Does Green Tea Reduce Period Pain In Hindi: पीरियड्स क्रैंप्स से हर महिला गुजरती है। विशेषज्ञों के अनुसार हर महिला अपने जीवनकाल में कभी न कभी पीरियड्स के कारण पेट में दर्द, ऐंठन, कमर दर्द, ब्लोटिंग जैसी परेशानियों से गुजरती हैं। इस तरह की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए महिलाएं कभी हॉट वॉटर बैग का इस्तेमाल करती हैं। कुछ महिलाएं घरेलू उपायों की मदद लेती हैं। कभी-कभी स्थिति जब बहुत ज्यादा बिगड़ जाती है, तो महिलाएं डॉक्टर द्वारा परामर्श की गई दवाएं भी लेती हैं। माना जाता है कि पीरियड क्रैंप्स दूर करने के लिए ग्रीन टी भी बहुत फायदेमंद है। तो क्या वाकई ऐसा है? यानी क्या वाकई पीरियड क्रैंप्से दूर करने के लिए ग्रीन टीम का सेवन (Kya Period Me Green Tea Pina Chahiye) करना चाहिए? आइए, जानते हैं वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से।
क्या ग्रीन टी पीने से पीरियड क्रैंप्स दूर होते हैं?- Can I Drink Green Tea During Periods In Hindi
ग्रीन टी का इस्तेमाल ज्यादातर लोग वेट लॉस के लिए करते हैं। यह बहुत ही उपयोगी और हेल्पफुल है। इसकी मदद से मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है और इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है। जहां तक सवाल इस बात का है कि क्या ग्रीन टी पीने से पीरियड क्रैंप्स दूर होते हैं, इस बारे में एक्सपर्ट का कहना है कि ग्रीन टी पीने से पीरियड क्रैंप्स से छुटकारा पाया जा (kya periods mein green tea pee sakte hain) सकता है। कई अध्ययनों से इस बात की पुष्टि होती है कि ग्रीन टी पीने से पीरियड क्रैंप्स दूर होते हैं। असल में, ग्रीन टी में एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व होते हैं, जो ब्लोटिंग, पेट में दर्द और पेंट में ऐंठन की समस्या को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, ग्रीन टी में मौजूद कंपाउंड पेट को रिलैक्स करते हैं, जिससे पीरियड क्रैंप्स कम होते हैं।
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पीरियड क्रैंप्स में ग्रीन टी पीने के फायदे
दर्द में कमी
पीरियड क्रैंप्स में ग्रीन टी का सेवन करने से दर्द कम होता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि पीरियड्स के दौरान कई बार शरीर में सूजन आ जाती है। खासकर पेट के आसपास समस्याएं बढ़ जाती हैं। वहीं, ग्रीन टी का सेवन करने से सूजन में कमी आती है और मेंस्ट्रुअल क्रैंप दूर होते हैं। ग्रीन टी में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व इस तरह की सूजन को दूर करने में मदद करते हैं।
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गर्भाशय की सूजन में कमी
ग्रीन टी का सेवन करने से गर्भाशय की सूजन में कमी आने लगती है। ऐसे में हाइपरलेग्जिया से जुड़े एडेनोमायसिस और डिसमेनोरिया में राहत दिलाता है। आपको बता दें कि हाइपरलेग्जिया एक ऐसी स्थिति होती है, जब दर्द होना सामान्य होता है, लेकिन यह दर्द इतना तीव्र होता है कि यह असहनीय होता है। वहीं, डिसमेनोरिया का मतलब है कि मासिक धर्म के दौरान पेल्विक में दर्द होना। कुल मिलाकर कहने का मतलब यह है कि पीरियड्स के दौरान ग्रीन टी पीने से गर्भाशय में सूजन में कमी आती है और प्रभावित हिस्सों का दर्द कम होता है।
पीरियड्स के दौरान कितना ग्रीन टी पीना चाहिए?
पीरियड्स ही नहीं, बल्कि किसी भी स्थिति में सामान्य से अधिक ग्रीन टी पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। आपको चाहिए कि पेट दर्द से राहत पाने के लिए सिर्फ एक से दो कप ग्रीन पीना काफी होता है। इससे ज्यादा ग्रीन टी पीना किसी भी वयस्क व्यक्ति के लिए सही नहीं है। वहीं, अगर आप ग्रीन टी से एलर्जी है, तो किसी भी स्थिति में इसका सेवन न करें।