गुस्सा करने वालों को ज्यादा होता है हार्ट की बीमारियों और स्ट्रोक का खतरा, स्टडी में सामने आई बात

अगर, आप भी ज्यादा गुस्सा करते हैं, तो सावधान रहें। हाल में हुई स्टडी बताती है कि गुस्सा करने से आपको हृदय रोग का जोखिम अधिक हो सकता है।
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गुस्सा करने वालों को ज्यादा होता है हार्ट की बीमारियों और स्ट्रोक का खतरा, स्टडी में सामने आई बात


How Angriness May Increase The Risk Of Heart Disease: कुछ लोगों को बेवजह गुस्सा करने की आदत होती है। लेकिन, अगर आप भी ज्यादा गुस्सा करते हैं तो अपनी इस आदत को बदल लें। हाल ही, में हुई एक स्टडी से इस बात का पता चला है कि जो लोग ज्यादा गुस्सा करते हैं उनको हार्ट की बीमारियों और स्ट्रोक का जोखिम अधिक होता है। आज के समय में भारतीय लोगों की आदतों में बदलाव आया है, काम के स्ट्रेस की वजह से लोगों को देर रात तक नींद (Insomnia) नहीं आती है। इसके चलते लोगों के ब्रेन जल्द थक जाता है। इस वजह से लोगों में चिड़चिड़ापन (Irritation) बढ़ता है, जो कुछ समय के बाद गुस्से का कारण बन सकता है। इस लेख में आगे जानते हैं कि गुस्सा करने से आपके हार्ट पर क्या प्रभाव पड़ता है और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है। 

ज्यादा गुस्सा करना आपके हृदय के लिए हो सकता है खतरनाक - How Angriness May Increase The Risk Of Heart Disease And Stroke in Hindi

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल में प्रकाशित स्टडी के अनुसार, थोड़े समय के लिए गुस्सा करना व्यक्ति के लिए हृदय रोग और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ा सकता है। इस स्टडी में 26 साल के करीब 280 युवाओं को शामिल किया गया था। इसमें हर युवा को क्रोध, चिंता, उदासी व न्यूट्रेलिटी (समभाव) का एक-एक टास्क दिया गया। विशेषज्ञों की टीम ने टास्क से पहले और बाद के बदलावों को मापा, तो पाया कि जिन लोगों ने गुस्से का टास्क चुना था, उनकी नसों के फैलाव और सेलुलर फंक्शन में बदलाव आया है। गुस्सा करने वाले लोगों की ब्लड वैसल यानी नसों का फैलाव करीब 40 मिनट तक कम हो सकता है। नसों के संकुचन से व्यक्ति में हाई ब्लड प्रेशर, हृदय संबंधी रोग (Heart Disease) और स्ट्रोक (Stroke) जैसी समस्याएं हो सकती है।

इस विषय पर विशेषज्ञों का कहना है कि हमारी नसें (रक्त वाहिकाएं) शरीर में होने वाले बदलावों के प्रति किस तरह से प्रतिक्रिया देती है, इसका सीधा प्रभाव हृदय रोग और स्ट्रोक के जोखिम से जुड़ा हो सकता है।

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गुस्से को कम करने के लिए क्या उपाय करें - How To Overcome Angriness In Hindi 

मेडिटेशन का अभ्यास करें - Meditation

गुस्से के कम करने के लिए आप नियमित रूप से मेडिटेशन का अभ्यास कर सकते हैं। इससे आपका दिमाग शांत रहता है और आपको बार-बार गुस्सा करने की आदत से आसानी से छुटकारा मिलता है। बेहतर रिजल्ट के लिए आप एक्सपर्ट की देखरेख में मेडिटेशन कर सकते हैं। 

वॉक कर जाएं - Go For Walk  

गुस्से को शांत करने और उसके प्रभावों को कम करने के लिए आप वॉक पर जा सकते हैं। जगह की स्थिति में बदलाव से आपके विचारों में भी बदलाव होता है। ऐसे में आप तेजी से नॉर्मल अवस्था में आते हैं। साथ ही, आपका दिमाग और शरीर शांत होता है। 

योग आसन - Yoga For Angriness

कुछ आसन को आप आसानी से किसी भी समय कर सकते हैं। गहरी सांस लेना इनमें से एक हो सकता है। गुस्से के बाद यदि आप गहरी सांसे लेते हैं, तो इससे आपके शरीर में गुस्से के कारण नसों पर पड़ने वाले प्रभाव तेजी से कम होते हैं। ऐसे में आपको अन्य रोग का जोखिम कम हो सकता है।  

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How Angriness May Increase The Risk Of Heart Disease: गुस्से से बचाव के लिए आप लाइफस्टाइल और डाइट में आवश्यक बदलाव कर सकते हैं। जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाएं। डाइट में पौष्टिक आहार और संतुलित आहार को शामिल करें। इसके साथ ही, योग व एक्सरसाइज को नियमित रूप से करने से भी आपको गुस्से पर काबू कर पाएंगे। 

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