Benefits of Rosewood Leaves Decoction: आयुर्वेद में हर स्वास्थ्य से जुड़ी हर समस्या के लिए इलाज मौजूद है। इसमें कई जड़ी-बूटियों और पेड़-पौधों को दवाओं के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसी तरह शीशम आयुर्वेद में बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसे औषधी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। शीशम में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे कई गुण पाए जाते हैं। ये सभी गुण बीमारियों का खतरा कम करने में मदद करते हैं। सेहत से जुड़ी कई समस्याओं के लिए शीशम रामबाण माना जाता है। अगर इसके पत्तों को उबालकर सेवन किया जाए, तो इससे कई स्वास्थ्य समस्याओं को कम किया जा सकता है। इसके फायदों के बारे में जानने के लिए हमने बात कि आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से। आइए लेख में एक्सपर्ट से समझें इस बारे में।
शीशम के पत्तों का काढ़ा पीने से सेहत को मिलते हैं ये खास फायदे- Health Benefits of Rosewood Leaves Decoction
सुजाक रोग में फायदेमंद- Gonorrhea
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट के मुताबिक शीशम के पत्तों का इस्तेमाल सुजाक रोग यानी गोनोरिया में फायदेमंद माना जाता है। यह एक यौन संचारित रोग है, जो महिला या पुरूष किसी को भी प्रभावित कर सकता है। इसमें मौजूद प्राकृतिक गुण बैक्टीरिया से लड़ते हैं और संक्रमण को कम करने में मदद करते हैं। इन समस्याओं में एक्सपर्ट की सलाह पर ही इसका सेवन करना चाहिए।
त्वचा से जुड़ी समस्याओं में फायदेमंद- Skin Problems
शीशम के पत्तों का सेवन त्वचा संबंधित समस्याओं में भी फायदेमंद माना गया है। जिन लोगों को त्वचा संबंधित समस्याएं रहती हैं, उन्हें शीशम के पत्ते रोज खाने की सलाह दी जाती है। इसके पत्तों का पेस्ट बनाकर संक्रमित स्थान पर लगाने से समस्या में जल्द राहत मिलती है।
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घाव ठीक करने में फायदेमंद- Heal Wounds
पुराने से पुराने घाव को भरने के लिए शीशम के पत्ते फायदेमंद होते हैं। इन्हें घाव भरने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इन पत्तों को घाव पर पीसकर लगाने से चोट भरने लगती है और समस्या में आराम मिलता है।
पेट की जलन कम करता है- Stomach Irritation
पेट से जुड़ी समस्याओं में भी शीशम के पत्तों का काढ़ा पीना फायदेमंद होता है। खासकर पेट की जलन को कम करने के लिए यह ज्यादा फायदेमंद है। इसके सेवन से पेट में बनने वाला एसिड कम होता है और जलन से राहत मिलती है। इसके सेवन से पाचन अग्नी को भी फायदा होता है और खाना ठीक से पचता है।
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शीशम के पत्तों का काढ़ा कैसे बनाएं? How To Make Rosewood Leaves Decoction
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ श्रेय कहते हैं कि शीशम के पत्तों को उबालकर आप इसका काढ़ा बना सकते हैं। इसके लिए आपको शीशम को साफ करके कूट लेना है। इसके बाद कूटे हुए पत्तों को गर्म पानी में डालकर इसे उबाल लेना है। जब पानी आधा रह जाए, तो इसका सेवन करें। आपको सुबह और शाम खाने से पहले इसका सेवन करना है। मात्रा का विशेष ध्यान रखें। आपको 25 मिली से ज्यादा काढ़ा एक बार में नहीं पीना है।
इस तरह से आप शीशम के पत्तों का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। लेकिन अगर आप किसी स्वास्थ्य समस्या के लिए रोज दवा लेते हैं, तो किसी आयुर्वेदिक एक्सपर्ट की सलाह पर ही इसका सेवन करें। क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है। बिना सोचे-समझें इसका सेवन करने से कई समस्याएं भी हो सकती हैं।