Doctor Verified

मुंह की समस्याओं में लाभदायक है कचनार की छाल का काढ़ा, जानें बनाने का तरीका

ओरल केयर न करने के कारण कई बार लोगों को मुंह से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यहां जानिए, मुंह की समस्याओं के लिए कचनार की छाल के फायदे।
  • SHARE
  • FOLLOW
मुंह की समस्याओं में लाभदायक है कचनार की छाल का काढ़ा, जानें बनाने का तरीका


बुढ़ापे तक अच्छे दांत और मसूड़ों के लिए समय से ओरल केयर पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। लेकिन आज के समय में लोग जल्दबाजी में रहते हैं और मुंह की सफाई यानी ओरल केयर का ध्यान नहीं रखते हैं। यही वजह है कि बीते कुछ सालों में लोगों में मुंह से जुड़ी समस्याओं में बढ़ोतरी हुई है। मुंह से जुड़ी समस्याएं होने पर लोग तरह-तरह के ट्रीटमेंट्स लेते हैं, जिनमें न सिर्फ हजारों रुपए खर्च होते हैं बल्कि लोगों को दर्द भी होता है। ऐसे में अगर आप अपने मुंह से जुड़ी समस्याओं से दूर रहना चाहते हैं तो समय से मुंह की सफाई का ध्यान रखना शुरू कर दें। आयुर्वेद की मानें तो कचनार की छाल का प्रयोग ओरल केयर के लिए किया जा सकता है। आयुर्वेद में कचनार की छाल का उपयोग विभिन्न शारीरिक समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है। कचनार की छाल का काढ़ा मुंह की सफाई, मुंह में गांठ और संक्रमणों के इलाज में बेहद प्रभावी माना जाता है। इस लेख में, रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा, कचनार की छाल के काढ़े का मुंह से जुड़ी समस्याओं में फायदे और उपयोग बता रहे हैं।

मुंह के लिए कचनार की छाल के काढ़े के फायदे

डॉक्टर श्रेय ने बताया कि कचनार की छाल को आयुर्वेद में कई गुणों के लिए जाना जाता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-फंगल गुण होते हैं जो मुंह के स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं। ये गुण मुंह के संक्रमण, मसूड़ों की सूजन और अन्य मुंह संबंधी समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं। डॉक्टर ने बताया कि खासतौर पर गांठें होने पर कचनार की छाल के काढ़े का सबसे ज्यादा उपयोग हो सकता है। इस काढ़े के सेवन से मुंह की गांठें या शरीर के अन्य हिस्सों में होने वाली गांठों में आराम मिल सकता है। 

इसे भी पढ़ें: क्या कार्बोनेटेड ड्रिंक पीने से बच्चे की हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है? जानें एक्सपर्ट की राय

कचनार का काढ़ा मुंह के छालों के लिए

इसके अलावा बैक्टीरियल इंफेक्शन या शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण होने वाले मुंह के छालों की समस्या में भी कचनार का उपयोग लाभदायक हो सकता है। कचनार की छाल का काढ़ा इन छालों के लिए एक प्राकृतिक उपचार है। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण बैक्टीरिया को नष्ट करते हैं, जिससे दोबारा होने की संभावना भी कम हो जाती है।

oral

कचनार का काढ़ा मुंह के संक्रमण के लिए

मुंह का इंफेक्शन एक सामान्य समस्या है जो कई कारणों से हो सकती है, जैसे कि दांतों की सड़न, बैक्टीरियल इंफेक्शन और पाचन संबंधी समस्याएं। कचनार की छाल का काढ़ा मुंह के इंफेक्शन को दूर करने में सहायक होता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि कचनार के काढ़े से गरारा करने से यह बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करता है।

इसे भी पढ़ें: Oral Health: दांत और मुंह की समस्याओं में बड़े काम आएंगे ये 6 घरेलू नुस्खे

कचनार का काढ़ा कैसे बनाएं?

कचनार की छाल का काढ़ा बनाना बेहद सरल है। इसके लिए आपको लगभग 10 ग्राम कचनार की छाल को 150 मिलीलीटर पानी में डालकर उबालना होगा और फिर इसे रातभर के लिए इस पानी को रख दें। अगली सुबह कचनार की छाल को अलग करें और पानी को हल्का गुनगुना करके पिएं। इसके अलावा आप कचनार की छाल के काढ़े से गरारा भी कर सकते हैं। कचनार की छाल का यह काढ़ा मुंह की समस्याओं के साथ-साथ अन्य शारीरिक समस्याओं में भी लाभकारी होता है।

निष्कर्ष

हालांकि, कचनार की छाल का काढ़ा स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है, लेकिन इसे प्रयोग करने से पहले डॉक्टर या आयुर्वेद विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें, खासकर यदि आप किसी अन्य दवा का सेवन कर रहे हैं। इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

All Images Credit- Freepik

Read Next

मिश्री या गुड़: सेहत के लिए क्या होता है ज्यादा फायदेमंद? आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानें किसे क्या खाना चाहिए

Disclaimer