Hurried Woman Syndrome in Hindi: समय की मांग के अनुसार आज के समय में पुरुषों के साथ महिलाओं का कामकाजी होना बेहद आवश्यक हो गया है। लेकिन, महिलाओं पर घर की जिम्मेदारी भी होती हैं। ऐसे में महिलाएं घर और काम के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए दिन-रात मेहनत करती हैं। खासकर ऑफिस में काम करने वाली माताओं के लिए यह चुनौती और भी बड़ी होती है। कई बार इस भागदौड़ भरी जिंदगी में महिलाएं खुद को थका हुआ और मानसिक रूप से दबाव में महसूस करती हैं। इस स्थिति को ही "हरिड वुमन सिंड्रोम" (Hurried Woman Syndrome) कहा जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें महिलाएं लगातार तनाव, थकान और जिम्मेदारियों के बोझ से घिरी रहती हैं। इस लेख में नारायणा अस्पताल के कंसलटेंट साइकैटरिस्ट एंड साइकोथैरेपिस्ट डॉ राहुल से जानते हैं कि हरिड वुमन सिंड्रोम के लक्षण और बचाव क्या हो सकते हैं?
हरिड वुमन सिंड्रोम किन कारणों से होता है?
ऑफिस जानें वाली महिलाओं की मानसिक और शारीरिक स्थिति को दर्शाता है हरिड वुमन सिंड्रोम। इस स्थिति में अक्सर महिलाएं जल्दबाजी या हड़बड़ी में रहती हैं। सामान्यतः यह सिंड्रोम ऑफिस और घर दोनों की जिम्मेदारियां उठानी वाली महिलाओं में देखा जाता है। खासकर जिन महिलाओं को बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी होती है उनको यह सिंड्रोम हो सकता है। दरअसल, महिलाएं अपनी सभी जिम्मेदारियों को अच्छे से निभाने के चले खुद की सेहत और मानसिक स्थिति पर ध्यान नहीं दे पाती हैं। आगे जानते हैं किन कारणों से महिलाओं को हरिड वुमन सिंड्रोम हो सकता है।
हरिड वुमन सिंड्रोम के कारण
- जो महिलाएं एक साथ कई काम संभालने का प्रयास करती हैं।
- हर जगह की जिम्मेदारियों का बोझ लगातार उठाना
- देर रात तक जागना
- खुद की सेहत को नजरअंदाज करना, आदि।
हरिड वुमन सिंड्रोम के लक्षण - Symptoms Of Hurried Woman Syndrome In Hindi
- सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द (Muscles Pain)।
- नींद में बाधा या अनिद्रा।
- लगातार थकान (Tiredness) महसूस होना।
- हर समय गुस्सा या उदासी महसूस करना।
- तनाव और चिड़चिड़ापन।
- दोस्तों से दूरी बनाना।
- सामाजिक गतिविधियों से बचना।
हरिड वुमन सिंड्रोम से बचाव के उपाय - Prevention Tips Of Hurried Woman Syndrome In Hindi
अपनी प्राथमिकताएं समझना
इस स्थिति में महिलाओं को खुद की प्राथमिकताओं का समझना होगा। साथ ही, ऑफिस के समय घर के बारे में सोचना नहीं होगा ठीक ऐसे ही घर में ऑफिस के काम को नहीं लाना होगा। साथ ही, खुद के लिए समय निकलना चाहिए।
लोगों से सपोर्ट मांगे
परिवार और ऑफिस के लोगों से काम के लिए सपोर्ट मांगने में झिझक महसूस न करें। यदि, किसी जगह पर आपको ज्यादा प्रेशर महसूस हो रहा है तो सामने वाले से खुलकर बात करें।
डाइट में बदलाव करें
ऑफिस जानें वाली महिलाओं को अपनी डाइट में पौष्टिक और संतुलित आहार को शामिल करना चाहिए। फलों और हरी सब्जियों को सेवन अधिक मात्रा में करें।
पर्याप्त नींद लें और योग करें
पर्याप्त नींद लेने से आपके दिमाग को आराम मिलेगा और अगले दिन आप खुद को फ्रेश महसूस कर पाएंगी। साथ ही, लाइफस्टाइल में योग और मेडिटेशन के लिए समय निकालें।
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Hurried Woman Syndrome In Hindi : महिलाओं को दोनों जगह मैनेज करने के लिए पार्टनर की हेल्प लेना आवश्यक है। हर जगह की जिम्मेदारी लेना सही है, लेकिन अनावश्यक रूप से खुद पर दबाव न डालें। इससे आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। साथ ही, परिवार के साथ समय बिताएं या छुट्टियों पर जाएं इससे भी आपको मानसिक शांति मिलेगी। यदि, ज्यादा तनाव व चिंता हो रही है तो ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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