आजकल की तेज-तर्रार और तनावपूर्ण लाइफस्टाइल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाल रही है। ऑफिस में लंबे समय तक काम करना, असंतुलित डाइट, नींद की कमी और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण स्टेमिना यानी सहनशक्ति कमजोर हो रही है। यह न केवल युवाओं में बल्कि सभी आयु वर्ग के लोगों में एक आम समस्या बनती जा रही है। कमजोर स्टेमिना का असर केवल शरीर पर ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। गलत खानपान, जैसे ज्यादा प्रोसेस्ड फूड और फास्ट फूड का सेवन, शरीर को जरूरी पोषण नहीं दे पाता, साथ ही, फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। आयुर्वेद में स्टेमिना बढ़ाने के लिए अश्वगंधा जैसी कई तरह की जड़ी-बूटियों का जिक्र है, जिनका इस्तेमाल लाभकारी होता है। इस लेख में आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानिए, स्टेमिना बढ़ाने के लिए अश्वगंधा का प्रयोग कैसे करें?
स्टेमिना और स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिए अश्वगंधा | How to build stamina fast
डॉक्टर श्रेय ने बताया कि अश्वगंधा, जिसे आयुर्वेद में एक रसायन के रूप में जाना जाता है, शरीर को ताकत और ऊर्जा प्रदान करता है। यह न केवल शारीरिक शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी सुधारता है। इसके नियमित सेवन से शरीर की सहनशक्ति बढ़ती है और तनाव में कमी आती है। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में इसे वाजीकरण यानी यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाला भी माना गया है। यह मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ाने और स्मरण शक्ति सुधारने में मदद करता है, साथ ही यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे बीमारियां कम होती हैं।
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अश्वगंधा के फायदे
1. स्टेमिना में सुधार
अश्वगंधा के सक्रिय तत्व शरीर की मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाते हैं। यह थकान को कम करता है और शरीर को ऊर्जा से भरपूर बनाता है।
2. तनाव और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार
अश्वगंधा में कई गुण होते हैं, जो तनाव हार्मोन (कोर्टिसोल) को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इससे मानसिक शांति मिलती है।
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3. मांसपेशियों का विकास
नियमित एक्सरसाइज के साथ अश्वगंधा का सेवन मांसपेशियों के विकास और शारीरिक मजबूती में सहायक होता है।
4. यौन स्वास्थ्य में सुधार
आयुर्वेद में इसे वाजीकरण औषधि कहा गया है। यह पुरुषों और महिलाओं दोनों के यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
अश्वगंधा का सेवन कैसे करें?
1. दूध के साथ सेवन
- दुबले-पतले लोग अश्वगंधा पाउडर को गर्म दूध में मिलाकर ले सकते हैं।
- यह सुबह और रात के समय लिया जा सकता है।
2. पानी के साथ सेवन
- जो लोग वजन घटाना चाहते हैं या डायबिटीज के मरीज हैं, वे इसे गुनगुने पानी के साथ लें।
- इसे भोजन के 1 घंटे बाद लेने से बेहतर पाचन होता है।
ध्यान रखें कि गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
निष्कर्ष
अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक औषधि है, जो शरीर को ताकत, ऊर्जा और स्टेमिना प्रदान करती है। इसके नियमित सेवन से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि मानसिक तनाव भी कम होता है। हालांकि, इसे सही मात्रा में और आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार उपयोग करना जरूरी है। प्राकृतिक और संतुलित लाइफस्टाइल के साथ अश्वगंधा के सेवन से आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
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