
कासनी एक जड़ी-बूटी है। जिसका इस्तेमाल उल्टी, कब्ज जैसी परेशानियों के लिए किया जाता है।
कासनी को चिकोरी भी कहा जाता है। यह एक जड़ी-बूटी है जो बारह महीने उगती है। इस पौधे में खास बात यह है कि इसका स्वाद कॉफी की तरह होता है। लेकिन इसमें कैफीन नहीं होता है। कासनी में कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। इसके उपयोग भी अलग-अलग हैं। एक तरफ कासनी जानवरों के लिए हरा चारा है तो दूसरी तरफ मनुष्यों के लिए औषधि। कासनी का सेवन करने से कैंसर जैसी बीमारियों को ठीक करने में मदद करता है। इसके अलावा स्वाद कॉफी के जैसा होता है इसलिए इसका इस्तेमाल खाने में भी किया जाता है। इस जड़ी बूटी के सेवन से गठिया, हृदय रोग, कब्ज जैसी परेशानियां भी ठीक होती हैं। इस पौधे के फूल नीले रंग के होते हैं। यह पौधा भारत में उत्तर पश्चिम में पाया जाता है। कासनी को किस किस तरह खाने में उपयोग करना चाहिए, इसके बारे में आयुर्वेदाचार्य एम मुफीक ने बताया। इसके अलावा उन्होंने कासनी को खाने के फायदे और नुकसान भी बताए।
कासनी के फायदे (Benefits of chicory)
1. उल्टी रोकने में मददगार
पेट में अपच आदि होने पर उल्टी की समस्या होने लगती है। तो वहीं, अगर आप कहीं घूमने जाते हैं तो तब भी उल्टी आती है। उल्टी खानपानी की गड़बड़ी की वजह से भी हो सकती है। उल्टी को रोकने में कासनी बहुत फायदेमंद है। इसके बीज से बने काढ़े का सेवन करने से पित्त शांत होता है और उल्टी में निजात मिलती है।
2. पीलिया के रोग को रखे दूर
कासनी का सेवन आप चाय के रूप में या किसी अन्य खाद्य पदार्थ में कर सकते हैं। इसके सेवन से पीलिया का रोग भी खत्म होता है। इसके पत्तों का काढ़ा बनाकर रोगी देना चाहिए। जिससे उसे राहत मिलती है।
3. वजन नियंत्रित रखता है
कासनी में फाइबर का गुण होता है। फाइबर की विशेषता है कि वह खाने को धीरे-धीरे पचाता है। जिससे भूख कम लगती है। इसलिए यह वजन को बढ़ने नहीं देता। और वजन कम करता है।
4. गर्मी से होने वाले रोगों में सहायक
गर्मी के मौसम में त्वचा संबंधी कई रोग हो जाते हैं। शरीर पर घमोरियां होने के साथ-साथ, छोटे-छोटे दाने होने लगते हैं। यही नहीं चेहरे पर एक्ने, डार्क स्पॉट्स जैसी परेशानियां होने लगती हैं। गर्मी में शरीर पर लाल रंग के चकत्ते पड़ने लग जाते हैं। इन चकत्तों को ठीक करने में भी कासनी बहुत मददगार साबित होता है।
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5. चिंता से दिलाए छुटकारा
कासनी में एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं। जिससे चिंता और तनाव वाले हार्मोन बैलेंस रहते हैं। कासनी में एंटी-ऑक्सीडेंट की अच्छी मात्रा पाए जाने के कारण यह चिंता, तनाव को दूर रखता है। अगर आपको कासनी का पौधा नहीं मिलता है तो बाजार में कासनी पाउडर के पैकेट भी मिल जाते हैं। आप उसका भी सेवन कर सकते हैं।
6. मूत्र संबंधी रोग करे ठीक
बहुत से लोगों को पेशाब ठीक नहीं आता है। कभी रुक-रुक कर पेशाब आता है तो कभी पेशाब खुलकर नहीं आता। ऐसी परेशानियों से निपटने के लिए कासनी को खाया जा सकता है। आयुर्वेदाचार्य एम मुफीक के मुताबिक, मूत्र त्याग करते समय अगर रूक-रुक कर पेशाब आता है या दर्द होता है तो कासनी के बीजों का काढ़ा बनाकर पिलाना चाहिए। इससे परेशानी में आराम मिलता है।
