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कई समस्याओं को दूर करने में असरदार है मकोय का पौधा, जानें इस्तेमाल का तरीका

Health Benefits Of Makoy: लिवर और पाचन से जुड़ी समस्याओं के लिए आप मकोय का उपयोग कर सकते हैं। आगे जानते हैं इसे लेने के फायदे
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कई समस्याओं को दूर करने में असरदार है मकोय का पौधा, जानें इस्तेमाल का तरीका


Health Benefits Of Makoy In Hindi: मकोय, जिसे वैज्ञानिक रूप से सोलनम निग्रम (Solanum nigrum) और अंग्रेजी में black nightshade के रूप में जाना जाता है। यह दुनिया के कई हिस्सों में पाई जाने वाली बारहमासी जड़ी बूटी है। आयुर्वेद में इस जड़ी बूटी का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। इसको अधिक लेने से साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं, जिसकी वजह से कई जगह पर इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता है। लेकिन, इसके बावजूद इसके कई फायदे होते हैं। कई बीमारियों को दूऱ खरने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। इस लेख में वेव क्योर सेंटर के नैचरोपैथी सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर एस डी पाठक से जानते हैं कि मकोय के क्या फायदे होते हैं। 

आयुर्वेद के अनुसार मकोय के फायदे - Health Benefits Of Makoy According To Ayurveda In Hindi 

लिवर के लिए उपयोगी

आयुर्वेद में मकोय को टॉक्सिक पदार्थ को बाहर करने के लिए जाना जाता है, विशेष रूप से यह लिवर के लिए फायदेमंद होती है। डिटॉक्सीफाई और मेटाबॉलिज्म (Metabolism) के लिए लिवर एक महत्वपूर्ण अंग, लिवर अक्सर खराब आधुनिक जीवनशैली, जैसे अनियमित डाइट, शराब और दवाओं से प्रभावित हो जाता है। मकोय पारंपरिक रूप से लिवर के कार्य को सपोर्ट करती है। यह पीलिया, हेपेटाइटिस और फैटी लिवर जैसे रोगों में फायदेमंद होती है। 

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सूजनरोधी और एनाल्जेसिक गुण

सूजन, गठिया से लेकर हृदय संबंधी समस्याओं तक कई बीमारियों की जड़ है। आयुर्वेद में मकोय को सूजनरोधी (Anti-Inflammatory) और एनाल्जेसिक गुणों के लिए जाना जाता है, जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। इस जड़ी बूटी में फ्लेवोनोइड्स और ग्लाइकोकलॉइड जैसे बायोएक्टिव कंपाउंड होते हैं जो शरीर में सूजन को रोकते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सक अक्सर रूमेटाइड अर्थराइटिस, गाउट और अन्य सूजन संबंधी समस्याओं मकोय लेने की सलाह देते हैं। 

त्वचा को बनाएं स्वस्थ

आयुर्वेद में मकोय को विभिन्न त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस जड़ी-बूटी के सूजनरोधी और एंटीबैक्टीरियल (Anti-bacterial) गुण मुंहासे (Acne), एक्जिमा, सोरायसिस और फोड़े समस्याओं में प्रभावी रूप से कार्य करते हैं। मकोय के पत्तों का अर्क को चोट पर लगाने से सूजन कम हो सकती है, जलन शांत हो सकती है। साथ ही, घाव जल्दी भर सकते हैं।

पाचन स्वास्थ्य

पाचन संबंधी समस्याएं अक्सर शरीर के दोषों में असंतुलन से उत्पन्न होती हैं। आयुर्वेद में मकोय का उपयोग पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और अपच, कब्ज (Constipation) और पेट के अल्सर जैसी समस्याओं को कम करने के लिए किया जाता है। इस जड़ी-बूटी के सूजनरोधी और ऐंठनरोधी गुण (antispasmodic properties) गैस्ट्रोइंस्टेस्टाइनल समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। इससे पाचन को सुचारू बनाने में मदद मिलती है।

रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट को बनाएं हेल्दी

अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और पुरानी खांसी सहित रेस्पिरेटरी संबंधी बीमारियां जीवन की गुणवत्ता को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती हैं। मकोय का उपयोग कफ को कम करने के लिए किया जाता है, इससे रेस्पिरेटरी हेल्थ (Respiratory Health) में सुधार होता है। यह एयरवेज से कफ को साफ करने में मदद करता है। इससे सांस लेने में मदद मिलती है। 

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Health Benefits Of Makoy In Hindi: मकोय प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। इसके इम्यूनोमॉडुलेटरी प्रभाव शरीर की प्राकृतिक सुरक्षा को बढ़ाते हैं, जिससे यह इंफेक्शन और बीमारियों के खिलाफ अधिक लचीला हो जाता है। मकोय का नियमित उपयोग हेल्थ को बेहतर करता है। 

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