Doctor Verified

मोल्ड टॉक्सिसिटी क्या है? जानें सेहत के लिए यह कैसे है खतरनाक

Mold Toxicity in Hindi: घरों में नमी के कारण दीवार पर फंगस जमा हो जाते हैं, इसके कारण होने वाली समस्याओं को मोल्ड टॉक्सिसिटी कहते हैं।
  • SHARE
  • FOLLOW
मोल्ड टॉक्सिसिटी क्या है? जानें सेहत के लिए यह कैसे है खतरनाक

What is Mold Toxicity in Hindi: हाइजीन की कमी, बैक्टीरिया और फंगस की वजह से शरीर बीमारियों की चपेट में आ सकता है। घरों में सफाई न होने, नमी या सीलन बनी रहने के कारण भी आप फंगस के संपर्क में या सकते हैं। इसकी वजह से कई गंभीर समस्याओं का खतरा भी रहता है। अक्सर घर के किचन, बाथरूम, सिंक आदि के पास दीवार में नमी हो जाती है। इसकी वजह से दीवार पर सफेद या गहरे रंग के झाग जैसे फाहे जम जाते हैं। यह एक तरह का नुकसानदायक कवक और बैक्टीरिया होता है, जिसकी वजह से गंभीर समस्याओं का खतरा रहता है। इसी को मोल्ड टॉक्सिसिटी कहते हैं।

मोल्ड टॉक्सिसिटी के लक्षण- Symptoms of Mold Toxicity in Hindi

मोल्ड एक प्रकार का कवक होता है जो सतहों पर विकसित होता है, जैसे कि फसल, कागज, दीवार या जमीन। यह आमतौर पर गर्म और आर्द्र के कारण होता है और इसकी वजह से कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, "मोल्ड के संपर्क में आने से कई तरह की एलर्जी और इन्फेक्शन का खतरा रहता है। इसकी वजह से नाक, कान और गले में गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।"

What is Mold Toxicity in Hindi

इसे भी पढ़ें: वायरल इंफेक्शन से बचने के लिए क्या करें? जानें 6 उपाय, बढ़ेगी इम्यूनिटी और नहीं पड़ेंगे बीमार

मोल्ड टॉक्सिसिटी के कुछ प्रमुख लक्षण इस तरह से हैं-

1. सांस लेने में दिक्कत: यह एक सामान्य लक्षण है जो मोल्ड टॉक्सिसिटी होने पर दिखता है। व्यक्ति को आसानी से सांस लेने में कठिनाई हो सकती है और सांस लेने के दौरान गले में खराश या कफ भी हो सकता है।

2. नाक से जुड़ी दिक्कतें: जलवायु और वायरल संक्रमण की तरह, मोल्ड टॉक्सिसिटी होने पर भी नायक से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसमें नाक में खुजली, जलन, और बंद नाक शामिल हो सकते हैं।

3. स्किन से जुड़ी समस्याएं: मोल्ड टॉक्सिसिटी के कारण व्यक्ति को स्किन पर छाले, चकत्ते, खुजली, दानें आदि हो सकते हैं।

4. पेट से जुड़ी समस्या: मोल्ड टॉक्सिसिटी के कारण पेट में दर्द, अपच और बदहजमी जैसी समस्याओं का खतरा भी रहता है।

इसे भी पढ़ें: क्या फीमेल पार्टनर से पुरुषों को भी हो सकता है फंगल इन्फेक्शन? डॉक्टर से जानें बचाव

मोल्ड टॉक्सिसिटी के रिस्क फैक्टर- Risks Of Mold Toxicity in Hindi

मोल्ड टॉक्सिसिटी के कारण मरीज को इन गंभीर खतरों का सामना करना पड़ सकता है-

1. एलर्जिक रिएक्शन: बहुत से लोग मोल्ड टॉक्सिसिटी होने पर एलर्जिक रिएक्शन का सामना कर सकते हैं, जो नाक, गला, और आंतरिक सिस्टम में खराबी का कारण बनता है। 

2. अस्थमा: मोल्ड टॉक्सिसिटी वाले व्यक्तियों में अस्थमा का खतरा बढ़ सकता है, जिसमें सांस लेने में कठिनाई और सांस लेने की क्षमता में कमी होती है।

3. फेफड़ों से जुड़ी समस्या: मोल्ड टॉक्सिसिटी अगर लंबे समय तक बनी रहती है, तो इसकी वजह से फेफड़ों से जुड़ी गंभीर समस्याओं का खतरा रहता है।

4. मानसिक समस्याएं: लंबे समय तक के मोल्ड एक्सपोजर के बाद, व्यक्ति में चिंता, डिप्रेशन, या अन्य मानसिक समस्याएं भी हो सकती हैं।

मोल्ड टॉक्सिसिटी से बचाव- Tips To Prevent Mold Toxicity in Hindi

मोल्ड टॉक्सिसिटी से बचाव के लिए आपको इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए-

  • घर में साफ-सफाई रखें
  • सीलन वाली जगहों का विशेष ध्यान दें
  • नमी दूर करने के लिए धूप और हवा आने की व्यवस्था करें
  • नियमित रूप से दीवारों और घर की सफाई करें

मोल्ड टॉक्सिसिटी से बचने के लिए हाइजीन का ध्यान रखना चाहिए। साफ-सफाई और नमी को दूर करने से आप मोल्ड टॉक्सिसिटी का शिकार होने से बच सकते हैं। मोल्ड टॉक्सिसिटी के लक्षणों को नजरअंदाज करने के बजाय डॉक्टर से संपर्क करें।

(Image Courtesy: freepik.com)

Read Next

सेहत के ल‍िए क्‍यों जरूरी है अच्‍छे क्‍वॉल‍िटी वाले तक‍िए का इस्‍तेमाल? एक्सपर्ट से जानें

Disclaimer