Eye Test in Diabetes: डायबिटीज के मरीजों को कई बार आंखों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ब्लड शुगर लेवल का असर आंखों पर भी पड़ता है। डायबिटिक मरीजों को डायबिटिक रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy) की समस्या हो जाती है। इस स्थिति में हाई शुगर लेवल के कारण आंख की रेटिना डैमेज हो जाती है। वहीं डायबिटीज में मोतियाबिंद की समस्या भी बढ़ जाती है। मोतियाबिंद तब होता है जब आपकी आंख का प्राकृतिक लेंस धुंधला हो जाता है। डायबिटीज के मरीजों को ग्लूकोमा की समस्या भी हो जाती है। यह एक ऐसी बीमारी है जो आपकी आंख की ऑप्टिक तंत्रिका को नुकसान पहुंचाती है। डायबिटीज में डायबिटिक न्यूरोपैथी (Neuropathy) की समस्या भी हो जाती है। यह एक नर्व डैमेज से जुड़ी समस्या है, जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने के कारण होती है। डायबिटिक मरीजों में कॉर्निया से संबंधित समस्याएं भी ज्यादा देखने को मिलती है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने और नियमित आई टेस्ट करवाना जरूरी है। इस लेख में हम जानेंगे डायबिटीज में मरीजों को कितने समय में आई टेस्ट करवाना चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने दुर्गा सहाय नर्सिंग होम, यूपी बिजनौर के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ विनीत माथुर से बात की।
डायबिटीज में कितने समय में आंखों का टेस्ट करवाएं?- Eye Test in Diabetes
The American Diabetes Association की मानें, तो डायबिटीज का पता लगते ही आई टेस्ट करवाना चाहिए। डायबिटीज मरीजों को नियमित रूप से अपनी आंखों का टेस्ट करवाना बहुत जरूरी होता है। डायबिटिक मरीजों को अपने डॉक्टर की सलाह पर नियमित अंतराल में डायबिटिक रेटिनोपैथी की स्क्रीनिंग करवानी चाहिए। आमतौर पर, यह जांच साल में कम से कम 2 बार करवाना चाहिए। अगर किसी व्यक्ति को आंखों में किसी भी प्रकार की समस्या या लक्षण महसूस हो रहे हों, तो उन्हें जल्दी से जल्दी आंखों के विशेषज्ञ के पास जाना चाहिए। आपके डॉक्टर आपकी स्थिति और आंखों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए टेस्ट करवाने की सलाह देंगे और आंखों की देखभाल के लिए उपाय सुझाएंगे।
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डायबिटिक मरीजों के लिए आई केयर टिप्स- Eye Care Tips For Diabetic Patients
- धूप में जाने से पहले बचाव के लिए धूप के चश्मे और आंखों को ढकने की आदत डालें।
- ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करें और हर 6 से 7 महीने में एक बार आई टेस्ट जरूर करवाएं।
- धूम्रपान और शराब का सेवन करने से बचें क्योंकि इससे आंखों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- डायबिटिज कंट्रोल के लिए नियमित रूप से अपनी दवाओं का सेवन करें और डॉक्टर की सलाह लें।
- अपनी डाइट में विटामिन-ए, सी, ई और ओमेगा 3 फैटी एसिड को शामिल करें।
- रोजाना आंख को ऊपर-नीचे और दाएं-बाएं घुमाकर आई एक्सरसाइज करने का रूटीन बनाएं।
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