
हमारे रहन-सहन और खानपान की आदतों में आये नकारात्मक बदलावों के चलते दिल के मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है। खाने में पोषणयुक्त आहार को शामिल करके दिल को मजबूत बनाया जा सकता है। सीप यानी ओएस्टर में दिल को मजबूत बनाने वाले पोषक तत्व पाये जाते हैं।
हमारे देश में बड़ी संख्या में लोग दिल की बीमारियों का शिकार होते हैं। एक अनुमान के अनुसार देश का हर पांचवां नागरिक हृदय रोगों के कारण अपनी जान गंवाता है।
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ओमेगा-3 फैटी एसिड
सीप में ईपीए और डीएचए पाया जाता है। यह समु्द्री मछलियों में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है। यह ओमेगा थ्री फैटी एसिड दिल के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसका नियमित सेवन दिल की बीमारियों के सम्भावित खतरों को काफी हद तक कम कर देता है। अमेरिका के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अच्छी तरह से पकाये गये 100 ग्राम सीप खाने से आदमी को 1400 मिग्रा ईपीए के साथ-साथ डीएचए भी मिलता है। इस प्रकार के फैटी एसिड की मात्रा अन्य समुद्री जीवों जैसे - झींगा, सालमन मछली, घोंघे आदि में पाया जाता है।
ब्लड प्रेशर के लिए
यदि आप सोडियमयुक्त अन्य खाद्य-पदार्थों जैसे - सॉस, हॉट डॉग, मछली की तुलना में सीप का प्रयोग खाने में करते हैं, तो आपका इससे आपका रक्तचाप भी नियंत्रण में रहता है। जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है उनके लिए ओएस्टर बहुत फायदेमंद है। हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) से हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी की बीमारियां होने का भी खतरा रहता है।
कोलेस्ट्रॉल के लिए
शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से कई बीमारियों के होने का खतरा होता है खासकर दिल की बीमारियों का। यदि आप प्रोटीन के लिए मांस (इसमें असंतृप्त वसा ज्यादा होता है) की तुलना में सीप का प्रयोग खाने में करते हैं तो इससे आपके शरीर से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होगा। अमेरिका के स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग के अनुसार, 100 ग्राम पके हुए सीप में 100 मिग्रा कोलेस्ट्रॉल होता है। एक स्वस्थ व्यक्ति को एक दिन में 300 मिग्रा कोलेस्ट्रॉल लेना चाहिए और यदि आदमी को दिल की बीमारी है तो 200 मिग्रा से ज्यादा कोलेस्ट्रॉल का सेवन नुकसानदेह हो सकता है।
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विटामिन बी-12
दिल के मजबूत बनाने और बीमारियों से बचाने के लिए विटामिन बी-12 की जरूरत होती है और सीपी में विटामिन बी-12 भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा सीपी में विटामिन सी और सेलेनियम (यह एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट है जो दिल की बीमारियों से बचाता है) भी पाया जाता है।
असंतृप्त वसा
सीपी में असंतृप्त वसा की भरपूर मात्रा मिलती है जो कि दिल की बीमारियों से बचाता है, जबकि रेड मीट में पाये जाने वाले वसा से दिल की बीमारियों के बढ़ने का खतरा होता है। असंतृप्त वसा दिल के लिए बहुत जरूरी है, यह संतुलित आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
दिल की बीमारियों से बचने के लिए खान-पान के अलावा वर्कआउट पर भी ध्यान देना चाहिए। नियमित योगा और एक्सरसाइज करने से दिल मजबूत होता है।
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