समस्या आम हो सकती है। ये दौरे आमतौर पर पैरॉक्सिज्मल नॉन एपिलेप्टिक घटनाओं (पीएनई) में से एक होते हैं। हालांकि, अगर आपके बच्चे को दौरे पड़ रहे हैं, तो उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। आइए इस समस्या के बारे में पीडियाट्रिशन डॉ. मोहित सेठी से जानते हैं।  

क्या बच्चों में कंपकंपी के दौरे आना आम समस्या है 

shuddering attack

जैसा हमने आपको बताया कि बच्चों में कंपकंपी के दौरे यानी शूडरिंग अटैक की समस्या आम होती है। यह स्थिति बच्चों में लंबे समय के लिए नहीं आती है। अगर आपके बच्चे को कंपकंपी का दौरा आया है, तो यह 10 सेकेंड्स से भी कम समय तक रहता है। इस समय में बच्चा अपने आसपास के वातावरण से कटता नहीं है।  बता दें कि कंपकंपी का दौरा तभी आता है, जब बच्चा जाग रहा होता है। अगर उम्र की बात करें, तो 6 महीने से लेकर 4 साल के बच्चों में कंपकंपी का दौरा आ सकता है। यह स्थिति दिन में कभी-भी हो सकती है। इसकी कोई समय सीमा नहीं होती है।

किन कारणों से होती है शूडरिंग अटैक की समस्या?

बता दें कि बच्चों में शूडरिंग अटैक की समस्या इमोशनल रिएक्शन हो सकता है। अगर बच्चा बहुत खुश होता है, तो कंपकंपी का दौरा पड़ सकता है। इसके अलावा, चिड़चिड़ापन और गुस्से आने जैसी स्थिति में भी बच्चे को शूडरिंग अटैक हो सकता है। बता दें कि ये दौरे उत्तेजना, खाना या किसी काम को न कर पाने की हताशा की वजह से भी ट्रिगर हो सकते हैं। ये दौरे आमतौर पर सुबह के समय ज्यादा आते हैं।

बच्चों को कंपकंपी के दौरे से बचाने के लिए क्या करें?

अगर बच्चे को कंपकंपी के दौरे से बचाने के लिए आप कुछ आम टिप्स को अपनाना चाहते हैं, तो उन्हें आराम करने दें और लिक्विड चीजें ज्यादा पिलाएं। आइए इसके लिए अन्य नुस्खे जानते हैं।

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  • बच्चे को कंपकंपी के दौरे से बचाने के लिए आप हल्के कपड़े पहना सकते हैं।
  • अगर यह स्थिति गर्मियों में भी आती है, तो आपको बच्चे को हल्के ठंडे पानी से नहलाना चाहिए।
  • दौरे की स्थिति में बच्चे को कंबल में न लपेटें। उनकी शारीरिक मुद्रा को खराब न करें।
  • इसके अलावा, बच्चे को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड चीजें पिलानी चाहिए।
  • अगर बच्चा लिक्विड चीजों को नहीं पीना चाहता है, तो उसके मुंह में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में तरल पदार्थ डालें।

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अगर आपका बच्चा 3  महीने से कम उम्र का है, तो आपको कंपकंपी का दौरा पड़ते ही उसे डॉक्टर को दिखाना चाहिए। बता दें कि ऊपर बताई सभी टिप्स सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। ऐसे में आप इनमें से किसी भी टिप्स को फॉलो करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें। इससे बच्चों को भविष्य में होने वाली परेशानी से बचाया जा सकता है। आपको बिना डॉक्टर की सलाह लिए बच्चों की डाइट में नई चीजों को शामिल करने या हटाने से बचना चाहिए।

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