7. लीवर को रखे दुरुस्त
कासनी लीवर को ठीक रखने में मुख्य भूमिका निभा सकता है। इसमें ऐसे गुण होते हैं जो लीवर को बीमारियों से सुरक्षित रखते हैं। डॉ. मुफीक के मुताबिक लीवर की परेशानी होने पर कासनी के फूलों का शरबत बनाकर रोगी को पिलाना चाहिए। लीवर की समस्याएं दूर होती हैं।
8. मेनोपॉज की समस्या को रखे दूर
मेनोपॉज होते समय महिलाओं को बहुत दर्द होता है। उस दर्द छुटकारा दिलाने में कासनी बहुत मददगार है। इसमें कासनी का काढ़ा बनाकर रोगी को दिया जाता है। पर काढे के साथ गुण मिलाकर दिया जाता है। इससे रोगी को मदद मिलती है।
9. सिर दर्द में सहायक
डॉ. मुफीक के मुताबिक सिर में दर्द होने पर कासनी का सेवन किया जा सकता है। सिर दर्द होने पर इसके पत्तों को पीसकर चंदन के तिलक की तरह पूरे माथे पर लगा लेना चाहिए। इससे सिर दर्द में मदद मिलती है।
10. मांसपेशियों के दर्द को भगाए
कासनी में एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण पाए जाते हैं। यह गुण दर्द और मांसपेशियों के दर्द को भगाने में मदद करते हैं। यही नहीं कासनी का सेवन करने से गठिया के दर्द में भी मदद मिलती है। कासनी जोड़ों के दर्द में भी मदद करता है।
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11. कब्ज को रखे दूर
कासनी में फाइबर पाया जाता है। जो खाने को धीरे-धीरे पचाता है। जिससे पाचन क्रिया ठीक रहती है। इसके सेवन से कब्ज की समस्याएं दूर रहती हैं।
12. नींद की समस्या को रखे दूर
आजकल की भागती-दौड़ती जिंदगी में नींद न जाने कहां खो गई है। लोगों के पास पैसा है पर नींद नहीं है। लेकिन ऐसी कई जड़ी-बूटियां हैं जिनके सेवन से नींद की समस्या को ठीक किया जा सकता है। अगर आप कासनी के काढ़े का सेवन करते हैं तो इस परेशानी से निजात मिल सकती है।
कासनी के नुकसान
डॉ. मुफीक के मुताबिक स्वाद में कड़वा होता है और रूखा होता है। इसकी तासीर गर्म होती है। इसके अनियंत्रित सेवन से कई साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। पर ध्यान रहे कि अगर आप कासनी का सेवन कर रहे हैं तो डॉक्टर से एक बार परामर्श कर लें। कासनी से निम्न साइड इफैक्ट होते हैं।
- -अधिक मात्रा में कासनी का सेवन करने से पाचन संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।
- -इसके सेवन से एलर्जी भी हो सकती है।
- -जो महिलाएं गर्भवती हैं, उन्हें इसका सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है।
कासनी एक जड़ी बूटी है। इसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उगाया जाता है। पिछले दिनों ऐसी भी खबरें आईं कि पश्चिमी यूपी के किसान आलू छोड़कर कासनी उगा रहे हैं। कासनी चिकोरी भी कहा जाता है। यह हृदय, कैंसर, मूत्र, मेनोपॉज जैसी कई समस्याओं के लिए रामबाण है। कासनी के साइड इफेक्ट कम हैं। पर ध्यान रहे कि किसी भी जड़ी-बूटी का इस्तेमाल ध्यान से करें। पहले डॉक्टर की सलाह ले लें।
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