Why Is It Hard To Lose Weight If You Are Insulin Resistant: इंसुलिन रेजिस्टेंस एक ऐसी स्थिति है, जिसमें शरीर की मांसपेशियां, फैट और लिवर सेल्स इंसुलिन हार्मोन के प्रति सही तरह से काम नहीं करती हैं। ऐसे में ब्लड में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है, क्योंकि हमारी बॉडी में मौजूद सेल्स एनर्जी के लिए ग्लूकोज का इस्तेमाल नहीं कर पाती हैं। अगर व्यक्ति लंबे समय तक इस स्थिति में रहता है, तो व्यक्ति को अलग-अलग तरह की बीमारियों का रिस्क बढ़ जाता है, इसमें टाइप 2 डायबिटीज आदि शामिल हैं। बहरहाल, इंसुलिन रेजिस्टेंस को मैनेज करके आप बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं। खासकर, इंसुलिन रेजिस्टेंस होने पर वेट कंट्रोल करने की सलाह दी जाती है, लेकिन देखने में यह आता है कि इंसुलिन रेजिस्टेंस की दिक्कत होने पर लोगों के लिए वेट गेन को कंट्रोल नहीं कर पाते हैं। सवाल है, क्या यह वाकई सच है? आइए, जानते हैं इस बारे में सर्वोदय अस्पताल Consultant - Internal medicine डॉ. स्वप्निल शिखा का क्या कहना है और इस स्थिति में वेट को कैसे कंट्रोल किया जा सकता है।
क्या इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या होने पर वजन कम करना मुश्किल हो जाता है?- Why Is It Difficult To Lose Weight With Insulin Resistance
इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या से डील करना है, तो अपने वेट को कंट्रोल करना जरूरी है। हालांकि, यह भी देखा जाता है कि इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या जूझ रहे लोगों के लिए वजन कम करना मुश्किल होता है। इस बात की पुष्टि डॉक्टर भी करते हैं। डॉक्टर के मुताबिक, "इंसुलिन रेजिस्टेंस में वजन कम करना मुश्किल होता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि आपका शरीर एक्स्ट्रा ग्लूकोज को फैट के रूप में स्टोर करता है। वहीं, एनर्जी के लिए स्टोर फैट को रिलीज करने में भी दिक्कतें आते हैं। ऐसे में इंसुलिन का स्तर बढ़ जाता है, अधिक मात्रा में फैट स्टोर होने लगता है और इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या होने लगती है।" डॉक्टर आगे समझाते हैं, "इतना ही नहीं, इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण मेटाबॉलिज्म भी प्रभाविता है। ऐसे में इंसुलिन रेजिस्टेंस से पीड़ित लोगों के लिए वजन कम करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।"
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इंसुलिन रेजिस्टेंस में वजन कम करने के टिप्स- Tips To Lose Weight With Insulin Resistance
डाइट में करें बदलावः डॉ. स्वप्निल शिखा बताती हैं, यह सच है कि इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण शरीर में हार्मोनल बदलाव हो जाते हैं, शरीर सही तरह से काम नहीं करता है। ऐसे में वेट कम करना चुनौतीपर्ण हो सकता है। इसके बावजूद, उन्हें अपनी डाइट में जरूरी बदलाव करने चाहिए। डाइट में साबुत अनाज और लीन प्रोटीन शामिल करें। प्रोसेस्ड फूड और शुगर युक्त चीजों को डाइट से बाहर निकालें।
एक्सरसाइज करेंः अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन की गाइडलाइन के अनुसार इंसुलिन रेजिस्टेंस से पीड़ित लोगों को 150 मिनट एक्सरसाइज करनी चाहिए। इसमें ब्रिस्क वॉक, ऐरोबिक और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग आदि शामिल कर सकते हैं। इससे इंसुलिन सेंसिटिविटी बूस्ट होती है और कैलोरी बर्न होती है। नतीजतन, ब्लड शुगर का स्तर संतुलित रखने में मदद मिलती है।
वजन संतुलित रखेंः अगर आपका वजन ज्यादा है, तो कोशिश करें कि अपने वजन को संतुलि रखें। हालांकि, वजन कम करना मुश्किल है, लेकिन, इसके लिए नियमित रूप से छोटे-छोटे गोल बनाएं। इन्हें अचीव करने की कोशिश करें। इस तरह आपको ओवर ऑल हेल्थ पर भी पॉजिटिव असर पड़ सकता है।
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निष्कर्ष
इंसुलिन रेजिस्टेंस अपने आपमें एक गंभीर समस्या है। इसे मैनेज करना मुश्किल हो सकता है। हालांकि, वजन को संतुलित बनाए रखकर आपको इस तरह की समस्या से डील करने में मदद मिलती सकती है। अगर आपका वजन ज्यादा है और लाइफस्टाइल में तमाम तरह के बदलाव के बावजूद आप अपने वेट को मैनेज नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में आप एक्सपर्ट से मिलें और उनकी दी हुई सलाह को फॉलो करें।
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Sep 22, 2025 13:02 IST
Published By : Meera Tagore