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नौंवे महीने में इन 5 लक्षणों को न करें अनदेखा, पानी की थैली फटने का होते हैं संकेत

Signs Of Water Break In Hindi: प्रेग्नेंसी के नौंवे महीने में पानी की थैली फटने पर महिला को कई बार पेट में दर्द, ऐंठन की समस्या हो सकती है।
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नौंवे महीने में इन 5 लक्षणों को न करें अनदेखा, पानी की थैली फटने का होते हैं संकेत


Signs Of Water Break In Hindi: गर्भावस्था के आखिरी महीनों में अक्सर महिलाएं बहुत परेशान रहती हैं, मन बेचैन रहता है और दिल में एक डर भी बैठा रहता है। दरअसल, ऐसा डिलीवरी डेट के नजदीक आने के कारण होता है। डिलीवरी को लेकर हर महिला के मन में तरह-तरह के सवाल होते हैं। ऐसा ही एक सवाल है कि वॉटर ब्रेक हो गया है यानी पानी की थैली फट गई है, तो इसका कैसे पता चलेगा? अगर आप भी जानना चाहते हैं कि पानी की थैली फटने पर किस तरह के संकेत दिखाई देते हैं, तो इस लेख को आगे जरूर पढ़ें। शांता फर्टिलिटी सेंटर की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुभा सिंह से जानें जरूरी जानकारी।

Signs Of Water Break In Hindi

पानी की थैली का फटना क्या होता है (What Is Water Breaking In Pregnancy)

पानी की थैली फटने को लेकर अक्सर महिलाओं में कई तरह के सवाल उठते हैं। आमतौर पर महिलाएं जिसे वॉटर ब्रेक कहती हैं, विशेषज्ञ उसे रपचर्ड मेमब्रेन कहते हैं। असल में, गर्भ में शिशु जिस थैली के अंदर रहता है, उसे एमनियोटिक सैक के नाम से जाता है। इस थैली में एमनियोटिक फ्लूइड होता है, जिसमें बच्चा सर्वाइव करता है। जब बच्चे का बाहर निकलने का समय होता है, तब एमनियोटिक सैक फट जाता है, जिससे फ्लूइड  बाहर निकलने लगता है। इसका अर्थ होता है कि अब बच्चा पूरी तरह से बाहरी दुनिया में आने के लिए तैयार है। सामान्यतौर पर महिलाएं जब 39 सप्ताह पूरा कर लेती हैं, उसके बाद एमनियोटिक सैक ब्रेक होता है।

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पानी की थैली फटने के संकेत (Signs Of Water Breakage During Pregnancy)

पानी की थैली फटने से पहले बार-बार पेशाब आता है

प्रेग्नेंसी के नौंवे महीने में बच्चा गर्भ में कंप्लीट हो चुका होता है। ऐसे मे उसका वजन बढ़ जाता है, जिससे ब्लैडर पर बहुत दबाव बनता है। ब्लैडर में दबाव बनने के कारण महिला को बार-बार पेशाब आता है। हालांकि, पेशाब की गंध और सैक में मौजूद एमनियोटिक गंध में काफी अंतर होता है। इसलिए, अगर फ्लूइड  लीकेज होगा, तो महिला को समझने में देरी नहीं होगी। वैसे एमनियोटिक फ्लूइड का रंग भी पेशाब के रंग से अलग होता है।

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पानी की थैली फटने से पहले पेट में दर्द या ऐंठन होती है

प्रेग्नेंसी के नौंवे महीने में पानी की थाली फटने से पहले महिला को पेट में दर्द, ऐंठन, कमर दर्द और इसी तरह की अन्य शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। कई बार दर्द होने के साथ-साथ डिसचार्ज भी होने लगता है। हालांकि, गर्भावस्था के आखिरी चरण में तरल पदार्थ का स्राव होना सामान्य है, लेकिन जब एमनियोटिक सैक फटता है, तो उस समय डिसचार्ज काफी ज्याद होता है।

पानी की थैली फटने से पहले बार-बार मल त्यागने की जरूरत महसूस होना

प्रेग्नेंसी के नौंवे महीने में जिस तरह ब्लैडर पर प्रेशर बनता है, उसी तरह महिला को बार-बार टॉयलेट भी जाना पड़ सकता है। कहने का मतलब है कि गर्भवती महिला को बार-बार मल त्यागने की जरूरत महसूस हो सकती है। कुछ मामलों में यह भी देखा गया है कि डिलीवरी के दौरान महिला का मल भी निकल जाता है। हालांकि, इस तरह की अनुभूति पेट के निचले हिस्से में दबाव बनने के कारण होता है। एमनियोटिक सैक के फटने पर योनि के रास्ते से एमनियोटिक फ्लूइड बाहर बह जाता है।

image credit: freepik

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