शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कई कारण हो सकते हैं। थायरॉइड गले में स्थित एक ग्रंथि होती है, जो थायरॉइड थायरॉक्सिन (टी 4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (टी 3) हार्मोन को रिलीज करती है। जब ग्रंथि में किसी तरह की समस्या होती है, तो इससे हार्मोन कम या ज्यादा रिलीज हो सकते हैं। इसी को थायरॉइड का बढ़ना या कम होना कहते हैं। थायरॉइड अधिक होने को हाइपरथायरायडिज्म कहा जाता है। थायरॉइड व्यक्ति के मेटाबॉलिज्म, एनर्जी के लेवल और शरीर के टेम्परेचर को कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके असंतुलन से त्वचा में कई तरह की समस्याए हो सकती है। आगे जानते हैं कि हाइपरथायरायडिज्म में त्वचा से जुड़ी क्या समस्याएं हो सकती हैं।
हाइपरथायरायडिज्म और त्वचा के बीच संबंध - Hyperthyroidism And Skin Issues Link In Hindi
हाइपरथायरायडिज्म तब होता है जब थायरॉयड ग्रंथि थायरॉक्सिन (टी 4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (टी 3) जैसे थायराइड हार्मोन का अधिक उत्पादन करती है। ये हार्मोन पूरे शरीर में विभिन्न मेटाबॉलिज्म प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं, जिसमें कोशिकाओं को बनना और त्वचा को हेल्दी रखना शामिल हैं। जब थायराइड हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है, तो यह त्वचा के लिए कई तरह की समस्याओं का कारण बन सकता है।
हाइपरथायरायडिज्म से जुड़ी त्वचा संबंधी समस्याएं - Skin Problems Causes Of Hyperthyroidism in Hindi
त्वचा का रूखापन
थायराइड हार्मोन का लेवल अधिक होने से त्वचा कोशिकाओं के बनने और डेड होने की प्रक्रिया में तेजी आती है। इससे त्वचा रुखापन हो सकता है। इससे स्किन पर खुरदरे धब्बे हो सकते हैं।
खुजली और जलन
हाइपरथायरायडिज्म त्वचा में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ा सकता है, जिससे संवेदनशीलता और खुजली की समस्या हो सकती है। हाइपरथायरायडिज्म से पीड़ित व्यक्तियों को लगातार खुजली, लालिमा और जलन का अनुभव हो सकता है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां घर्षण या नमी जमा होने की संभावना होती है।
बालों का झड़ना
थायराइड हार्मोन बालों की ग्रोथ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। थायराइड हार्मोन के बढ़ने से बालों की ग्रोथ साइकिल बाधित हो सकती है। इससे व्यक्ति को बालों के झड़ने और पतले होने की समस्या हो सकती है।
मुंहासे
थायराइड हार्मोन असंतुलन से स्किन का नेचुरल ऑयल यानी सीबम अनिंयत्रित हो सकता है। इससे त्वचा पर मुंहासे होने लगते हैं। हाइपरथायरायडिज्म वाले व्यक्तियों को विशेष रूप से चेहरे, छाती और पीठ पर सूजन और मुंहासे हो सकते हैं।
हाइपरथायरायडिज्म के होने वाली समस्याओं का बचाव कैसे करें - How To Protect Skin Problems Due to Hyperthyroidism In Hindi
- उचित मात्रा में पानी पीने से शरीर में नमी बनी रहती है और इससे त्वचा के रुखेपन से बचाव होता है।
- बाजार के प्रोडक्ट से स्किन पर साइड इफेक्ट हो सकते हैं, ऐसे में नेचुरल ब्यूटी प्रोडक्ट का ही प्रयोग करें।
- धूप में बाहर जाने से पहले एसपीएफ 30 या उससे अधिक वाली ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन लगाएं। साथ ही, हर दो घंटे में सनस्क्रीन दोबारा लगाएं।
- विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर संतुलित आहार का सेवन करें।
- हाइपरथायरायडिज्म वाले व्यक्तियों में तनाव हो सकता है, इससे बचने के लिए योग व मेडिटेशन करें।
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हाइपरथायरायडिज्म त्वचा पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है, जिससे सूखापन, खुजली, बालों का झड़ना और मुंहासे जैसी कई प्रकार की त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इससे बचने के लिए आप घरेलू उपाय से फायदा न हो, तो ऐसे में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।