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Doing Plank With Lower Back Pain Safe Or Not: आज की तारीख में जब ज्यादातर लोग डेस्क जॉब करते हैं, ऐसे में उन्हें पीठ दर्द, कमर दर्द, कंधे में दर्द जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। खासकर, पीठ के निचले हिस्से में दर्द की बात करें, तो इसके पीछे जो वजहें हैं, लिगामेंट्स में चोट लगना, स्पाइन पर दबाव, ओस्टियोपोरोसिस, अर्थराइटिस आदि। बहरहाल, पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो, तो एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करनी चाहिए। इससे दर्द में आराम आता है और बॉडी फ्लेक्सिबल होती है। ऐसे में यह जान लेना भी जरूरी है कि क्या पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने पर प्लैंक कर सकते हैं? यह सवाल इसलिए भी आवश्यक है, क्योंकि प्लैंक एक बेहतरीन एक्सरसाइज है। इसे रेगुलर करने से कई फायदे मिलते हैं, जैसे पोस्चर में सुधार होता है, स्पाइन को सपोर्ट मिलता है। आइए, जानते हैं कि पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने के बावजूद प्लैंक कर सकते हैं या नहीं? इस बारे में जानने के लिए हमने इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल और हिलिंग टच क्लीनिक के ऑर्थोपेडिक सर्जन और स्पोर्ट्स इंजरी स्पेशलिस्ट डॉक्टर अभिषेक वैश से बात की।
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क्या पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने के बावजूद प्लैंक कर सकते हैं?- Is It Safe To Do Plank With Lower Back Pain
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पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने पर आपको प्लैंक जैसी एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। इस पर डॉक्टर बताते हैं, "प्लैंक करना आसान एक्सरसाइज नहीं है। जब इसकी शुरुआत करते हैं, तो पूरी बॉडी को अपने फुट और हाथों के सपोर्ट से हवा में उठाना होता है। वहीं, अगर किसी को पीठ के निचले हिस्से में दर्द है, तो उन्हें इस तरह के वर्कआउट करने से बचना चाहिए।" डॉक्टर आगे कहते हैं, "अगर आप लोअर बैक होने के बावजूद प्लैंक जैसी एक्सरसाइज करते हैं, तो पीठ पर दबाव पड़ता है, जिससे चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। बेहतर होगा कि लोअर बैक पेन के साथ प्लैंक करने से पहले एक्सपर्ट से पूछ लें। साथ ही, एक्सपर्ट की देखरेख में ही इस तरह के वर्कआउट करें।"
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लोअर बैक पेन के साथ प्लैंक करने के नुकसान
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पीठ के निचले हिस्से पर दबाव
जब आप लोअर बैक होने के बावजूद प्लैंक करते हैं, तो ऐसे में पीठ के निचले हिस्से पर दबाव बढ़ जाता है। इस स्थिति में असहजता बढ़ जाती है, जो दर्द को और बढ़ा सकती है।
स्पाइन पर दबाव
प्लैंक करते हुए आपकी लगभग पूरी बॉडी हवा में होती है, पैरों और फोर हैंड पर पूरा प्रेशर होता है। ऐसे में अगर आप जरा-सा गलत मूव ले लेते हैं, तो स्थिति बिगड़ जाती है। स्पाइन पूरी तरह सपोर्ट नहीं कर पाता है और लोअर बैक का दर्द बढ़ने लगता है।
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मांसपेशियों में कमजोरी
अगर आपकी मांसपेशियां इतनी मजबूत नहीं हैं कि प्लैंक करते हुए बॉडी को होल्ड कर सके। इस स्थिति में आपके शरीर में कई हिस्सों में दर्द महसूस हो सकता है। खासकर, कोर मसल्स पर इसका नेगेटिव असर पड़ता है।
निष्कर्ष
अगर आपको लोअर बैक पेन की दिक्कत है, तो आपको यही सलाह दी जाती है कि किसी भी स्थिति में प्लैंक न करें। अगर आपको प्लैंक करने का मन है, तो शुरुआती दिनों में एक्सपर्ट की देखरेख में ही इस वर्कआउट को करें। साथ ही, इस बात का ध्यान रखें कि अगर प्लैंक करते हुए जरा भी असहजता महसूस हो, तो तुरंत प्लैंक रोक दें और डॉक्टर से संपर्क करना न भूलें।
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FAQ
क्या पीठ दर्द के लिए प्लैंक करना अच्छा है?
पीठ दर्द होने पर आप प्लैंक कर सकते हैं। इससे कई लाभ मिलते हैं, जैसे कंधों, पैरों और पीठ के निचले हिस्से में मांसपेशियां बनती हैं। इससे पीठ दर्द कम होता है।पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने के क्या कारण हैं?
पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे साइटिका, मांसपेशियों में खिंचाव, डिस्क की समस्या आदि। इस तरह की परेशानी होने पर आपको डॉक्टर से अपना चेकअप करवाना चाहिए।बाईं ओर पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने के क्या कारण हैं?
बाईं ओर पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने के कारणों में मांसपेशियों में चोट, रीढ़ की हड्डी की समस्याएं, गुर्दे से जुड़ी तकलीफ शामिल हैं।
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Dec 06, 2025 18:57 IST
Published By : Meera Tagore