
गर्मियों के मौसम में शरीर को ठंडा रखने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं। गर्मी को मात देने के लिए हम कई कूलिंग ड्रिंक्स और फूड्स का सेवन करते हैं। जो आपको भले ही कुछ समय के लिए गर्मी से राहत तो प्रदान करते हैं, लेकिन आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। शरीर को ठंडा रखने के लिए लोग एक और चीज जिसका बहुत सेवन करते हैं वह है आइस टी। आइस टी आपको ठंडा और शांत महसूस करने में मदद करती है। लेकिन हम में से ज्यादातर लोग यह नहीं जानते हैं कि आइस टी का अधिक मात्रा में सेवन करने से सेहत को कई नुकसान भी हो सकते हैं। इस लेख में हम आपको गर्मियों में आइस टी ज्यादा पीने से सेहत को पहुंचने वाले नुकसान (Iced tea Side Effects In Hindi) के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
गर्मियों में आइस टी पीने के नुकसान (Iced tea Side Effects In Hindi)
1. शरीर का वजन बढ़ता है
जो लोग वजन कम कर रहे हैं या शरीर के स्वस्थ वजन को बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं उनके लिए आइस टी काफी नुकसानदायक साबित हो सकती है। अगर गर्मियों में ठंडा महसूस करने के लिए आप आइस टी का सेवन बहुत ज्यादा करते हैं तो इससे शरीर का वजन बढ़ाने जोखिम बहुत अधिक होता है। आइस टी में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, साथ ही इसमें मौजूद शुगर वजन बढ़ाने में भूमिका निभाती है।
2. आपकी नींद प्रभावित होती है
आइस टी में मौजूद कैफीन मौजूद होता है। जो आपको भले ही ऊर्जावान महसूस कर सकता है। लेकिन ज्यादा मात्रा में इसके सेवन से आपको नींद न आने की समस्या हो सकती है। आपका मूड खराब हो सकता है, आप चिड़चिड़ा महसूस कर सकते हैं। साथ ही सिरदर्द और पेट संबंधी समस्याओं का अनुभव भी कर सकते हैं।
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3. किडनी को नुकसान पहुंच सकता है
आइस टी का अधिक मात्रा में सेवन करने से किडनी संबंधी समस्याओं का जोखिम बढ़ता है। इससे किडनी खराब या किडनी फैलियर जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। इससे गुर्दे में पथरी या किडनी स्टोन की समस्या का सामना भी करने पड़ सकता है। अगर कोई व्यक्ति पहले से ही किडनी संबंधी समस्याओं या गुर्दे में पथरी की समस्या से जूझ रहा है तो आइस टी पीने से उनकी स्थिति ज्यादा बिगड़ सकती है।
4. ब्लड शुगर में स्पाइक का कारण बन सकती है
अगर डायबिटीज रोगी आइस टी का सेवन करते हैं तो इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। क्योंकि आइस टी के स्वाद को बेहतर बनाने और उसमें मिठास जोड़ने के लिए चीनी का उपयोग किया जाता है। जिससे यह डायबिटीज रोगियों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। हालांकि इस जोखिम को कम करने के लिए आप आइस टी को मीठा करने के लिए शहद, गुड़ जैसे प्राकृतिक चीनी के विकल्पों को उपयोग कर सकते हैं।
5. स्ट्रोक और कार्डियोवस्कुलर रोगों का जोखिम बढ़ता है
आइस टी के सेवन शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है। इसका अधिक सेवन करने से शुगर इंटेक बढ़ सकता है। जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में योगदान दे सकता है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल का अधिक स्तर स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाता है। वहीं, चाय में कैफीन होता है, जिसका अधिक सेवन कार्डियोवस्कुलर सिस्टम प्रभावित करता है।
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यह भी ध्यान रखें
अगर आप गर्मियों में आइस टी का आनंद लेना चाहते हैं और स्वस्थ रहना चाहते हैं तो कोशिश करें की आप इसका सीमित मात्रा में सेवन करें। साथ अगर आप बिना चीनी के इसका सेवन कर सकते हैं तो यह आपको कई लाभ भी प्रदान कर सकती है। हालांकि आप चीनी के स्वस्थ और प्राकृतिक विकल्पों का उपयोग भी कर सकते हैं जैसे शहद और गुड़ आदि, लेकिन ज्यादा मात्रा में सेवन से बचें।
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