ऑयली स्किन वाले लोगों को अक्सर मुंहासे, ब्लैकहेड्स और अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी त्वचा की खास देखभाल करें और एक हेल्दी स्किन केयर रूटीन फॉलो करें। ऑयली स्किन वाले लोगों में ज्यादा सीबम निकलता है जो कि गंदगी और धूल को आकर्षित करता है और बैक्टीरिया के विकास को भी बढ़ावा देता है। इसके कारण मुंहासे और अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसलिए, ऑयली स्किन की देखभाल में सबसे पहले सफाई और एक्सफोलिएशन का ध्यान रखना जरूरी है। सही स्किनकेयर रूटीन अपनाने से आप न केवल अपने चेहरे की चमक को बनाए रख सकते हैं, बल्कि मुंहासों और अन्य त्वचा से जुड़ी समस्याओं से भी बच सकते हैं। इस लेख में ग्रेटर कैलाश और नोएडा में स्थित दिल्ली वेलनेस क्लीनिक की कॉस्मेटोलॉजिस्ट एक्सपर्ट रितु खारियान से जानिए, ऑयली स्किन को कितनी बार एक्सफोलिएट करना चाहिए और इसके फायदे क्या हैं।
एक्सफोलिएशन
एक्सफोलिएशन का मतलब है त्वचा की मृत कोशिकाओं यानी डेड स्किन सेल्स को हटाना, यह प्रक्रिया त्वचा को साफ और ग्लोइंग बनाने में मदद करती है। ऑयली स्किन के लिए एक्सफोलिएशन जरूरी है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह एक्स्ट्रा तेल और गंदगी को हटाने में मदद करता है, जो अक्सर मुंहासों और ब्रेकआउट का कारण बनते हैं।
ऑयली स्किन को महीने में कितनी बार एक्सफोलिएट करें?
डॉक्टर का कहना है कि ऑयली स्किन वाले लोगों को महीने में लगभग 2 से 3 बार एक्सफोलिएट करना चाहिए। यह त्वचा के प्रकार, मौसम और जरूरतों पर निर्भर करता है। अगर आपकी स्किन बहुत ज्यादा ऑयली है और आपको मुंहासे होने की समस्या है, तो आप हफ्ते में एक बार एक्सफोलिएट कर सकते हैं। लेकिन अगर आपकी त्वचा में कोई विशेष समस्या है, तो पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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सही एक्सफोलिएशन का तरीका
- सबसे पहले, अपने चेहरे को एक अच्छे क्लींजर से साफ करें। इससे चेहरे पर मौजूद गंदगी और मेकअप हट जाएगा।
- इसके बाद, अपने स्किन टाइप के अनुसार एक अच्छा स्क्रब चुनें। ऑयली स्किन के लिए ऑयल-फ्री स्क्रब का उपयोग करें। जिसमें नींबू, टी ट्री ऑयल या सैलिसिलिक एसिड हो।
- स्क्रब को अपनी उंगलियों से हल्के हाथों से लगाएं। बहुत ज्यादा जोर से स्क्रब करने से त्वचा को नुकसान हो सकता है।
- स्क्रब करने के बाद चेहरे को अच्छी तरह पानी से धो लें और अच्छी क्वालिटी वाले टोनर का इस्तेमाल करें।
- एक्सफोलिएट करने के बाद, अपने चेहरे पर एक अच्छा ऑयल फ्री मॉइश्चराइजर लगाएं। यह ऑयली स्किन के लिए भी जरूरी है। ऐसा इसलिए, क्योंकि एक्सफोलिएशन से त्वचा की नमी कम हो सकती है।
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एक्सफोलिएशन के फायदे
- एक्सफोलिएशन से त्वचा का ग्लो बढ़ता है, जिससे चेहरा ज्यादा हेल्दी नजर आता है।
- यह एक्स्ट्रा तेल और गंदगी को हटाकर पोर्स को बंद होने से रोकता है, जिससे मुंहासों का खतरा कम होता है।
- एक्सफोलिएशन से स्किनकेयर रूटीन ज्यादा प्रभावी हो जाता है।
निष्कर्ष
ऑयली स्किन की देखभाल में एक्सफोलिएशन जरूरी है। महीने में 2 से 3 बार एक्सफोलिएट करना सही है, लेकिन यह आपकी त्वचा की स्थिति पर निर्भर करता है। सही तरीके से और संतुलित मात्रा में एक्सफोलिएट करने से आप अपनी त्वचा को हेल्दी और ग्लोइंग बना सकते हैं। अगर आप अपने स्किनकेयर रूटीन में सुधार लाना चाहते हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेकर सही प्रोडक्ट्स को चुनें।
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