फलों, शहद और सब्जियों में मौजूद प्राकृतिक शुगर सेहत के लिए फायदेमंद होती है। बैलेंस डाइट के रूप में फ्रुक्टोज आवश्यक माना जाता है। लेकिन, हर किसी की सेहत के लिए फ्रुक्टोज फायदेमंद नहीं होता है। दरअसल, इसका सेवन अधिक मात्रा में करने से कुछ मुश्किले हो सकती हैं। फ्रुक्टोज एक मोनोसैकेराइड (monosaccharide) है, जो एक कार्बोहाइड्रेट की तरह होता है। यह कार्बोहाइड्रेट शरीर की एनर्जी (Energy) का एक मुख्य सोर्स माना जाता है। इससे व्यक्ति को मोटापा, हार्ट प्रोब्लम और मेटाबॉलिक सिंड्रोम होने की संभावना अधिक होती है। प्रोसेस्ड फूड में मौजूद फ्रुक्टोज (fructose) सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इस लेख में मेडिकवर अस्पताल की न्यूट्रिशन और डायटिक्स विभाग कि अध्यक्ष डॉ. राजेश्वरी पांडा से जानते हैं कि क्या फ्रुक्टोज सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
फ्रुक्टोज से सेहत को होने वाले नुकसान - Is Fructose Bad For Health In Hindi
फ्रुक्टोज की मात्रा आपकी सेहत पर पड़ने वाले प्रभाव को निर्भर करती है। फ्रुक्टोज की अधिक मात्रा सेहत के लिए कुछ हद तक नुकसानदायक हो सकती है। आगे जानते हैं फ्रुक्टोज से सेहत पर पड़ने प्रभाव के बारे में
फ्रुक्टोज से वजन बढ़ना
ज्यादा फ्रुक्टोज का सेवन, विशेष रूप से हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप (HFCS) जैसे शुगर से, वजन बढ़ने और मोटापे से जुड़ा हुआ है। दरअसल, इस तरह का अत्यधिक फ्रुक्टोज इंसुलिन को उत्तेजित नहीं करता है। इससे भूख और फैट बढ़ सकता है। इस स्थिति में वजन बढ़ने (Weight Gain) की समस्या हो सकती है।
नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD)
फ्रुक्टोज के अधिक सेवन से लिवर प्रभावित हो सकता है, जिससे लिवर कोशिकाओं के भीतर फैट जम हो सकता है। इस समस्या को नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) कह जाता है। यह स्थिति लोगों के लिए आम समस्या बनती जा रही है और यह अधिक गंभीर लिवर रोगों में बदल सकती है।
फ्रुक्टोज से इंसुलिन रेजिस्टेंस
फ्रुक्टोज का अधिक सेवन करने से इंसुलिन रेजिस्टेंस का जोखिम हो सकता है, यह एक ऐसी स्थिति जिसमें शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति कम प्रतिक्रियाशील हो जाती हैं। इसकी वजह से ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। यह टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) का एक मुख्य कारक माना जाता है। ऐसे में आपको संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए।
फ्रक्टोज और हृदय स्वास्थ्य
अत्यधिक फ्रुक्टोज का सेवन हृदय रोग के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है। फ्रुक्टोज के फैट में बदलने से डिस्लिपिडेमिया हो सकता है, एक ऐसी स्थिति जिसमें रक्त में ट्राइग्लिसराइड्स और कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है। हाई ट्राइग्लिसराइड हृदय रोग (Heart Disease) का मुख्य जोखिम कारक बन सकता है।
फ्रुक्टोज और मेटाबोलिक सिंड्रोम
मेटाबोलिक सिंड्रोम (Metabolic Syndrome) कई स्थितियों से मिलकर बना होता है, जिसमें हाई ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड शुगर, कमर के आसपास अतिरिक्त चर्बी और असामान्य कोलेस्ट्रॉल का स्तर शामिल है। यह हृदय रोग, स्ट्रोक और टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को काफी हद तक बढ़ा देता है। फ्रुक्टोज के अधिक सेवन से पाचन संबंधी समस्या हो सकती है।
क्या सभी फ्रुक्टोज सेहत के लिए खराब होते हैं?
कंप्लीट डाइट में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले फ्रुक्टोज और अतिरिक्त चीनी से मिलने वाले फ्रुक्टोज के बीच अंतर करना आवश्यक है। संपूर्ण फलों और सब्जियों में फ्रुक्टोज होता है, लेकिन वे फाइबर, विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट भी प्रदान करते हैं जो फ्रुक्टोज के संभावित नकारात्मक प्रभावों को कम करते हैं। ये खाद्य पदार्थ धीरे-धीरे पचते हैं, जिससे रक्तप्रवाह में धीरे-धीरे फ्रुक्टोज निकलता है, जो लीवर को प्रभावित नहीं करता है। ऐसे में व्यक्ति को प्रोसेस्ड फूड की अपेक्षा नेचुरल सोर्स से ही फ्रुक्टोज लेना चाहिए। साथ ही, यदि व्यक्ति को बीपी, शुगर या अन्य समस्या है तो डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही डाइट में फ्रुक्टोज को शामिल करें।
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Is Fructose Bad For Health: फ्रुक्टोज लेने से आपको लिवर, हार्ट, हाई बीपी या शुगर की समस्या के लक्षण दिखाई दे रहे हों, तो ऐसे में आप तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क कर समस्या के सही कारणों का पता लगाएं। यदि, डाइट की वजह से आपको कोई समस्या हो रही है तो ऐसे में आप डाइट में आवश्क बदलाव कर सकते हैं।
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