केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना के मामलों में गिरावट देखते हुए गाइडलाइन्स में थोड़ी ढील दी है। अब भारत आ रहे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को पहले की तरह रेपिड एंटीजन टेस्ट नहीं देना पड़ेगा। इसे देखते हुए मंत्रालय ने नई गाइडलाइन्स जारी की है, जो कल यानि 20 जुलाई 12 बजे से लागू होगी। इस टेस्ट को दो प्रतिशत की दर से कम किया गया है। हालांकि कोरोना के लिए जारी किए गए अन्य प्रोटोकॉल्स का पालन पहले की तरह ही किया जाएगा।
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लक्षण दिखने पर किया जाएगा आइसोलेट
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के मुताबिक भारत आने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। कोरोना के लक्षण दिखने वाले यात्रियों के लिए एक आइसोलेटेड जोन बनाया गया है, जिसमें लक्षण दिखने के बाद यात्रियों को तत्काल रूप से आइसोलेट कर दिया जाएगा। गाइडलाइन के मुताबिक यात्रियों को अपने स्वास्थ्य की निगरानी खुद ही करनी होगी और लक्षण दिखने पर राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1075 राज्य हेल्पलाइन नंबर पर कॉल भी करना होगा साथ ही पास के किसी स्वास्थ्य सुविधा केंद्र पर जानकारी भी देनी होगी।
कोरोना के मामलों में आई गिरावट
बीते कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में गिरावट देखी गई है, जिसके चलते लागू किए गए दिशा-निर्देशों में भी ढ़ील दी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कोरोना के ताजा मामलों का डेटा जारी किया है, जिसमें बीते 24 घंटों में 49 मामले देखने को मिले हैं। हालांकि, इसका रिकवरी रेट 98 प्रतिशत है। अब तक कोरोना से जान गवां चुके लोगों का आंकड़ा 5 लाख 31 हजार पार हो चुका है। मंत्रालय द्वारा जारी की गई गाइडलाइन्स के मुताबिक अभी भी यात्रा कर रहे लोगों के लिए मास्क पहनना और थर्मल स्क्रीनिंग कराना अनिवार्य है।
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पिछले महीने ज्यादा थी मामलों की संख्या
बीते दिनों कोरोना के बढ़ते ग्राफ की बात करें तो फिलहाल यह मामले काफी कम हैं। दरअसल, पिछले कुछ महीनों में कोविड के नए वैरिएंट म्यूटेशन के कारण भी मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही थी। हालांकि, इस वायरस से हो रहे इंफेक्शन की संख्या अभी भी पूरी तरह नियंत्रित नहीं है, इसलिए इससे बचाव के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करना बेहद जरूरी है।