महिलाओं को हर महीने पीरियड्स की एक निश्चित साइकिल से गुजरना पड़ता है। हालांकि, पीरियड्स हर महिला के लिए समस्या का कारण नहीं होते हैं। लेकिन, आज के समय में अनियमित जीवनशैली महिलाओं के लिए कई तरह की समस्याओं का कारण बनने लगी है। इसमें आप पीरियड्स से जुड़ी हुई समस्याओं को भी शामिल कर सकते हैं। पीरियड्स के दौरान कुछ महिलाओं को पेट में दर्द, पीठ में दर्द और हार्मोनल उतार चढ़ाव महसूस हो सकता है। इन सभी समस्याओं को दूर करने व पीरियड्स की साइकिल को नियमित करने के लिए शीशम के पत्तों का इस्तेमाल सालों से किया जा रहा है। आज इस लेख में मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पताल की आर्युवेदिक डॉक्टर सोनल गर्ग से जानते हैं कि शीशम के पत्ते पीरियड्स की समस्या को किस तरह कम कर सकते हैं।
पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं में फायदेमंद होते हैं शीशम के पत्ते - Sheesham Benefits To Reduce Period Related Problems in Hindi
हार्मोनल संतुलन
शीशम की पत्तियों हार्मोनल उतार-चढ़ाव को नियंत्रित करने में सहायक होती हैं। पूरे मासिक धर्म चक्र के दौरान हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव से मूड में बदलाव, थकान और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। शीशम की पत्तियों में फाइटोएस्ट्रोजेन होते हैं, जो शरीर में एस्ट्रोजन के प्रभाव की तरह कार्य करते हैं। हार्मोन के स्तर को धीरे-धीरे नियंत्रित करके, ये पत्तियां मूड स्विंग जैसे लक्षणों को कम करने और मासिक धर्म के दौरान इमोशनली बैलेंस को बनाने में मदद करती हैं।
दर्द से राहत
अधिकतर महिलाओं को मासिक धर्म में ऐंठन की समस्या होती है। शीशम की पत्तियों में एनाल्जेसिक गुण होते हैं जो ऐंठन से जुड़ी परेशानी को कम करने में मदद कर सकते हैं। इन पत्तियों में ऐसे कंपाउंड होते हैं जो नेचुरली दर्द निवारक के रूप में कार्य करते हैं। यह मांसपेशियों की ऐंठन को शांत करते हैं और मासिक धर्म की ऐंठन को कम करते हैं।
सूजन को कम करें
मासिक धर्म से जुड़ी कई समस्याओं में सूजन को भी शामिल किया जाता है। पीरियड्स के दौरान महिलाओं को सूजन और स्तन में दर्द हो सकता है। शीशम की पत्तियां एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने और संबंधित लक्षणों को कम करने में मदद करती हैं।
पीरियड्स साइकिल को नॉर्मल करें
अनियमित मासिक चक्र महिलाओं की लाइफस्टाइल को प्रभावित कर सकता है। शीशम की पत्तियों का उपयोग मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करने किया जा सकता है। इन पत्तियों में पाए जाने वाले फाइटोएस्ट्रोजेन हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं, जिससे पीरियड साइकिल नॉर्मल होती है।
मूड में सुधार
पीरियड्स के दौरान होने वाले हार्मोनल उतार-चढ़ाव मूड को प्रभावित कर सकते हैं। शीशम की पत्तियों में ऐसे यौगिक होते हैं जो तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) पर शांत करते है और चिंता को कम करते हैं। मूड स्विंग को कम करके और इमोशन्स को बैलेंस करते हैं।
पीरियड्स में शीशम के पत्तों का इस्तेमाल कैसे करें - Rosewood Leaves To Reduce Period Related Problem In Hindi
- इसके उपयोग के लिए आप शीशम के पेड़ से इसकी पत्तियों को तोड़ लें।
- अब इन पत्तियों को साफ पानी से धो लें।
- एक पैन में करीब दो कप पानी उबालें।
- इस पानी में करीब 7 से 8 पत्ते शीशम के डालें।
- अब पानी को तब तक उबाले जब तक वह आधा न रह जाए।
- इसके बाद गैस बंद करें और गुनगुने पानी को पी लें।
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इस उपाय से आपको पीरियड् से जुड़ी समस्याओं में आराम मिलेगा। लेकिन, यह समस्या लगातार बनी हुई है, तो यह पीसीओएस या अन्य समस्या का संकेत हो सकती है। ऐसे में आप तुरंत स्री रोग विशेषज्ञ से मिलकर पूरी जांच कराएं।