High Uric Acid Can Cause These Diseases: खानपान में गड़बड़ी और निष्क्रिय जीवनशैली के कारण शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। यूरिक एसिड बढ़ने पर जोड़ों में दर्द, सूजन और गठिया जैसी हड्डियों से जुड़ी समस्याओं का खतरा रहता है। यूरिक एसिड शरीर में बनने वाला एक तरह का अपशिष्ट पदार्थ है। इसे किडनी द्वारा फिल्टर करके बाहर निकाला जाता है। जब शरीर में यूरिक एसिड का प्रोडक्शन बढ़ जाता है, तो किडनी इसे पूरी तरह से बाहर नहीं निकाल पाती है। जिसकी वजह से यह जोड़ों और ऊतकों में जमा होने लगता है। शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से सिर्फ जोड़ों में दर्द और सूजन ही नहीं कई अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं, यूरिक एसिड बढ़ने से कौन सी बीमारियां हो सकती हैं और इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए?
यूरिक एसिड बढ़ने पर कौन सी बीमारी हो सकती है?- Diseases Caused By High Uric Acid in Hindi
शरीर में यूरिक एसिड का निर्माण प्यूरीन नामक प्रोटीन के जरिए होता है। हाई प्रोटीन फूड्स में प्यूरीन की अच्छी मात्रा होती है। ऐसे फूड्स का ज्यादा सेवन और शारीरिक रूप से निष्क्रिय रहने वाले लोगों में यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा आमतौर पर ज्यादा रहता है। फोर्टिस हॉस्पिटल, कोलकाता के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ एआर दत्ता ने ओनलीमायहेल्थ से बातचीत में बताया, "शरीर में जो यूरिक एसिड बनता है, उसकी लगभग 60 से 65 प्रतिशत मात्रा किडनी से फिल्टर होकर पेशाब के जरिए बाहर निकल जाती है। बचा हुआ यूरिक एसिड आंतों और पित्त के जरिए निकल जाती है। जब यूरिक एसिड का प्रोडक्शन बढ़ जाता है, तो इसे फिल्टर करके बाहर निकालने में दिक्कत होती है और इसके बाद यह किडनी और जोड़ों में जमा होने लगता है। इसकी वजह से शरीर कई गंभीर स्थितियों का शिकार हो जाता है।"
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यूरिक एसिड बढ़ने के कारण न सिर्फ हड्डियों और जोड़ों को नुकसान पहुंचता है, बल्कि इसकी वजह से हार्ट, किडनी, लिवर समेत कई अंगों से जुड़ी बीमारियों का खतरा रहता है। इन बीमारियों से बचने के लिए आपको शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा कंट्रोल में रखनी चाहिए।"
शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के कारण इन बीमारियों का खतरा रहता है-
गठिया (Gout): गठिया एक जोड़ों की समस्या है जो कि यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने के कारण हो सकती है। यूरिक एसिड जोड़ों में आकर शरीर के ऊतकों में जम जाता है, जिससे जोड़ों में दर्द, सूजन, और लालिमा होती है। यह सामान्यत: पैर के अंगूठे, घुटनों, या पैर की उंगलियों में होता है।
पथरी (Kidney Stones): यूरिक एसिड बढ़ने से, यूरिक एसिड क्रिस्टल्स की मात्रा बढ़ने लगती है, जो पथरी (Stone) के रूप में जाना जाता है। पथरी बनने पर यह पेशाब के रास्ते में जमा होकर गंभीर समस्या का कारण बनती हैं।
हृदय रोग (Heart Disease): यूरिक एसिड बढ़ने के कारण शरीर में ब्लड का रोटेशन बढ़ जाता है, जो दिल के लिए हानिकारक हो सकता है। इसकी वजह से धमनियों और नसों को गंभीर नुकसान पहुंचने का खतरा रहता है।
डायबिटीज (Diabetes): यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। हाई यूरिक एसिड होने पर शरीर में इंसुलिन का प्रोडक्शन और खपत दोनों प्रभावित होते हैं, जिसकी वजह से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
हाई यूरिक एसिड कंट्रोल कैसे करें?- How To Control High Uric Acid in Hindi
हाई यूरिक को कंट्रोल करने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल का विशेष ध्यान रखना चाहिए। डाइट में गड़बड़ी हाई यूरिक एसिड का मुख्य कारण हो सकती है। शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा कंट्रोल करने के लिए इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए-
- हेल्दी डाइट अपनाएं और प्रोटीन वाले फूड्स का सेवन कम करें
- डाइट में हाई फाइबर और विटामिन सी वाले फूड्स शामिल करें
- शराब का सेवन और स्मोकिंग छोड़ें
- पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर पिएं
- वजन कंट्रोल में रखें
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शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने पर इसकी जांच ब्लड टेस्ट और यूरिन टेस्ट के द्वारा की जाती है। जांच के बाद मरीज की स्थिति के अनुसार चिकित्सक उसका इलाज करते हैं। लक्षण दिखने पर डॉक्टर की सलाह लेकर जांच और इलाज जरूर लें।
(Image Courtesy: Freepik.com)
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