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इंटरमिटेंट फास्टिंग करने वाले हो जाएं सावधान, 91% तक बढ़ सकता है कार्डियोवस्कुलर बीमारियों का खतरा: स्टडी

हाल ही में अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की नई स्टडी सामने आई है। इसके मुताबिक इंटरमिटेंट फास्टिंग या 12 से 16 घंटे की फास्टिंग करने से हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ता है।   
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इंटरमिटेंट फास्टिंग करने वाले हो जाएं सावधान, 91% तक बढ़ सकता है कार्डियोवस्कुलर बीमारियों का खतरा: स्टडी

Does Intermittent Fasting Affect Heart: हेल्दी तरीके से जल्द वजन घटाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग अच्छा ऑप्शन है। लेकिन अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की की नई स्टडी ने हर किसी को चौंका कर रख दिया है। स्टडी में बताया गया है, कि 12 से 16 घंटे की फास्टिंग या ज्यादा समय भूखा रहने से दिल की बीमारियों का खतरा 91 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। इंटरमिटेंट फास्टिंग में एक हेल्दी ईटिंग रूटीन फॉलो करना होता है। इसमें आठ घंटे के अंतराल में डाइट लेनी होती है और 12 से 16 घंटे तक फास्टिंग करनी होती है। इंटरमिटेंट फास्टिंग के दूसरे तरीके में सप्ताह में दो बार फास्टिंग करना होता है। अब ऐसे में सवाल आता है कि क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग सच में नुकसानदायक है। क्या लंबे समय तक इंटरमिटेंट फास्टिंग करने से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है? ऐसे ही कई प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए हमने बात कि साओल हार्ट सेंटर (नई दिल्ली) के डायरेक्टर और एम्स के पूर्व सलाहकार और वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बिमल छाजेर से। 

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क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग से हार्ट प्रॉब्लम हो सकती है? Intermittent Fasting Affect on Heart Health

डॉ. बिमल छाजेर के मुताबिक इंटरमिटेंट फास्टिंग से हमारी हार्ट हेल्थ को कई फायदे मिलते हैं। यह ब्लड शुगर कंट्रोल रखने, सूजन कम करने और वजन घटाने में मदद करती है। लेकिन अगर ज्यादा लंबे समय के लिए फास्टिंग करते हैं, तो यह हानिकारक हो सकती है। लंबे समय के लिए फास्टिंग करने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी आ सकती है। यह शरीर को डिहाड्रेट करने और इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बिगाड़ने का कारण भी बन सकता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। 

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इंटरमिटेंट फास्टिंग के लिए किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है? What Are The Important Rules of Intermittent Fasting?

हेल्थ कंडीशन का ध्यान रखें- Focus on health condition

अगर आपको किसी प्रकार की हेल्थ प्रॉब्लम है, तो इंटरमिटेंट फास्टिंग शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। सही चेकअप और हेल्थ कंडीशन के बाद डॉक्टर आपको फास्टिंग की सही सलाह दे सकते हैं। इससे आप दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम कर सकते हैं।  

एक्सपर्ट की सलाह लें- Consult Expert First

अगर आप बिना सोचे समझें डाइट फॉलो करेंगे, तो आपको कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए कोई भी डाइट फॉलो करने से पहले किसी डायटिशियन की मदद जरूर लें। इससे आपको अपने लिए सही डाइट प्लान चुनने का मौका मिलेगा। 

खुद को हाइड्रेट रखें- Stay Hydrate

अगर आप इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहे हैं, तो खुद को हाइड्रेट रखना न भूखें। लंबे समय तक फास्टिंग से बॉडी डिहाइड्रेट हो सकती है। इसलिए बीच-बीच में पानी पीते रहें और फलों का सेवन भी जरूर करें।

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बैलेंस डाइट अवॉइड न करें- Don't  Avoid Balance Diet

इंटरमिटेंट फास्टिंग में ज्यादातर लोग लाइट स्नैक्स लेते हैं। लेकिन ये जल्दी पच जाते हैं और इससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है। इसलिए अपने मील को हमेशा बैलेंस रखें। आपके डेली मील में प्रोटीन, फैट्स, विटामिन्स और फैट्स भी होना चाहिए। किसी भी पोषक तत्व को छोड़ने से आपको स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है। 

ज्यादा देर भूखें न रहें- Don't Stay Hungry For Too Long

इंटरमिटेंट फास्टिंग में खुद को ज्यादा देर भूखा न रखें। ऐसे में आप प्रोटीन युक्त स्नैक्स अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इससे आपको ज्यादा फास्टिंग नहीं करनी पड़ेगी।

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