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हाई ब्लड प्रेशर से प्रभावित हो सकती है प्रजनन क्षमता, एक्सपर्ट से जानें कैसे?

अनियमित जीवनशैली से हाई बीपी का जोखिम बढ़ जाता है। क्या आपको पता है कि हाई ब्लड प्रेशर आपके प्रजनन स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। आगे जानते हैं इस बारे में विस्तार से
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हाई ब्लड प्रेशर से प्रभावित हो सकती है प्रजनन क्षमता, एक्सपर्ट से जानें कैसे?


Hypertension Impact On Reproductive Health: समय के साथ लोगों की जीवनशैली और खानपान की आदतों में कई तरह के बदलाव देखें जा सकते हैं। आज के समय हर व्यक्ति दूसरे से आगे निकलने के लिए खुद को समय ही नहीं दे पाते हैं। इतना ही नहीं खुद को फाइनेंशियल स्टेबल बनाने के लिए लोग खुद की सेहत पर भी ध्यान नहीं देते हैं। जबकि, ऐसा करना गलत है। सभी काम को प्राथमिक लेने के चलते सेहत को अनदेखा करना एक बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है। यही वजह है कि आज के दौर में ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है। आपको बता दें कि लंबे समय तक ब्लड प्रेशर और डायबिटीज आपके लिए अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है। हाई ब्लड प्रेशर की वजह से पुरुष और महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य बुरा असर (Hypertension Impact On Reproductive Health) पड़ता है। इस लेख में मेडिकवर अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट फीजिशियन डॉ. सचिन नलवाड़े से जानते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर का प्रजनन स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है। 

हाई ब्लड प्रेशर से महिला प्रजनन स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव - How Hypertension Impact On Female Reproductive Health In Hindi

मासिक धर्म में अनियमितताएं

हाई ब्लड प्रेशर महिलाओं के हार्मोनल संतुलन को बाधित कर सकता है, जिससे मासिक धर्म (मेंस्ट्रुअल साइकिल) अनियमित हो सकता है। हाई ब्लड प्रेशर मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करने वाले हाइपोथैलेमिक-पिट्यूटरी-ओवरी (hypothalamic-pituitary-ovarian axis) के कार्य को भी प्रभावित कर सकता है। नतीजतन, उच्च रक्तचाप वाली महिलाओं को अनियमित मासिक धर्म, एनोव्यूलेशन और एमेनोरिया (मासिक धर्म की अनुपस्थिति) की समस्या हो सकती है। 

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पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS)

हाई ब्लड प्रेशर इंसुलिन रेजिस्टेंस जैसे मेटाबॉलिक डिसऑर्डर से संबंधित होता है, जो पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) का कारण बन सकता है। पीसीओएस एक ऐसी स्थिति है जिसमें ओवरी में कई सिस्ट, हार्मोनल असंतुलन और अनियमित मासिक धर्म चक्र होते हैं। पीसीओएस वाली महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर होने का जोखिम अधिक होता है, और दोनों स्थितियों की उपस्थिति एक-दूसरे को बढ़ा सकती है, जिससे प्रजनन स्वास्थ्य और भी जटिल हो सकता है। 

गर्भावस्था संबंधी समस्याएं

प्रेग्नेंसी के दौरान हाई ब्लड प्रेशर, जिसे जेस्टेशनल हाइपरटेंशन के रूप में जाना जाता है। यह महिला और भ्रूण दोनों के लिए गंभीर जटिलताएं पैदा कर सकता है। इस स्थिति के सबसे गंभीर रूपों में से एक प्रीक्लेम्पसिया है, जो बच्चे के लिए जान के जोखिम की वजह बन सकता है। हाई ब्लड प्रेशर की वजह से किडनी और लिवर प्रभावित हो सकते हैं। प्रीक्लेम्पसिया के चलते प्लेसेंटा में रक्त का प्रवाह कम हो सकता है, जिससे भ्रूण का विकास में बाधा आ सकती है। यह समय से पहले जन्म होने का कारण बन सकता है। 

इनफर्टिलिटी

क्रोनिक हाइपरटेंशन प्रजनन अंगों को प्रभावित करके और कंसीव करने की संभावना को कम कर सकता है। हाई ब्लड प्रेशर रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे गर्भाशय और ओवरी में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। इसके परिणामस्वरूप खराब अंडे की गुणवत्ता, ओवरी रिजर्व में कमी और स्वस्थ गर्भावस्था को बनाए रखने में कठिनाई हो सकती है। 

हाई ब्लड प्रेशर से पुरुष के प्रजनन स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव - How Hypertension Impact On Male Reproductive Health In Hindi

  • पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर हाई ब्लड प्रेशर के सबसे महत्वपूर्ण प्रभावों में से एक स्तंभन दोष (Erectile Dysfunction- ईडी) है। हाई ब्लड प्रेशर रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और लिंग में रक्त के प्रवाह को कम कर सकता है, जिससे इरेक्ट होने की समस्या हो सकती है। 
  • हाई ब्लड प्रेशर पुरुषों के स्पर्म प्रोडक्शन और क्वालिटी को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। हाई ब्लड प्रेशर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का कारण बन सकता है, एक ऐसी स्थिति जिसमें फ्री रेडिकल्स की अधिकता शुक्राणु कोशिकाओं सहित अन्य कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है। 
  • क्रोनिक हाई ब्लड प्रेशर वृषण में रक्त के प्रवाह को बाधित करके वृषण कार्य (Testicular Function) को भी प्रभावित कर सकता है। हेल्दी स्पर्म के निर्माण के लिए वृषण को ऑक्सीजन युक्त ब्लड की निरंतर आपूर्ति की आवश्यकता होती है। जब हाई ब्लड प्रेशर के कारण रक्त प्रवाह बाधित होता है, तो वृषण बेहतर तरीके से काम नहीं कर पाते हैं, जिससे स्पर्म काउंट में कमी आती है और प्रजनन संबंधी समस्याएं होती हैं। 

इसे भी पढ़ें: PCOS (पीसीओएस) में महिलाओं के लिए फायदेमंद हैं ये 5 जड़ी-बूटियां, हार्मोन्स को करती हैं संतुलित

हाई ब्लड प्रेशर पुरुषों और महिलाओं दोनों में प्रजनन स्वास्थ्य के लिए एक जोखिम पैदा कर सकता है। इसका प्रभाव मासिक धर्म की अनियमितता के साथ ही गर्भावस्था पर भी हो सकता है। ऐसे में आप ब्लड प्रेशर को नियमित रखने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल में आवश्यक बदलाव कर सकते हैं। 

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