
मेहनत की कमी, लगातार कई घंटों तक कुर्सी पर बैठकर काम करना और जंक फूड का सेवन कई ऐसे कारण हैं जिनसे हृदय रोग का खतरा बढ़ रहा है। एक अध्ययन में खुलासा हुआ है कि ये सभी आदतें आधुनिक जीवनशैली का हिस्सा है और इनकी वजह से देश में 30 से 44 साल की आयु वर्ग के युवा कर्मचारियों में हृदय रोग का जोखिम बढ़ रहा है।
हाल ही में मेरिको इंडस्ट्रीज द्वारा देश के 12 शहरों में 20 से 100 वर्ष की आयु वाले 1.86 लाख लोगों पर की गई सफोला लाइफ स्टडी 2013 में इस बात का खुलासा हुआ है। युवा पीढ़ी में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है, जिसकी शुरूआत 30 वर्ष की आयु से होती है और यह 40 से 45 की उम्र तक खतरनाक स्थिति में पहुंच जाता है।
भविष्य के लिए यह एक खतरनाक संकेत है। पहले दिल संबंधी बीमारियों के शिकार उम्र दराज लोग होते थे। बहुत कम मामलों में इनकी पुष्टि युवाओं में होती थी। हृदय रोग को पैदा करने वाले कारण के बारे में किए गए अध्ययन से यह भी पता चला कि 30 से 34 वर्ष के आयुवर्ग में 73 फीसदी पुरुष और 35 से 39 वर्ष के आयुवर्ग में 76 प्रतिशत पुरुष हृदय रोग के जोखिम का सामना करते हैं।
वहीं 40 से 44 वर्ष के आयुवर्ग में 85 फीसदी पुरुष इस जोखिम से गुजरते हैं। महिलाओं में 30 से 40 के आयुवर्ग में 60 प्रतिशत महिलायें अधिक जोखिम के दायरे में आती हैं। इससे यह भी साफ हुआ कि महिलाओं की तुलना में पुरुषों का हृदय रोग की आशंका ज्यादा होती है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version