फिट और हेल्दी रहने के लिए रोजाना योग और मेडिटेशन करना फायदेमंद होता है। बिगड़ी लाइफस्टाइल और अनियमित खानपान के कारण तनाव, एंग्जायटी, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इन बीमारियों का बुरा असर व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है, जिसके कारण व्यक्ति का स्टेमिना भी कम होने लगता है। इन समस्याओं से बचने के लिए नियमित रूप से शशांकासन का अभ्यास (What are the benefits of shashankasana) करना फायदेमंद साबित हो सकता है। इस लेख में योग शिक्षक रजनीश शर्मा रोजाना शशांकासन का अभ्यास करने के 5 बड़े फायदे बता रहे हैं।
शशांकासन योग के फायदे - What Are The Benefits Of Shashankasana In Hindi
1. स्पाइनल फ्लेक्सिबिलिटी - Spinal Flexibility
शशांकासन का नियमित अभ्यास करने से कमर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है। इस योगासन के नियमित अभ्यास से स्पाइनल फ्लेक्सिबिलिटी में सुधार हो सकता है। यह आसन कमर के पिछले हिस्से की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। जिन लोगों को लंबे समय तक बैठकर काम करने की आदत है, उनके लिए यह योगासन लाभदायक साबित हो सकता है।
2. मानसिक स्वास्थ्य - Mental Health
शशांकासन का नियमित अभ्यास शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है। यह आसन शरीर के साथ-साथ मन को भी स्थिर और शांति प्रदान करता है। शशांकासन के अभ्यास से मानसिक स्वास्थ्य को कई तरह के लाभ मिलते हैं। शशांकासन से ध्यान की शक्ति को बढ़ाने में मदद मिलती है।
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3. पेट की चर्बी कम करना - Reduce Belly Fat
शशांकासन का अभ्यास पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है और पेट के रोगों को दूर करने में सहायक होता है। शशांकासन करने से पेट के आसपास की चर्बी को कम करने में मदद मिल सकती है।
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4. अनिद्रा से राहत - Relief From Insomnia
यह आसन नींद की समस्याओं को दूर करने में मदद करता है और अच्छी नींद प्राप्त करने में सहायक होता है। जिन लोगों को रात में नींद नहीं आती है, उनके लिए इस आसन का अभ्यास लाभदायक साबित हो सकता है।
5. शारीरिक संतुलन - Body Balance
शशांकासन का अभ्यास शारीरिक संतुलन को सुधारता है और मांसपेशियों को मजबूत करता है। इस आसन को करने से पेट और कमर के पिछले हिस्से की मांसपेशियां संतुलित होती हैं। इस आसन का अभ्यास करने से कमर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और संतुलित रहती हैं।
ध्यान दें कि योग एक्सपर्ट या प्रोफेशनल की सलाह के बिना योग का अभ्यास न करें। किसी भी नए योग आसन का अभ्यास योग शिक्षक की निगरानी और मार्गदर्शन में करना चाहिए।
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