Is It Safe to Consume Packaged Milk in Hindi: आजकल दूध के नाम पर ज्यादातर लोग पैक्ड मिल्क पीते हैं। इसके पीछे बड़ा कारण यह है कि शहरी इलाकों में गाय और भैंस का शुद्ध दूध मिलना थोड़ना मुश्किल हो जाता है। जिसके चलते व्यक्ति को पैकेट वाला दूध ही पीना पड़ता है। शहरों में ज्यादातर घरों में पैकेट वाले दूध का ही इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, पैक्ड मिल्क की भी पूरी प्रोसेसिंग की जाती है ताकि वह प्लांट से लेकर लोगों के घरों तक पहुंचाया जा सके। इसे ने केवल चाय के लिए इस्तेमाल किया जाता है, बल्कि कई लोग पीते भी हैं। ऐसे में कुछ लोग यह सवाल उठाते हैं कि पैकेट वाला दूध पीना सेहत के लिए सुरक्षित नहीं होता है।। लेकिन, क्या वाकई ऐसा है? आइये डाइटिशियन भावेश गुप्ता से जानते हैं इसके बारे में।
क्या पैकेट वाला दूध पीना सुरक्षित होता है? (Is It Safe To Consume Packaged Milk in Hindi)
भावेश के मुताबिक भारत में मिलने वाले पैक्ड मिल्क पैश्चुराइज्ड होते हैं। इनमें किसी प्रकार का बैक्टीरिया और प्रिजर्वेटिव्स नहीं मिलाए जाते हैं, जिससे इनकी शेल्फ लाइफ यानि सर्वाइव करनी की क्षमता केवल एक से दिनों तक ही रहती है। यह मिल्क बनने वाले प्लांट से लेकर डेयरी तक पहुंचाए जाने के लिए इसकी पूरी तरह से प्रोसेसिंग की जाती है। ताकि, इसे पीने से किसी प्रकार की समस्या नहीं हो। अगर आपके पास गाय, भैंस या जानवर के दूध का विकल्प नहीं है तो ऐसे में आप बिना डरे पैकेट वाले दूध को पी सकते हैं।
View this post on Instagram
पैकेट वाला दूध पीते समय ध्यान रखें ये बातें
- पैकेट वाला दूध (Packaged Milk) पीने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- पैकेट वाला दूध घर में लाने के बाद आपको उसे उबालना है।
- इस दूध को दो दिनों के अंदर इस्तेमाल कर लें। इससे ज्यादा रखने पर यह खराब हो सकता है।
- पैकेट वाले दूध को लाने के बाद आपको इसे फ्रिज में रखना चाहिए। गर्म तापमान में यह दूध रखने से खराब भी हो सकता है।
- अगर पैक्ड मिल्क पीने से आपको कोई शारीरिक समस्या हो रही है तो ऐसे में डॉक्टर से पूछकर ही इसे पिएं।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version