ब्रश करने मात्र से मुंह की सफाई नहीं हो जाती है। ओरल हाइजीन मेंटेन करने के लिए हमें ब्रश के साथ-साथ जीभ की सफाई और माउथवॉश भी करना होता है। हम में से कई लोग ऐसे हैं, जो दिन भर में 1 से 2 बार ब्रश कर लेते हैं और हमें लगता है कि हमरा मुंह साफ हो गया है, लेकिन ऐसा नहीं है। मुंह की अच्छे से सफाई के लिए बीच-बीच में माउथवॉश करना बहुत ही जरूरी है। कई हेल्थ एक्सपर्ट दांतों और जीभ की सफाई के साथ-साथ माउथवॉश करने की सलाह देते हैं।
गाजियाबाद की डेंटिस्ट डॉक्टर स्मिता सिंह का कहना है कि मुंह में मौजूद हानिकारण बैक्टीरिया को मारने के लिए माउथवॉश से कुल्ला करने की आवश्यता होती है। माउथवॉश एक तरह का एंटीसेप्टिक होता है, जो दांतों के बीच और जीभ पर पनप रहे बैक्टीरिया को मारने का काम करता है। साथ ही इससे सांस में होने वाली बदबू की समस्या से भी लड़ा जा सकता है। माउथवॉश करने से दांतों की सड़न को रोका जा सकता है। सांसों को ताजा रखने के लिए और दांतों की कई समस्याओं को दूर करने के लिए बीच-बीच में माउथवॉश करते रहना चाहिए। खासतौर पर खाने के बाद माउथवॉश करना बेहद जरूरी होता है। डेंटिस्ट स्मिता से जानते हैं माउथवॉश से जुड़े सवालों के जबाव-
कैसे करना चाहिए माउथवॉश का इस्तेमाल?
डॉक्टर स्मिता बताती हैं कि माउथवॉश आप घर पर भी तैयार कर सकते हैं। इसके अलावा मार्केट्स में भी कई ब्रांड के माउथवॉश उपलब्ध होते हैं। आप किसी भी ब्रांड के माउथवॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं। ध्यान रखें कि दांत और जीभ की सफाई के बाद ही माउथवॉश करें।
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कितनी मात्रा में लेनी चाहिए माउथवॉश
अगर आप घर पर तैयार माउथवॉश का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो 3 से 4 चम्मच माउथवॉश लेकर कुल्ला करें। वहीं, अगर किसी ब्रांड का माउथवॉश यूज कर रहे हैं, तो उसके पैक पर आपको दिशा-निर्देश दिए जाते हैं। आप पैक पर दिशा-निर्देशों को अच्छे से पढ़कर माउशवॉश की सही मात्रा जानें।
कैसे करें कुल्ला?
सही मात्रा में माउथवॉश लिक्विड को एक गिलास में लेकर मुंह में डालें। अब लिक्विड को अपने मुंह में चारों ओर घुमाएं। ध्यान रहे कि इसे आपको अंदर नहीं लेना है। माउथवॉश लिक्विड को उतना ही मुंह में लें, जितना की आप उसे आसानी से घुमा सकें। इसके बाद करीब 10 सेकंड तक लिक्विड को मुंह में घुलाएं और थूक दें।
माउथवॉश इस्तेमाल करने के फायदे (Benefits of Mouthwash)
सांसों की बनी रहती है ताजगी
सांसों को फ्रेश बनाए रखने के लिए आप माउथवॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं। टूथपेस्ट करने के बाद अगर आप माउथवॉश करते हैं, तो इससे लंबे समय तक आपका मुंह फ्रेश रहता है। साथ ही सांसों में आने वाली बदबू से भी छुटकारा मिलता है।
मुंह कै बैक्टीरिया से छुटकारा
माउथवॉश के इस्तेमाल से मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को हटाया जा सकता है। सुबह उठने के बाद ब्रश करते ही माउथवॉश करें। इससे रातभर मुंह में पनपे बैक्टीरिया का सफाया किया जा सकता है। एक साथ ब्रशिंगऔर माउथवॉश करने से ओरल हाइजीन मेंटेन किया जा सकता है।
कैविटीज की समस्या होगी दूर
कैविटीज की समस्या किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है। इसलिए हर एक उम्र के लोगों के लिए माउथवॉश जरूरी होता है। माउथवॉश के इस्तेमाल से आप कैविटीज को काफी हद तक रोक सकते हैं। दरअसल, अधिकतर माउडवॉश में फ्लोराइड होता है, जो कैविटीज को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है।
प्लाक हटाने में कारगर
दांतों में जम रहे प्लाक को रोकने के लिए भी आप माउथवॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं। नियमित रूप से माउथवॉश करने से प्लाक की समस्या नहीं होती है। साथ ही इससे दांत पर मौजूद प्लाक को हटाया भी जा सकता है।
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माउथवॉश के नुकसान (Side-Effects of Mouthwash)
ध्यान रहे कि ज्यादा बार माउथवॉश करने से आपके मुंह में कई समस्याएं भी हो सकती हैं। जैसे-
- मुंह के अंदर ड्राई फील होना।
- दांतों में धब्बे होना।
- स्वाद का अनुभव कम होना।
- मुंह में छाले होना।
- एलर्जी जैसी समस्या इत्यादि।
डेंटिस्ट बताती हैं कि दिन में तीन बार से अधिक माउथवॉश न करें। सोने से पहले माउथवॉश जरूर करें। इससे मुंह में बैक्टीरियान पनपने की समस्या दूर हो सकती है।
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