Impacts Of Heavy Metal Toxicity On Health: आमतौर पर हम सभी प्रदूषण, जहरीली हवाओं और भोजन से शरीर में होने वाली टॉक्सिटी के बारे में बात करते हैं। साथ ही, इनसे छुटकारा पाने और शरीर को डिटॉक्स करने के लिए तरह-तरह के उपाय ढूंढने में लगे रहते हैं। लेकिन आपको पता होना चाहिए कि कई अन्य चीजों के कारण भी शरीर में टॉक्सिन्स की अधिकता होती है। आपको बता दें कि सीसी, पारा, आर्सेनिक और कैडमियम आदि जैसी भारी धातुएं शरीर में टॉक्सिसिटी का कारण बनती हैं। इस स्थिति को हैवी मेटल टॉक्सिटी कहा जाता है। इस दौरान कुछ धातुओं के कण हमारे शरीर में इकट्ठे हो जाते हैं और जब इनकी मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाती है, तो यह हमारे शरीर में जहर के समान काम करते हैं। यह समझना महत्वपूर्ण है कि ये भारी धातुएं हमारे शरीर को कैसे प्रभावित करती हैं या भारी धातुओं से होने वाली टॉक्सिटी कैसे चुपचाप हमारे स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करती है। लगभग 40 वर्ष से न्यूट्रिशन और डाइट के क्षेत्र में कार्यरत न्यूट्रिशनिस्ट अंजली मुखर्जी ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में समझाया है कि हैवी मेटल टॉक्सिटी हमारे स्वास्थ्य के लिए कैसे जहर के समान काम करती है। साथ ही, इससे होने वाले नुकसान भी बताए हैं। इस लेख में हम आपको इनके बारे में विस्तार से बता रहे हैं...
भारी धातुओं के कारण होने वाली टॉक्सिसिटी सेहत के लिए कैसे नुकसानदायक है- How Heavy Metal Toxicity Affect Health In Hindi
न्यूट्रिशनिस्ट अंजली मुखर्जी के अनुसार, यदि आपके शरीर में हैवी मेटल टॉक्सिटी है, तो इसका अर्थ है कि आपके शरीर में भारी धातुएं पाई जाती हैं। इस स्थिति में आपका शरीर कुछ पोषक तत्वों को प्रभावी ढंग से अवशोषित नहीं कर पाएगा। उदाहरण के लिए, यदि आपके शरीर में सीसा की मात्रा अधिक है, तो यह कैल्शियम के अवशोषण में बाधा बनेगा। यदि आपके शरीर में आयरन की कमी है, जैसा कि अधिकांश भारतीयों में होता है, तो हमारे देश में आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया बड़े पैमाने पर है। इसलिए यदि आपके शरीर में आयरन की मात्रा कम है, तो आपका शरीर अधिक कैडमियम को अवशोषित करेगा, जो एक भारी धातु है और यह जिंक के अवशोषण को अवरुद्ध कर देगा, जो इम्यूनिटी के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है।
इसे भी पढ़ें: ज्यादा पानी पीने से हो सकती है वॉटर टॉक्सिसिटी की समस्या, जानें इसके बारे में
यदि आपके शरीर में सीसा और कैडमियम टॉक्सिसिटी है या इन भारी धातुओं की मात्रा अधिक है, तो आपके शरीर में आयरन, कैल्शियम और कॉपर आदि जैसे न्यूट्रिएंट्स अवशोषित नहीं हो पाएंगे। इससे शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी की समस्या होने लगेगी।
आपके लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि पोषक तत्वों की कमी से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में तेजी आती है। मिथाइलेशन चक्र भी गड़बड़ा जाता है। मिथाइलेशन मरम्मत चक्र है, जो तब भी बाधित होता है जब आपके पास एक्टिव बी विटामिन की कमी होती है। इसलिए फोलेट महत्वपूर्ण है या विटामिन बी9 अन्य एक्टिव बी विटामिनों के बीच डीएनए मरम्मत के लिए महत्वपूर्ण है।
View this post on Instagram
इसे भी पढ़ें: महिला ने 20 मिनट में पिया 2 लीटर पानी, वॉटर टॉक्सिसिटी से हुई मौत
एक्सपर्ट क्या सलाह देती हैं?
आपको खानपान को लेकर जागरूक बनने की जरूरत है। आपको सही खाने का चयन करना चाहिए, सिर्फ इसलिए नहीं कि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं, बल्कि इसलिए भी कि आप स्वस्थ और दीर्घायु रहना चाहते हैं।
All Image Source: Freepik