Virabhadrasana Benefits For Health in Hindi: आज के समय में हेल्दी रहने के लिए जरूरी है कि आप नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियां करते रहे। खुद को फिट और सेहतमंद रखने के लिए लोग एक्सरसाइज, वॉक और योग जैसी फिजिकल एक्टिविटी करते हैं। योग का अभ्यास भी आपके शरीर को स्वस्थ रखने और कई बीमारियों से बचाव करने में मदद करता है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग योग करते हैं, वे योग न करने वालों के मुकाबले ज्यादा स्वस्थ रहते हैं। इसलिए, योगासनों का अभ्यास आपके सेहत के लिए फायदेमंद (yoga for better health) हो सकता है। ऐसे में खुद को स्वस्थ रखने के लिए आप वीरभद्रासन का अभ्यास कर सकते हैं। तो आइए दिल्ली के उत्तम नगर में स्थित योग जंक्शन के योग थेरेपिस्ट प्रवीण गौतम से जानते हैं कि स्वास्थ्य के लिए वीरभद्रासन करने के क्या फायदे हैं और इसे कैसे करना चाहिए? (How To Do Virabhadrasana Benefits And Precautions in Hindi)
वीरभद्रासन करने का सही तरीका क्या है? - How To Do Virabhadrasana in Hindi?
- वीरभद्रासन करने के लिए सबसे पहले अपने पैरों को कंधे की चौड़ाई के बराबर दूरी पर रखकर खड़े हो जाए और अपने हाथों को हिप्स पर रखें।
- इसके बाद अपने दाहिने पैर को आगे बढ़ाएं और घुटने को मोड़ें, ताकि आपका घुटना आपके एंकल के ऊपर आ जाए।
- अब अपने बाएं पैर को पीछे बढ़ाएं और घुटने को सीधा रखें।
- इसके साथ ही, अपने हाथों को ऊपर उठाते हुए अपनी उंगलियों को आपस में जोड़ लें।
- इस मुद्रा में बने रहे और गहरी सांस लेते रहे और फोकस बनाए रखें।
- फिर धीरे-धीरे अपने पैरों को वापस लाएं और हाथों को नीचे रखें।
- आप 2 से 3 बार इस मुद्रा को दोनों तरफ दोहरा सकते हैं।
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वीरभद्रासन के क्या फायदे हैं? - What Are The Benefits Of Virabhadrasana in Hindi?
योग थेरेपिस्ट प्रवीण गौतम के अनुसार वीरभद्रासन आपके शरीर के निचले हिस्से के लिए सबसे ज्याद फायदेमंद होता है। इसके साथ ही यह अन्य शारीरिक फायदे पहुंचाने में भी मदद करता है।
- मांसपेशियों को मजबूत बनाएं: वीरभद्रासन करने से आपके पैरों, हिप्स और जांघों की मांसपेशियां मजबूत बनाती है और मसल्स गेन में मदद मिलती है।
- लचीलापन बढ़ाता है: इस आसन का नियमित अभ्यास आपके पैरों, जांघों और हिप्स का लचीलापन बढ़ाने में मदद कर सकता है।
- संतुलन में सुधार: वीरभद्रासन का नियमित अभ्यास आपके शरीर के संतुलन को बेहतर बनाने में मदद करता है, जिससे चोट लगने का जोखिम कम होता है।
- मानसिक तनाव कम करता है: यह आसन आपके शरीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि इसे करने से मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में मदद मिल सकती है।
- पाचन तंत्र को मजबूत बनाएं: वीरभद्रासन का नियमित अभ्यास आपके पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है, जिससे पाचन से जुड़ी समस्याओं से राहत मिल सकती है।
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वीरभद्रासन करते समय किन बातों का ध्यान रखें? - What Things To Keep in Mind While Doing Virabhadrasana in Hindi?
- अगर आपको घुटने से जुड़ी किसी तरह की समस्या है तो वीरभद्रासन करने से बचें या फिर अपने डॉक्टर से कंसल्ट कर लें।
- पीठ में अकड़न या पीठ से जुड़ी अन्य समस्याएं होने पर भी वीरभद्रासन करने से बचना चाहिए, क्योंकि ये पीठ की समस्या को बदतर बना सकता है।
- प्रेग्नेंसी के दौरान भी महिलाओं को वीरभद्रासन का अभ्यास न करने की सलाह दी जाती है।
- अगर आप दिल से जुड़ी बीमारियों के शिकार हैं तो भी वीरभद्रासन आपके स्वास्थ्य के लिए सही नहीं माना जाता है।
निष्कर्ष
वीरभद्रासन करने से आपके शरीर के निचले हिस्से से जुड़ी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। लेकिन, इसे सही तरीके से करना बेहद जरूरी है। साथ ही, दिल से जुड़ी बीमारी, घुटने में दिक्कत, पीठ से जुड़ी समस्या या प्रेग्नेंसी के दौरान इस आसन को करने से बचना चाहिए या फिर आप हमेशा अपने डॉक्टर से कंसल्ट करके ही इस आसन को अपने फिटनेस रूटीन में शामिल करें।
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