Doctor Verified

इंसुलिन रेजिस्टेंस को ठीक करने के लिए अपनाएं लाइफस्टाइल से जुड़ी ये 10 अच्छी आदतें, मिलेगा फायदा

अगर आप डेली लाइफस्टाइल में कुछ अच्छी आदतें फॉलो करते हैं, तो आप इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या को ठीक कर सकते हैं। जानें एक्सपर्ट से इन आदतों के बारे में।   
  • SHARE
  • FOLLOW
इंसुलिन रेजिस्टेंस को ठीक करने के लिए अपनाएं लाइफस्टाइल से जुड़ी ये 10 अच्छी आदतें, मिलेगा फायदा


What Relieves Insulin Resistance: इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या तब होती है, जब शरीर में इंसुलिन का उत्पादन जरूरत से ज्यादा या कम होने लगता है। हमारे शरीर में पैंक्रियाज ग्लैंड मौजूद होता है, जो इंसुलिन को प्रड्यूज करने में मदद करता है। खराब खानपान और खराब लाइफस्टाइल के कारण पैंक्रियाज में इंसुलिन का बैलेंस बिगड़ने लगता है। ऐसे में पैंक्रियाज में इंसुलिन बनता तो है, लेकिन इसका असर मांसपेशियों और लिवर पर नहीं होता है। ऐसे में इंसुलिन का स्तर ज्यादा और कम होने लगता है। इसलिए इस स्थिति को इंसुलिन रेजिस्टेंस कहा जाता है। अगर समय रहते इस समस्या को कंट्रोल न किया जाए, तो इससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा हो सकता है। यह लाइफस्टाइल से जुड़ी समस्या है, इसलिए इसे अच्छे लाइफस्टाइल से कंट्रोल किया जा सकता है। इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए आयुर्वेदा डॉक्टर व डाइट एंड न्यूट्रिशन कंसल्टेंट ईशा नेगी ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है। आइए इस लेख में जानें इन आदतों के बारे में।

insulin

इंसुलिन रेजिस्टेंस ठीक करने के लिए अपनाएं लाइफस्टाइल से जुड़ी ये आदतें- Lifestyle Habits That Can Improve Insulin Resistance

हेल्दी फैट्स से दिन की शुरुआत करें- Start Day with Healthy Fats

अपने दिन की शुरुआत हेल्दी फैट्स के साथ करें। इससे ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। इसके लिए आप भीगे हुए ड्राई फ्रूट्स और सीड्स, नारियल तेल या घी का सेवन कर सकते हैं।

ब्रेकफास्ट में प्रोटीन लें- Take Protein in Breakfast

ब्रेकफास्ट में प्रोटीन लेने से आपको जल्दी भूख नहीं लगेगी। पेट भरा होने से आपका ब्लड शुगर लेवल भी बैलेंस रहेगा। इसलिए नाश्ते में मूंग दाल चीला, अंडे, टोफू या बेसन चीला लीजिए। 

सेब के सिरके का सेवन करें- Drink ACV

सेब के सिरके में एसिटिक एसिड मौजूद होता है, जो इंसुलिन सेंसिटिविटी इंप्रूव करने में मदद करता है। इसलिए खाने के करीब 30 मिनट बाद पानी में सेब के सिरके का सेवन जरूर करें। 

इसे भी पढ़ें- इंसुलिन प्रतिरोध होने पर शरीर में नजर आते हैं ये 5 लक्षण, एक्सपर्ट से जानें

डाइट में मैग्नीशियम लीजिए- Magnesium In Diet

अपनी डेली डाइट में मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा जरूर लें। यह सेल्स में ग्लूकोज ले जाने और इंसुलिन के काम को इंप्रूव करने में मदद करता है। इसके लिए आप डाइट में बादाम, हरी पत्तेदार सब्जियां, केला या एवोकाडो ले सकते हैं। 

अपने मील में मिलेट्स एड करें- Add Millets in Diet

अपने डेली मील में मिलेट्स जरूर एड करें। इनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इनके सेवन से शरीर में ग्लूकोज धीमे सोखता है।

लंच का समय निर्धारित रखें- Fix Lunch Timing

हमारा ब्लड शुगर लेवल खाना खाने के समय में बदलाव की वजह से भी बदलता है। इसलिए रोज 12 से 2 बजे के बीच में लंच जरूर कर लें। इस समय पाचन अग्नि तेज होती है, जिससे ब्लड शुगर भी रेगुलेट रहता है। 

खाने के बाद वॉक करें- Walk after Meal

इंसुलिन कंट्रोल रखने के लिए फिजिकल एक्टिविटी करना भी जरूरी है। इसलिए खाने के बाद 10 से 15 मिनट की वॉक जरूर करें। इससे पाचन तंत्र तेज होता है और ब्लड शुगर बैलेंस होती है। 

इसे भी पढ़ें- इन्सुलिन रेजिस्टेंस क्या होता है? एक्सपर्ट से जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीके

शाम में ग्रीन टी पिएं- Consume Green Tea

शाम के दौरान ग्रीन टी का सेवन करें। इसमें एक चुटकी दालचीनी का पाउडर जरूर एड करें। इससे पाचन क्रिया तेज होती है और ब्लड शुगर बैलेंस रहती है। 

मील की शुरुआत फाइबर से करें- Start with Fiber

दोपहर और शाम का खाना खाते वक्त शुरुआत फाइबर से करें। इसके बाद प्रोटीन और कार्ब्स भी लें। इससे आपको जल्दी भूख नहीं लगेगी और ब्लड शुगर बैलेंस रहेगी। 

ओवरईटिंग न करें- Avoid Overeating

जब खाना खाते वक्त आपको लगे कि आपका पेट भरने वाला है, तो 80% तक ही खाना खाएं। इससे आप ओवरईटिंग नहीं करेंगे और आपकी ब्लड शुगर कंट्रोल होगी। 

Read Next

हार्मोन्स नींद को कैसे प्रभावित करते हैं? जानें नींद के लिए कौन-सा हार्मोन होता है जिम्मेदार

Disclaimer