Does Green Tea Help With Uric Acid In Hindi: हममें से ज्यादातर लोग ग्रीन-टी को अपनी संतुलित डाइट का हिस्सा इसलिए बनाते हैं, ताकि वजन कम किया जा सके। हालांकि, ग्री-टी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो कई तरह की बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं। यही नहीं, ग्रीन-टी कई तरह के स्वास्थ्य लाभ पहुंचाता है, जैसे ब्रेन फंक्शन में सुधार होता है और स्किन हेल्थ बेहतर होती है। आपने देखा होगा कि यूरिक एसिड के कई रोगी भी ग्रीन-टी का सेवन करते हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या यूरिक एसिड बढ़ने पर ग्रीन-टी पीना सुरक्षित होता है? कहीं इसका कोई नुकसान तो नहीं है? इस संबंध में हमने Divya Gandhi's Diet & Nutrition Clinic की डायटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से बात की।
क्या यूरिक एसिड में ग्रीन-टी पी सकते हैं?- Uric Acid Me Green Tea Pina Chahiye Ya Nahi
ग्रीन-टी एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। यह कई तरह की सूजन संबंधी समस्याओं में कारगर तरीके से काम करता है। आपने अक्सर नोटिस किया होगा कि यूरिक एसिड बढ़ने से गाउट से जुड़ी परेशानी होने लगती है। जोड़ों में दर्द और चलने-फिरने में तकलीफों का सामना भी करना पड़ता है। विशेषज्ञों की मानें, तो जब आप ग्रीन-टी का सेवन पर्याप्त मात्रा में करते हैं, तो इसकी वजह से यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही, यूरिक एसिड के कारण जोड़ों में क्रिस्टल अधिक मात्रा में बनने लगता है, जिससे जोड़ों में जकड़न होने लगती है। वहीं, ग्रीन-टी का सेवन करन से क्रिस्टमल फॉर्मेशन में कमी आती है। इस तरह देखा जाए, तो यूरिक एसिड में ग्रीन टी का सेवन करना काफी फायदेमंद हो सकता है।
यूरिक एसिड में ग्रीन टी पीने के फायदे- Effects Of Green Tea On Uric Acid In Hindi
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर
ग्रीन-टी में एंटीऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। इससे सूजन को कम करने और गाउट से संबंधित लक्षणों से छुटकारा पाने में मदद मिलती है।
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यूरिक एसिड में कमी
यूरिक एसिड बढ़ने पर कई तरह की परेशानियां देखने को मिलती हैं, जैसे गाउट संबंधी दर्द, प्रभावित हिस्से का लाल होना, जोड़ों में सूजन आना आदि। जब आप यूरिक एसिड में ग्रीन-डी का सेवन करते हैं, तो इसके स्तर में कमी आती है, जिससे जोड़ों में हो रही तकलीफें भी कम होती हैं।
सूजन में कमी
ग्रीन-टी में मौजूद पॉलीफेनोल और कैटेचिन जोड़ों में यूरिक एसिड क्रिस्टल के निर्माण को रोकने में मदद कर सकते हैं। जोड़ों में बनने वाले क्रिस्टल दर्द और सूजन का कारण बनते हैं। इससे जोड़ों में जकड़न की दिक्कत भी हो सकती है। वहीं, ग्रीन-टी का सेवन करने से सूजन में कमी और जकड़न जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है।
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यूरिक एसिड में ग्रीन-टी पीने के नुकसान- Side Effects Of Green Tea On Uric Acid In Hindi
- वैसे तो यूरिक एसिड बढ़ने पर ग्रीन-टी का सेवन किया जाना अच्छा होता है। लेकिन, इसके पोर्शन साइज का ध्यान रखा जाना जरूरी है।
- अगर आप यूरिक एसिड के अलावा किसी अन्य तरह की बीमारियों से ग्रस्त हैं, तो बेहतर होगा कि डॉक्टर के परामर्श के बाद ही इसे अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं।
- साथ ही अगर आप लंबे समय से किसी मेडिसिन पर निर्भर हैं, तो संभवतः दवा के प्रभाव को कम कर दे।
- अधिक मात्रा में ग्रीन-टी का सेवन करने से घबराहट, चिंता या अनिद्रा जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं।
- एक दिन में एक से दो कप ग्रीन टी का सेवन करना पर्याप्त होता है। इससे ज्यादा ग्रीन-टी पीन से सेहत को नुकसान हो सकता है।
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FAQ
अगर आप 30 दिनों तक रोजाना ग्रीन टी पीते हैं तो आपके शरीर का क्या होता है?
ग्रीन-टी विटामिन, एंटीऑक्सिडेंट्स जैसे कई पोषक तत्वों से भरपूर है। इसका सेवन करने से बीमार होने का रिस्क कम होता है। यह स्किन हेल्थ के लिए भी लाभकारी माना जाता है। ग्रीन-टी एंटी-एजिंग एजेंट के रूप में काम करती है, जो झुर्रियां, फाइन लाइंस जैसी परेशानियों को दूर रखती है।दूध से यूरिक एसिड बढ़ता है क्या?
नहीं, दूध पीने से यूरि एसिड का स्तर नहीं बढ़ता है। इसके उलट, दूध पीना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है।ग्रीन-टी कब नहीं पीनी चाहिए?
कई स्थितियों में ग्रीन-टी नहीं पीनी चाहिए, जैसे खाली पेट, रात को सोने से पहले। कई समस्याओं जैसे लिवर से जुड़े रोग, एनीमितया होने पर भी ग्रीन-टी का सेवन करना सही नहीं होता है।