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पहली बार जानवरों से इंसानों में टीबी फैलने की हुई पुष्टि, क्या आपके पालतू पशु भी आपको दे सकते हैं टीबी?

ICMR के अनुसार जानवरों से इंसानों में टीबी फैलने का मामला पहली बार भारत में सामने आया है। तो क्या आपके घर में पल रहे पशु भी आपको टीबी दे सकते हैं?
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पहली बार जानवरों से इंसानों में टीबी फैलने की हुई पुष्टि, क्या आपके पालतू पशु भी आपको दे सकते हैं टीबी?


आईसीएमआर (ICMR) की एक र‍िसर्च के मुताब‍िक जानवरों से इंसानों में टीबी फैल सकता है। इस महत्‍वपूर्ण र‍िसर्च के बाद आईसीएमआर अब पालतू जानवरों में टीबी की जांच पर काम करेगा। टीबी पर की गई र‍िसर्च के आधार पर शोधकर्ताओं ने दावा क‍िया है क‍ि जानवरों से इंसानों में टीबी इन्‍फेक्‍शन फैल सकता है। लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव ने बताया क‍ि र‍िसर्च के आधार पर ये कहा जा सकता है क‍ि पालतू जानवरों से इंसानों में टीबी फैल सकता है। जानवरों के छींकने, बलगम या स्‍क‍िन-टू-स्‍क‍िन कॉन्टैक्ट से टीबी फैल सकता है। आपको सीने में दर्द, खांसी, बुखार या थकान आद‍ि लक्षण नजर आएंं, तो तुरंत चेकअप कराएं।   

TB infection        

जानवरों से इंसानों में टीबी फैलता है- NIRT शोध 

NIRT की ओर से की गई र‍िसर्च में चेन्‍नई के आसपास के इलाके के 4 अलग-अलग खेतों के 162 पशुओं की जांच की गई, ज‍िनमें से 20 पशुओं में टीबी के लक्षण पाए गए। इसके साथ ही उन पशुओं की देखभाल वाले लोगों में भी टीबी के लक्षण म‍िले। शोधकर्ताओं के मुताबि‍क जानवरों से इंसान में टीबी फैलने का ये पहला सबूत है। आपको बता दें क‍ि जानवरों से इंसान में टीबी का मामला यूके में पाया जा चुका है लेकि‍न अब भारत में डॉक्‍टर्स और शोधकर्ताओं के बीच इस बात पर बहस तेज हो गई है, क‍ि क्‍या टीबी संक्रमण पालतू जानवरों से फैल सकता है? 

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टीबी से बचने के ल‍िए जानवरों की जांच जरूरी है  

शोधकर्ताओं के मुताब‍िक, “ऐसे जानवर ज‍िन्‍हें क‍िसी बीमारी के लक्षण हैं, उन्‍हें अलग कर द‍िया जाता है। अब क्‍योंक‍ि शोध में जानवरों से इंसान में टीबी फैलने की पुष्‍ट‍ि को चुकी है, तो  ऐसे जानवरों की पहचान करके उन्‍हें आइसोलेट करना हमारे लिए और भी ज्‍यादा जरूरी हो गया है।” आईसीएमआर के एक्‍सपर्ट्स की मानें तो इंसानों में टीबी को कंट्रोल करने के ल‍िए जानवरों में टीबी के लक्षणों की पहचान करना जरूरी हो गया है।

उबालकर प‍िएं गाय का दूध

डॉ सीमा ने बताया क‍ि आपको गाय का दूध भी उबालकर पीना चाह‍िए। अगर क‍िसी गाय में इन्‍फेक्‍शन होगा, तो उससे इंसानों में दूध के जर‍िए बोवाइन टीबी का खतरा बढ़ सकता है। आप घर में पालतू जानवरों के बीमार होने पर उनके आसपास जाते समय मुंह पर मास्‍क लगाएं। पालतू जानवर अगर टीबी संक्रम‍ित है तो इससे आपको भी इन्‍फेक्‍शन का खतरा हो सकता है। तम‍िलनाडू के Guindy National Park में शोधकर्ताओं को 2 ब्‍लैक बक और एक स्‍पॉटेड ड‍ियर्स में भी टीबी के बैक्‍टीर‍िया म‍िले। शोधकर्ताओं के मुताब‍िक, हमें ऐसी जगह खास ख्‍याल रखने की जरूरत है, जहां जानवर और इंसान कॉन्‍टेक्‍ट में आते हैं जैसे खेत, जानवरों का बाड़ा, जू, नैशनल पार्क आद‍ि।         

क्या बीसीजी बूस्टर टीबी को फैलने से रोक सकता है?

इंसानों को टीबी से बचाने के ल‍िए आईसीएमआर का शीर्ष टीबी अनुसंधान संस्थान 6-18 वर्ष के बच्चों और किशोरों के बीच बीसीजी बूस्टर परीक्षण शुरू करने की योजना बना रहा है। पर क्‍या वाकई बीसीजी बूस्टर टीबी को फैलने से रोक सकता है? डॉ सीमा यादव ने बताया क‍ि बीसीजी वैक्‍सीन इम्‍यून‍िटी के र‍िसपॉन्‍स को बेहतर बनाती है। हालांक‍ि टीबी से सुरक्षा देने के ल‍िए इस पर पूरी तरह से न‍िर्भर नहीं हुआ जा सकता। हाल ही में जारी भारत टीबी रिपोर्ट 2022 और राष्ट्रीय टीबी प्रसार सर्वेक्षण दिखाता है क‍ि 2021 में करीब 19.3 लाख नए और  रिकवर हुए टीबी रोगियों  की पहचान की गई। 

टीबी से बचने के ल‍िए क्‍या करें? (How to Prevent TB Infection)

  • पालतू जानवरों को खाने की जगह जैसे रसोई से दूर रखें।
  • जानवरों को छूने के बाद हाथों को अच्‍छी तरह से साफ करें। 
  • अगर जानवर बीमार है, तो उसे पर‍िवार के सदस्‍यों से दूर रखें।    
  • टीबी से बचने के ल‍िए वैक्‍सीन लगवाएंं।
  • टीबी के लक्षण नजर आने पर तुरंत इलाज करवाएं।
  • गर्भवती मह‍िलाओं को ड‍िलीवरी से पहले टीबी की जांच करवानी चाह‍िए।  
  • टीबी की दवा का कोर्स पूरा न करने पर ये दोबारा हो सकता है इसल‍िए पूरी डोज़ लें। 

टीबी के लक्षणों की पहचान करके उसका सही समय पर इलाज ही बेहतर बचाव है। आप भी इस पर गौर करें।  

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