सही परवरिश के लिए बच्चे के स्वभाव के बारे में पता होना चाहिए। माता-पिता होने के नाते अपने बच्चे के स्वभाव और उसके व्यक्तित्व की पहचान आपको जल्द से जल्द कर लेनी चाहिए। कई बच्चे ज्यादा चुप रहते हैं और उन्हें ज्यादा हंसी-मजाक करना पसंद नहीं होता। ऐसा तनाव के कारण नहीं होता। ऐसे बच्चे इंट्रोवर्ट या अंतमुर्खी होते हैं। ऐसे बच्चों को संभालने का तरीका अलग होता है। अगर आपका बच्चा भी है इंट्रोवर्ट, तो पहचान लें लक्षण।
इंट्रोवर्ट बच्चे के लक्षण
- इंट्रोवर्ट बच्चे कम बोलते हैं। लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि वो तनाव में है।
- ऐसे बच्चे कम एक्टिविटीज में हिस्सा लेते हैं। इन्हें शांत रहना ज्यादा पसंद होता है।
- जो बच्चे इंट्रोवर्ट होते हैं उन्हें नए लोगों से बात करना पसंद नहीं होता।
- ऐसे बच्चों को ज्यादा दोस्त बनाना भी पसंद नहीं होता है।
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संवेदनशील होते हैं इंट्रोवर्ट स्वभाव वाले बच्चे
ऐसे बच्चे बेहद संवेदनशील होते हैं। इन्हें ज्यादा मजाक करना या अपनी बात रखना पसंद नहीं होता। ऐसे बच्चे अपने आसपास के वातावरण को बेहद करीब से महसूस करते हैं। ऐसे बच्चे इमोशनल होते हैं। वो अपनी बात के पक्के होते हैं।
स्वभाव से होते हैं शर्मीले
इंट्रोवर्ट बच्चे अपनी भावनाओं को शेयर करने में शर्माते हैं। ऐसे बच्चों को खुद को हाईलाइट करना ज्यादा पसंद नहीं होता। न ही ऐसे बच्चों को ज्यादा भीड़ में अच्छा लगता है। जो बच्चे ज्यादा इंट्रोवर्ट होते हैं वे अपने भाव को जता पाने में खुद को सक्षम नहीं पाते। ऐसे बच्चों के इमोशन्स को समझने में पैरेंट्स को थोड़ी मुश्किल हो सकती है।
ऐसे बच्चों पर प्रेशर न बनाएं
जो बच्चे इंट्रोवर्ट होते हैं उनके साथ जबरदस्ती न करें। ऐसे बच्चों के साथ जबरदस्ती करना भारी पड़ सकता है। ऐसे बच्चे अपनी मर्जी के मुताबिक फैसले लेते हैं। इन्हें ज्यादा मेल-जोल पसंद नहीं होता इसलिए अगर आपका बच्चा इंट्रोवर्ट है, तो उसे ज्यादा लोगों के बीच ले जाने की जिद्द न करें।
इंट्रोवर्ट स्वभाव वाले बच्चों की परवरिश
- ऐसे बच्चों को पैरेंट्स को ऐसी एक्टिविटीज में डालना चाहिए जिससे वो स्पॉटलाइट में आ पाएं।
- बच्चों को स्कूल के प्रोग्राम में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करें।
- ऐसे बच्चों को ऐसी जगह पर न भेजें जहां आप सहज न महसूस करते हों।
- ऐसे बच्चों से बातचीत के जरिए उनके मन को समझा जा सकता है लेकिन पैरेंट्स की जगह दोस्त बनकर बात करें।
इन आसान टिप्स को फॉलो करके आप संवेदनशील व्यवहार वाले बच्चे की सही परवरिश कर पाएंगे।