ICC Cricket World Cup 2019: फैन्स ही नहीं, आपके पसंदीदा खिलाड़ी भी जीत के लिए अपनाते हैं कई 'अंधविश्वास'

भारत में क्रिकेट सबसे पॉपुलर खेल है। यहां लोगों में क्रिकेट को लेकर इतनी आस्था है कि टीम की जीत और खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन के लिए उनके कई अंधविश्वास होते हैं। यही नहीं आपके पसंदीदा क्रिकेटरों के भी अपने अंधविश्वास हैं।
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ICC Cricket World Cup 2019: फैन्स ही नहीं, आपके पसंदीदा खिलाड़ी भी जीत के लिए अपनाते हैं कई 'अंधविश्वास'

विश्वकप क्रिकेट मैच इस समय पूरे शबाब पर है। 16 मई को भारत के साथ पाकिस्तान के मुकाबले का सभी को इंतजार है। आमतौर पर भारत-पाकिस्तान का मैच दोनों देशों के लिए 'हाई वोल्टेज मैच' माना जाता है। किसी भी चीज के प्रति हद से ज्यादा दीवानगी आस्था या अंधविश्वास को जन्म देती है और क्रिकेट का खेल भी इससे अछूता नहीं है। समय-समय पर क्रिकेट की दुनिया में न सिर्फ क्रिकेट के फैंस बल्कि स्वयं क्रिकेटरों से जुड़े ऐसे अंधविश्वास सामने आते रहे हैं, जिन्हें जानना आपके लिए मजेदार हो सकता है। भारत में क्रिकेट का जुनून और क्रिकेटरों के प्रति लोगों की आस्था नई नहीं है। क्रिकेट पिछले 4-5 दशकों से भारत का सबसे पॉपुलर खेल रहा है। ऐसे तमाम खिलाड़ी हैं, जो अपने करियर में बहुत अधिक सफल होने के बाद भी कुछ आस्थाओं को मानते रहे हैं। इनमें नई उम्र के खिलाड़ी भी कम नहीं हैं। आइए आपको बातते हैं किस भारतीय खिलाड़ी की आस्था किस चीज से जुड़ी हुई है।

विराट कोहली और उनके ग्लब्स

विराट कोहली जिन्हें 'रन मशीन' भी कहा जाता है, आज के समय में दुनिया के सबसे अच्छे और तेज-तर्रार क्रिकेटरों में गिने जाते हैं। बैटिंग करते समय जब विराट का बल्ला बोलता है, तो प्रतिद्वंदी टीम के खिलाड़ियों के छक्के छूट जाते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि विराट कोहली के लिए उनके खास ग्लब्स बड़े मायने रखते हैं। जी हां, विराट की आस्था इस बात में थी कि जब तक उनके प्यारे ग्लब्स उनके साथ हैं, तब तक उनका प्रदर्शन अच्छा रहेगा। हालांकि बाद में वो ग्लब्स खराब हो गए या विराट ने खुद उन्हें छोड़ दिया, लेकिन इससे उनकी पर्फार्मेन्स पर कोई असर नहीं आया।

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महेंद्र सिंह धोनी और नंबर 7

महेंद्र सिंह धोनी भारत के सबसे सफल कप्तानों में गिने जाते हैं। आजकल धोनी अपने क्रिकेट के साथ-साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी क्यूट बेटी के लिए भी चर्चा में रहते हैं। अक्सर धोनी अपनी बेटी के साथ बात-चीत करते हुए वीडियोज शेयर करते रहते हैं। महेंद्र सिंह धोनी नंबर 7 को काफी लकी मानते हैं। धोनी का जन्मदिन 7 जुलाई यानी 7वें महीने और 7वीं तारीख को पड़ता है। इसके अलावा अक्सर वो 7 नंबर की जर्सी में नजर आते हैं। ऐसा भी देखा गया है कि स्ट्राइक लेने से पहले अक्सर धोनी अपने दस्तानों को खोलकर दोबारा फिट करते हैं।

जहीर खान और उनका रुमाल

बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जहीर खान का बॉलिंग स्टाइल बिल्कुल अलग था, जिसकी वजह से उनका क्रिकेट देखने वाले उन्हें कभी नहीं भूल पाएंगे। जहीर खान के बारे में कहा जाता है कि वो अपने साथ हमेशा एक पीला रुमाल रखते थे। जब भी कोई मैच फंसता था या टीम को उनकी जरूरत होती थी, जहीर ने हमेशा विकेट लेकर जीत में टीम की मदद की है, और वो मानते थे कि ऐसा उनके पीले रुमाल के कारण होता है।

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वीरेंद्र सहवाग

शुरुआत में वीरेंद्र सहवाग अक्सर 44 नंबर की जर्सी पहनकर मैदान में नजर आते थे। मगर जब कुछ मैचों में उनका प्रदर्शन ठीक नहीं रहा, तो उन्होंने बिना नंबर की जर्सी पहननी शुरू कर दी। अब यह तो आप भी जानते हैं कि सहवाग दुनिया के उन बेहतरीन बल्लेबाजों में गिने जाते हैं, जिनके सामने बॉलर्स गेंद डालने से डरते थे। सहवाग के छक्के और चौकों से उनके द्वारा खेले गए ज्यादातर मैच आज भी यादगार बने हुए हैं।

सचिन तेंदुलकर

'क्रिकेट के भगवान' और 'मास्टर ब्लास्टर' के नाम से मशहूर सचिन तेंदुलकर भी ऐसे ही एक अंधविश्वास पर यकीन रखते थे। वे हमेशा अपने बाएं पैर का पैड पहले पहनते थे और फिर दाएं पैर का पैड पहनते थे। इसके अलावा उनका विश्वास अपने लकी बैट पर भी बहुत ज्यादा था। यहां तक कि 2011 के विश्वकप मुकाबले से पहले सचिन ने अपने बेहतर प्रदर्शन के लिए अपने बैट को रिपेयर करने के लिए भेजा था।

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